मांसपेशियों को मजबूत करता है पालक

जौनपुर

 30-11-2020 09:27 AM
साग-सब्जियाँ

ठंड के मौसम में मुख्य रूप से आने वाली पत्तेदार सब्जियों में पालक का नाम सबसे ऊपर है। इस हरी सब्जी में कई पोषक तत्वा मौजूद हैं, जो कहीं और नहीं मिल सकते। कई कार्टून (Cartoon) जैसे पोपए (Popeye) में दिखाया गया है कि कैसे पोपए पालक खाने के बाद काफी ताकतवर हो जाता था, वास्तविकता में भी कई शोधकर्ताओं ने पाया है कि हरी पत्तेदार सब्जी वास्तव में मांसपेशियों की शक्ति को बढ़ाती है। पालक में मौजूद अकार्बनिक नाइट्रेट (Nitrate) इसकी ताकत के पीछे का रहस्य है। वहीं चूहों में किए गए एक अध्ययन में चूहों को नाइट्रेट मीक्षित पानी दिया गया और पाया गया कि उनके पानी ने दो प्रमुख प्रोटीनों को उत्तेजित करके मांसपेशियों को काफी मजबूत कर दिया। नाइट्रेट की मात्रा जो चूहों को मिली थी, वह लगभग एक व्यक्ति को प्रतिदिन 200 से 300 ग्राम ताजा पालक या दो से तीन चुकंदर खाकर प्राप्त होने के बराबर थी।
ऐसा माना जाता है कि पालक प्राचीन फारस (Persia) या वर्तमान के ईरान (Iran) और आसपास के देश में पाया गया था। वहां से यह भारत में पहुंचा, लेकिन यह ज्ञात नहीं है कि इसे वहां कौन लाया था? प्राचीन चीन (China) में यह भारत से आया और इसे "फारसी सब्जी" का नाम दिया गया। वहाँ पालक का पहला लिखित उल्लेख मिलता है, जो कहता है कि ‘यह 647 वर्ष के आसपास नेपाल (Nepal) से होकर चीन आया था’। सार्केन्स (Saracen - जो कि बाद के मध्ययुगीन काल में यूरोपीय (Europeans) कहे जाने वाले मुसलमान थे) वर्ष 827 में सिसली (Sicily) से पालक लाए थे। भूमध्यसागर (Mediterranean Sea) में पालक का उल्लेख करने वाले पहले ग्रंथ 10वीं शताब्दी में लिखे गए थे। उस समय के दौरान जब अरब (Arabs) ने भूमध्यसागर में अधिकार किया था, तब पालक बहुत लोकप्रिय था और समय के साथ में यह स्पेन (Spain) में आया था, इसके बाद यह पूरे विश्व भर में फैल गया। पालक की बेल ऊंचाई में 30 सेंटीमीटर तक बढ़ सकती है और इसकी पत्तियों की चौड़ाई 15 सेंटीमीटर तक और लंबाई 30 सेंटीमीटर तक हो सकती है। इसके बीज बहुत छोटे फलों (त्रिज्या में 10 मिलीमीटर) से आता है और ये फल भी समान रूप से छोटे फूलों (5 मिलीमीटर) से आते हैं। हालांकि भारतीय पालक की उत्पत्ति एशिया से होती है लेकिन अब इसे अधिकांश उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाया जाता है। इसे आमतौर पर पकाकर खाया जाता है लेकिन कुछ इसे सलाद में कच्चे रूप में भी इस्तेमाल करते हैं। भारतीय पालक एक मुलायम तने वाली बेल है, जो मोटे हरे पत्ते और अर्ध-रसीले होते हैं। डंठल हरे या पीले रंग के होते हैं, लेकिन कुछ किस्मों में वे बैंगनी या लाल रंग के हो सकते हैं। ये गर्म उष्णकटिबंधीय जलवायु में उगाए जाते हैं और 10 मीटर की लंबाई तक पहुँच सकते हैं।
पालक विटामिन ए (Vitamin A), विटामिन सी (Vitamin C), विटामिन के (Vitamin K), राइबोफ्लेविन (Riboflavin), विटामिन बी6 (Vitamin B6), विटामिन ई (Vitamin E), कैल्शियम (Calcium), पोटेशियम (Potassium), आहार फाइबर (Dietary Fiber), मैग्नीशियम (Magnesium), मैंगनीज (Manganese), फोलेट (Folate) और आयरन (Iron) का एक बड़ा स्रोत है। 100 ग्राम पालक में केवल 23 कैलोरीज (Calories) होती है। यद्यपि इसमें उच्च मात्रा में आयरन (मांस से अधिक) होता है, लेकिन इसमें ऑक्सालेट (Oxalate) भी होता है जो आयरन का अवशोषण और अवरोधक पदार्थ होता है, और यह आयरन को अवशोषित करने से रोकता है, इसलिए इससे इसका संपूर्ण लाभ नहीं प्राप्त होता है। ऑक्सालेट कैल्शियम के अवशोषण को भी रोकता है और इसकी वजह से, शरीर पालक से केवल 5% कैल्शियम को अवशोषित कर सकता है।

संदर्भ :-
http://www.vegetablefacts.net/vegetable-history/spinach-history/
https://en.wikipedia.org/wiki/Spinach
https://world-crops.com/indian-spinach/
https://bit.ly/3fNcRCb
https://bit.ly/3q5NlN8
चित्र सन्दर्भ:
प्रथम चित्र में पालक की पत्तियों को दिखाया गया है। (Freepik)
दूसरे चित्र में पालक और सरसों को दिखाया गया है। (Wikimedia)
तीसरे चित्र में पालक की अन्य किस्मों को दिखाया गया है। (Freepik)


RECENT POST

  • इस क्रिसमस पर, भारत में सेंट थॉमस द्वारा ईसाई धर्म के प्रसार पर नज़र डालें
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     25-12-2024 09:23 AM


  • जौनपुर के निकट स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के गहरे अध्यात्मिक महत्व को जानिए
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     24-12-2024 09:21 AM


  • आइए समझें, भवन निर्माण में, मृदा परिक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका को
    भूमि प्रकार (खेतिहर व बंजर)

     23-12-2024 09:26 AM


  • आइए देखें, क्रिकेट से संबंधित कुछ मज़ेदार क्षणों को
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     22-12-2024 09:19 AM


  • जौनपुर के पास स्थित सोनभद्र जीवाश्म पार्क, पृथ्वी के प्रागैतिहासिक जीवन काल का है गवाह
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     21-12-2024 09:22 AM


  • आइए समझते हैं, जौनपुर के फूलों के बाज़ारों में बिखरी खुशबू और अद्भुत सुंदरता को
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     20-12-2024 09:15 AM


  • जानिए, भारत के रक्षा औद्योगिक क्षेत्र में, कौन सी कंपनियां, गढ़ रही हैं नए कीर्तिमान
    हथियार व खिलौने

     19-12-2024 09:20 AM


  • आइए समझते हैं, जौनपुर के खेतों की सिंचाई में, नहरों की महत्वपूर्ण भूमिका
    नदियाँ

     18-12-2024 09:21 AM


  • विभिन्न प्रकार के पक्षी प्रजातियों का घर है हमारा शहर जौनपुर
    पंछीयाँ

     17-12-2024 09:23 AM


  • जानें, ए क्यू आई में सुधार लाने के लिए कुछ इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स से संबंधित समाधानों को
    जलवायु व ऋतु

     16-12-2024 09:29 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id