आकाश के विभिन्न पिंडों को देखने योग्य बनाने में सहायक सिद्ध हुई हैं, कम आर्थिक गतिविधियां

जौनपुर

 28-04-2020 09:55 AM
जलवायु व ऋतु

वर्तमान समय में कोरोना (Corona) संकट के चलते हर क्षेत्र को तालाबंद कर दिया गया है। हालांकि विश्व के कई देश इस समस्या के गहरे खतरे में हैं, लेकिन तालाबंदी के कई सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिले हैं, जिनमें से प्रदूषण विशेष रूप से वायु और प्रकाश प्रदूषण में गिरावट भी एक है। भारत और विश्व के अनेक देशों में इस प्रभाव के कारण काले आकाश में चमकते सितारों को देखना पहले की अपेक्षा बहुत आसान हो गया है। तारे, जो पहले पृष्ठभूमि में काले आकाश की तुलना में केवल आठ गुना चमकीले थे, वे अब कम से कम 13 गुना चमकीले हो गए हैं। अपनी दूरबीनों की मदद से हम अब उन सितारों का निरीक्षण कर सकते हैं जो पहले कम से कम तीन गुना कम चमकीले थे। यूरोपियन स्पेस एजेंसी (European Space Agency-ESA) ने नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (Nitrogen dioxide-NO2) के स्तर में कमी दिखाते हुए कई उपग्रह चित्र जारी किए हैं। 2019 में समान छह सप्ताह की अवधि की तुलना में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का स्तर काफी कम हो गया है।

शुक्र, सूर्य और चंद्रमा के बाद रात के आकाश में तीसरी सबसे चमकीली वस्तु है, और इसे दुनिया के किसी भी स्पष्ट आकाश में महीनों तक देखना आसान है। प्रदूषण की वर्तमान कमी शुक्र और किसी भी ग्रह को देखने के लिए शून्य अंतर बनाती है। भारत सहित कई देशों ने उड़ानों और रेलगाड़ियों के प्रयोग को रद्द कर दिया है और सार्वजनिक परिवहनों को भी सड़कों से हटा दिया है। जिसके परिणामस्वरूप ओरियन (Orion), ऑरिगा (Auriga), जेमिनी (Gemini) आदि तारामंडल अब बहुत उज्ज्वल हो गए हैं। सडकों पर वाहनों और अनके वस्तुओं के चमकते हुए प्रकाश और कारखानों तथा वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण के कारण तारामंडल के विभिन्न तारों के देखना अत्यंत कठिन हो गया था किन्तु कम आर्थिक गतिविधि ने वास्तव में आकाश में विभिन्न पिंडों को देखने योग्य बना दिया है। यह समय शौकिया खगोल विज्ञानियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे आजकल आसानी से तारों को काले आसमान में देख सकते हैं। शौकिया खगोल विद्या या खगोल शास्त्र एक शौक है, जिसमें व्यक्ति आकाश में दूरबीन या अन्य उपकरण का उपयोग करके आकाशीय वस्तुओं के अवलोकन का आनंद ले सकता है। इनका प्राथमिक लक्ष्य भले ही वैज्ञानिक शोध न हो, लेकिन कुछ शौकिया खगोलविद नागरिक अस्थायी सितारों, दो सितारों के निकटस्थ स्थित होने, चंद्रमा या क्षुद्रग्रहों द्वारा सितारों के छिप जाने आदि की निगरानी करते हैं या अन्य आकाशगंगाओं में क्षणिक खगोलीय घटनाओं जैसे धूमकेतु, आकाशगंगीय नोवा (Novae-एक तारा जो अचानक हजारों गुना चमकीला हो जाता है और फिर धीरे-धीरे अपनी मूल तीव्रता से ढल जाता है) या सुपरनोवा (Supernovae - आकाश गंगा में एक तारे का सबसे बड़ा विस्फोट) की खोज करते हैं। शौकिया खगोलविद खगोल विज्ञान के क्षेत्र को अपनी आय या सहायता के प्राथमिक स्रोत के रूप में उपयोग नहीं करते हैं, और न ही उनके पास आमतौर पर इस विषय से सम्बंधित कोई पेशेवर प्रशिक्षण होता है। अधिकांश शौक़ीन होते हैं, जबकि अन्य को खगोल विज्ञान में उच्च स्तर का अनुभव होता है और वे अक्सर पेशेवर खगोलविदों के साथ काम करते हैं या उनकी सहायता कर सकते हैं।

पूरे इतिहास में कई खगोलविदों ने एक शौकिया ढांचे में ही आकाश का अध्ययन किया, लेकिन बीसवीं शताब्दी की शुरुआत के बाद से, पेशेवर खगोल विज्ञान, शौकिया खगोल विज्ञान और संबंधित गतिविधियों से स्पष्ट रूप से अलग एक गतिविधि बन गया। शौकिया खगोलविद आमतौर पर रात में आकाश को देखते हैं, जब अधिकांश खगोलीय पिंड और खगोलीय घटनाएं दिखाई देती हैं, लेकिन अन्य लोग इन्हें दिन के दौरान सूर्य की उपस्थिति और सौर ग्रहण के समय देखते हैं। कुछ लोग आकाश को अपनी आंखों या साधारण दूरबीन की मदद से देखते हैं जबकि कुछ अक्सर अपने निजी या सामूहिक वेधशालाओं में स्थित अच्छे या उन्नत टूरबीनों का उपयोग करते हैं। इस क्षेत्र में रुचि लेने वाले लोग शौकिया खगोलीय समाजों के सदस्यों के रूप में भी शामिल हो सकते हैं, जो उन्हें आकाशीय वस्तुओं को खोजने और देखने के तरीकों के बारे में सलाह, प्रशिक्षण या मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं। वे आम जनता के बीच खगोल विज्ञान के विज्ञान को भी बढ़ावा दे सकते हैं। कई शौकिया खगोलविद सफलतापूर्वक पेशेवर खगोलविदों के ज्ञान के आधार पर योगदान करते हैं।

खगोल विज्ञान को कभी-कभी कुछ शेष विज्ञानों में से एक के रूप में बढ़ावा दिया जाता है, जिसके लिए शौकीन खगोलविद आज भी उपयोगी सूचनाओं को एकत्रित करने में योगदान दे सकते हैं। इसे पहचानने के लिए, पैसिफिक की एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी (Astronomical Society of the Pacific) प्रतिवर्ष शौकीनों द्वारा खगोल विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान के लिए शौकिया उपलब्धि पुरस्कार प्रदान करती है। शौकिया खगोलविदों द्वारा अधिकांश वैज्ञानिक योगदान सूचना संग्रह के क्षेत्र में हैं। कई संगठन और परियोजनाएं जैसे कि अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ वेरिएबल स्टार ऑब्जर्वर (American Association of Variable Star Observers), ब्रिटिश एस्ट्रोनॉमिकल एसोसिएशन (British Astronomical Association), जूनिवर्स (Zooniverse), कॉस्मोक्वेस्ट (Cosmoquest) सेटी@होम (SETI@Home) आदि इन योगदानों को समन्वित करने में मदद करते हैं। अतीत और वर्तमान में, शौकिया खगोलविदों ने नए धूमकेतुओं की खोज में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। हाल के वर्षों में, वैज्ञानिक अपने शोध को जनता को समझाने में अधिक सक्रिय हो गए हैं। अब, कई वैज्ञानिक एक कदम आगे जा रहे हैं और यह पहचान रहे हैं कि कैसे जनता अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। इन प्रयासों से प्रेरित होकर कुछ नागरिक वैज्ञानिक विज्ञान में योगदान देने के लिए अपनी स्वयं की पहल से काम कर रहे हैं। खगोल विज्ञान अनुसंधान में भाग लेने के लिए आप नागरिक विज्ञान परियोजना में भाग ले सकते हैं, एक प्रो-एम (Pro-Am) सहकार्यता में शामिल हों सकते हैं, जहां पेशेवर और शौकिया खगोलविद अक्सर छोटी शोध टीमों में एक साथ काम करते हैं। इसके अलावा एक विज्ञान हैक (Hack) दिवस का आयोजन भी कर सकते हैं। यह मूल रूप से वैज्ञानिक नवाचार के लिए एक मैराथन (Marathon) है। यह खगोल विज्ञान को लाभ पहुंचाने और एक प्रोटोटाइप (Prototype) बनाने की नई अवधारणा पर मंथन करने के लिए 24 या 48 घंटे का एक आयोजन होता है। यह आयोजन सभी के लिए खुला हैं और रचनात्मक और वैज्ञानिक दिमागों को आकर्षित करता हैं।

इसके बारे में अधिक जानकारी आप निम्नलिखित लिंक पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं – https://www.iau.org/public/themes/citizen-science-projects/

चित्र (सन्दर्भ):
1.
मुख्य चित्र में रात के आसमान में चमकते हुए शुक्र (Venus) और चन्द्रमा को दिखाया गया है।, Picseql
2. दूसरे चित्र में पृथ्वी और शुक्र की कलात्मक अभिव्यक्ति दिखायी गयी है।, Prarang
3. तीसरे चित्र में हमारी आकाशगंगा में मौजूद अनगिनत चमकते हुए तारे दिखाई दे रहे हैं।, Pexels
4. चौथे चित्र में आकाशीय प्रकाश पुंज एक समूह के रूप में दिख रहे हैं।, Picseql
5. पांचवा चित्र अत्यधिक तारों के दिखाई देने की संकल्पना को प्रदर्शित कर रहा है।, Picpik
सन्दर्भ:
1.
https://en.wikipedia.org/wiki/Amateur_astronomy
2. https://bit.ly/2S10wQm
3. https://astrobites.org/guides/citizen-science-efforts/
4. https://bit.ly/2Vz8N01



RECENT POST

  • बैरकपुर छावनी की ऐतिहासिक संपदा के भंडार का अध्ययन है ज़रूरी
    उपनिवेश व विश्वयुद्ध 1780 ईस्वी से 1947 ईस्वी तक

     23-11-2024 09:21 AM


  • आइए जानें, भारतीय शादियों में पगड़ी या सेहरा पहनने का रिवाज़, क्यों है इतना महत्वपूर्ण
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     22-11-2024 09:18 AM


  • नटूफ़ियन संस्कृति: मानव इतिहास के शुरुआती खानाबदोश
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:24 AM


  • मुनस्यारी: पहली बर्फ़बारी और बर्फ़ीले पहाड़ देखने के लिए सबसे बेहतर जगह
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:24 AM


  • क्या आप जानते हैं, लाल किले में दीवान-ए-आम और दीवान-ए-ख़ास के प्रतीकों का मतलब ?
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:17 AM


  • भारत की ऊर्जा राजधानी – सोनभद्र, आर्थिक व सांस्कृतिक तौर पर है परिपूर्ण
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:25 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर देखें, मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के चलचित्र
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:25 AM


  • आइए जानें, कौन से जंगली जानवर, रखते हैं अपने बच्चों का सबसे ज़्यादा ख्याल
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:12 AM


  • आइए जानें, गुरु ग्रंथ साहिब में वर्णित रागों के माध्यम से, इस ग्रंथ की संरचना के बारे में
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:19 AM


  • भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली में, क्या है आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और चिकित्सा पर्यटन का भविष्य
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:15 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id