क्या आप जानते है की जेल में कैदियों को शराब, जुएं या किसी अन्य प्रकार की बुरी लत छुड़ाने के लिए शतरंज का इस्तेमाल होता है। हमारे दैनिक जीवन में भी जब कभी किसी व्यक्ति की तुलना शतरंज के वजीर से की जाती है, तो हम अंदाज़ा लगा सकते है की वह व्यक्ति निश्चित ही अत्यंत चतुर और दूरदर्शी होगा। शतरंज एक ऐसा खेल है जिसकी लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है। यह खेल आज दुनिया के कोने-कोने में खेला जा रहा है।
क्यों और कैसे कोरोना महामारी के बाद इस खेल की लोकप्रियता अपने चरम पर है? चलिए जानते है।
शतरंज बुद्धिमता के दम पर खेला जाने वाला खेल है। जिसमे दो खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है। शतरंज की खोज सर्वप्रथम भारत में एक अत्यंत बुद्धिमान ब्राह्मण “चतुरंग” द्वारा पांचवी-छठी शताब्दी के मध्य में की गयी थी।
शतरंज की खोज राजशाही के दौर में मूल रूप से भारत में हुयी थी, धीरे-धीरे यह खेल पूरे विश्व में फैलता गया, और हर वर्ग-आयु के बीच बेहद लोकप्रिय हो गया। आज विश्व में शतरंज की बड़ी-बड़ी प्रतिस्पर्धायें होती हैं। भारतीय मूल के शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद भारत का प्रतिनिधितव करे हुए पांच बार विश्व चैम्पियन रह चुके हैं।
शतरंज एक समतल चोपट पर खेला जाने वाला खेल है जिसमे 64 वर्ग अथवा खाने होते है। तथा इन खानों में शतरंज के 8 प्यादे,2 घोड़े, 2 ऊंट, 2 हाथी, 1 राजा तथा 1 वजीर एक खास स्थान पर क्रमबद्ध रूप से लगाये जाते हैं। इस खेल का मूल सिद्धांत के अनुसार खिलाड़ी को विभिन्न चालें चल कर किसी तरह से प्रतिद्वंदी राजा को धराशाई करना होता है। इसमें हर बढ़ते कदम के साथ रोमांच अपने चरम पर होता है।
प्रौद्योगिकी दौर शुरू होने से पूर्व दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के खेल सामूहिक रूप से आमने-सामने खेले जाते थे। जिसमें खिलाड़ियों की एक साथ मौजूदगी अनिवार्य थ।. परंतु आधुनिक समय में यह बीते समय की बात बन चुकी है। आज हम अपने कंप्यूटर, मोबाइल इत्यादि में घर बैठे-बैठे दुनिया के किसी भी खिलाड़ी को ऑनलाइन गेम में चुनौती दे सकते है। आज खेल किसी देश सीमा और स्थान पर निर्भर नहीं हैं। ख़ास तोर पर ऐसे खेल जो बुद्धिमत्ता के दम पर खेले जाते हों।
ऑनलाइन गेमिंग ने एक ओर पूरी दुनिया के खिलाड़ियों को एक साथ जोड़ा है, वहीं कई ऐसे भी खेल हैं जो ऑनलाइन बाजार के समय में विलुप्त हो चुके हैं। आज के समय में शतरंज बेहद चमत्कारिक या यूँ कह सकते है की अभूतपूर्व रूप लोकप्रिय हो रहा है। शतरंज एक ऐसा खेल है जो इंटरनेट की सहायता से आपके कंप्यूटर, मोबाइल इत्यादि डिवाइस पर आसानी से खेला जा सकता है। जहां आप विश्व भर के खिलाड़ियों अथवा कंप्यूटर से दो-दो हाथ कर सकते हैं।
वर्ष 2020 पूरे विश्व के लिए संकटों और संघर्षों से भरा साल रहा पूरी दुनिया कोविड-19 नामक जानलेवा महामारी के चपेट में थी, या यूँ कह सकते है की अभी भी है। जहां लोग महामारी के प्रकोप में अपने घरों में बंद हो गए थे। और एक उबाऊ ज़िन्दगी जीने को मजबूर थे। वही ऑनलाइन गेमिंग एक सुरक्षित दोस्त के रूप में उभरा, और बोर हो रहे लोगों को मनोरंजन दिया।
महामारी के बीच शतरंज की लोकप्रियता अभूतपूर्व ,तथा देखने योग्य रही। महामारी से पहले जहां शतरंज प्रतियोगिता मात्र 24 चैनलों में प्रसारित होती थी। और लगभग 3298 दर्शकों द्वारा देखी जाती थी। वही महामारी के दौर में इस साल यह 132 चैनलों पर प्रसारित किया जा रहा है। जहां इसे लगभग 24,048 लोग इसका लाइव प्रसारण देख रहे हैं। पिछले साल केवल नवम्बर महीने में इस वेबसाइट पर 2.8 मिलियन नए ग्राहक नाटकीय रूप से जुड़े है। Chess.com, एक सामाजिक नेटवर्क (social network) और शतरंज सर्वर वेबसाइट (chess server website), ने मार्च में लॉकडाउन शुरू होने के बाद से हर महीने लगभग 1 मिलियन (million) नए सदस्यों को जोड़ा है, और अकेले नवंबर में लगभग 2.8 मिलियन। शतरंज के उपकरण और इससे जुडी सामग्री पिछले सालों की तुलना में असामान्य रूप से 215% से अधिक तेज़ी से बिक्री कर रहे हैं।
न केवल शतरंज बल्कि घड़ी और टाइमर जैसे उपकरण भी आश्चर्यजनक रूप से बिक रहे हैं। क्यों की शतरंज में उनकी बेहद अहम भूमिका होती है। यूट्यूब जैसे ऑनलाइन वीडियो प्लेटफॉर्म में शतरंज एक सर्वोत्तम देखे जाने वाली श्रेणियों में आ चुका है।
शतरंज की दुनिया में यह अभूतपूर्व क्रांति का कारन नेटफ़्लिक्स जो की एक ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म है। उस पर आने वाली एक वेब सीरीज “द क़ुईन्स गम्बेट” (the Queen’s gambit) दुनिया भर में बेहद सराहा गया। जिसमे मुख्य किरदार एक नवयुवती जो की एक शतरंज के खिलाडी की भूमिका में है। जिसे शतरंज से बेहद लगाव होता है। और उसके जीवन की कहानी बेहद संघर्ष पूर्ण होती है। यह दुनिया भर के दर्शकों के लिए बेहद प्रेरणा दायक साबित हुआ। चूँकि यह वेब सीरीज महामारी के दौर में प्रसारित करी गयी। और अच्छी कहानी तथा लोकप्रियता के कारण इनसे शतरंज के बाजार में एक बूम खड़ा कर दिया। द क़ुईन्स गम्बेट प्रसारित होने के बाद लोगों में शतरंज के प्रति गजब की लोकप्रियता देखी गयी। केवल 28 दिनों में ही नेटफ़्लिक्स पर यह शो सबसे अधिक देखे जाने वाले कार्यकर्मो की सूची में प्रथम स्थान पर आ गया। जहां इस शो को 28 दिनों में 62 मिलियन दर्शकों द्वारा देखा और सराहा गया। जो की अपने आप में एक रिकॉर्ड साबित हुआ। शतरंज के खेल में लोगों की रूचि भले ही किन्हीं कारणों से बड़ी हो परन्तु महामारी के बुरे दौर में यह एक अच्छी खबर है। क्यों की शतरंज में महारत आपको अपने जीवन का महारथी भी बना सकती है।
संदर्भ:
https://www.bloomberg.com/graphics/2020-chess-boom/
https://cnn.it/3w05DCo
https://bit.ly/3vWJG7g
https://bit.ly/2QEBd8L
चित्र संदर्भ:
मुख्य चित्र द क़ुईन्स गम्बेट दिखाता है। (फ़्लिकर)
दूसरी तस्वीर में हिकारू नाकामुरा को दिखाया गया है। (विकिपीडिया)
तीसरी तस्वीर में ऑनलाइन शतरंज दिखाया गया है। (विकिपीडिया)