डिजिटल अर्थव्यवस्था से हो सकता है उभरते देशों को लाभ

जौनपुर

 19-11-2019 11:04 AM
सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)

इंटरनेट (Internet) पर बिताये जाने वाले समय की बढ़ती मात्रा के साथ और अधिक से अधिक लेनदेन ऑनलाइन (Online) होने से डिजिटल (Digital) अर्थव्यवस्था का वर्तमान समय में एक महत्वपूर्ण स्थान बना हुआ है। डिजिटल युग उत्पादकता में वृद्धि, कंपनियों को नए विचारों, प्रौद्योगिकियों, नए प्रबंधन और व्यवसाय प्रतिरूपों को उजागर कर रहा है और बाज़ार पहुंच की नई प्रणालियों का निर्माण कर रहा है। साथ ही यह सब अपेक्षाकृत कम लागत पर प्रदान किया जा रहा है।

उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं को डिजिटल अर्थव्यवस्था में पूरी तरह से शामिल होने से रोकने और जोखिमों को कम करने के लिए उपयुक्त नीतियां होनी चाहिए। जहाँ एक तरफ हाल ही के वर्षों में माल और वित्तीय प्रवाह के वैश्विक व्यापार सकल घरेलू उत्पाद के हिस्से को अपने चरम पर पाया गया वहीँ दूसरी तरफ डाटा (Data) प्रवाह इससे बहुत अधिक गति से बढ़ रहा है। 2018 में किए गए एक शोध में पाया गया कि, अमेरिकियों ने केवल गूगल (Google) और विकिपीडिया (Wikipedia) पर ही नहीं बल्कि सोशल नेटवर्क (Social Network), ऑनलाइन कोर्स (Online Course), मैप्स (Maps), मैसेजिंग (Messaging), वीडियो कांफ्रेंसिंग (Video Conferencing), संगीत, स्मार्टफोन ऐप (Smartphone App) और बहुत से डिजिटल मीडिया (Media) पर प्रतिदिन औसतन 6.3 घंटे बिताए थे।

कुल सकल घरेलू उत्पाद में सूचना क्षेत्र का योगदान 1980 के दशक में मुश्किल से बढ़ा था, जो 4% से 5% सालाना के बीच रहा था और 2018 तक केवल 5.5% तक पहुँचा था। हालांकि सकल घरेलू उत्पाद इस बात पर आधारित है कि लोग वस्तुओं और सेवाओं के लिए क्या भुगतान करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी चीज़ की कीमत शून्य है, तो सकल घरेलू उत्पाद में भी यह शून्य का योगदान देता है। लेकिन हममें से अधिकांश को मुफ्त डिजिटल सामान जैसे विकिपीडिया और ऑनलाइन मानचित्र से अधिक महत्व मिलता है।

वैसे तो सकल घरेलू उत्पाद की एक बहुत विशिष्ट परिभाषा और मूल्य है, लेकिन यह डिजिटल अर्थव्यवस्था द्वारा उत्पन्न उपभोक्ता अधिशेष पर अपना अधिकार नहीं रखता है। जीडीपी-बी (GDP-B) इन्हीं चरम सीमाओं के बीच संतुलन बनाता है, जो आकलन में विपरीत समस्या होती हैं। इस प्रकार, यह नीति निर्माताओं और नियामकों के लिए एक उपयोगी सुधार का प्रतिनिधित्व करता है ताकि यह समझा जा सके कि किस प्रकार तकनीकी, अर्थव्यवस्था को प्रभावित करती है।

निम्न उभरते देशों के लिए डिजिटल अर्थव्यवस्था के लाभ और चुनौतियां हैं :-
• उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए डिजिटल अर्थव्यवस्था के लाभ संभावित रूप से काफी बड़े हैं क्योंकि इसमें डिजिटल उत्पादों और सेवाओं तक पहुंच से संबंधित महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धात्मकता और उत्पादकता बढ़ाने वाले अवसर हो सकते हैं जो प्रक्रियाओं और उत्पादन को अनुकूलित करने, लेनदेन की लागत को कम करने और आपूर्ति श्रृंखला को बदलने में मदद करते हैं।
• सूचना और संचार प्रौद्योगिकी की कीमतों में गिरावट, उभरती अर्थव्यवस्थाओं में डिजिटल प्रौद्योगिकियों के निवेश और इन्हें अपनाने को प्रोत्साहित करती है, जिससे उनकी कंपनियां प्रतिस्पर्धी कीमतों पर अत्याधुनिक सेवाएं प्रदान करती हैं।
• उपभोक्ताओं के लिए, लाभ प्रतिस्पर्धी कीमतों पर वस्तुओं और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला एक बड़ा लाभ है।
• डिजिटल अर्थव्यवस्था से संबंधित विकास चुनौतियां भी हैं जिन्हें ध्यान में रखा जाना चाहिए, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण है डिजिटल वस्तु और संरचना की गिरावट।
• ऐसे देश जिनके पास डिजिटल तकनीकों के प्रबंधक के रूप में कार्य करने वाली कंपनियां हैं, वे इसके अन्य लाभों को प्राप्त करने की संभावना रखते हैं जो डिजिटल अर्थव्यवस्था से उत्पन्न होते हैं यानी दीर्घकालिक विकास, नौकरी और धन सृजन, और उत्पादकता और प्रतिस्पर्धा के संदर्भ में स्थायी सकारात्मक प्रभाव प्रदान करना।

संदर्भ:
1.
https://hbr.org/2019/11/how-should-we-measure-the-digital-economy
2. https://sipa.columbia.edu/file/evaluating-importance-digital-economy
3. http://www.ictsd.org/opinion/seizing-the-benefits-of-the-digital-economy-for-development



RECENT POST

  • बैरकपुर छावनी की ऐतिहासिक संपदा के भंडार का अध्ययन है ज़रूरी
    उपनिवेश व विश्वयुद्ध 1780 ईस्वी से 1947 ईस्वी तक

     23-11-2024 09:21 AM


  • आइए जानें, भारतीय शादियों में पगड़ी या सेहरा पहनने का रिवाज़, क्यों है इतना महत्वपूर्ण
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     22-11-2024 09:18 AM


  • नटूफ़ियन संस्कृति: मानव इतिहास के शुरुआती खानाबदोश
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:24 AM


  • मुनस्यारी: पहली बर्फ़बारी और बर्फ़ीले पहाड़ देखने के लिए सबसे बेहतर जगह
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:24 AM


  • क्या आप जानते हैं, लाल किले में दीवान-ए-आम और दीवान-ए-ख़ास के प्रतीकों का मतलब ?
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:17 AM


  • भारत की ऊर्जा राजधानी – सोनभद्र, आर्थिक व सांस्कृतिक तौर पर है परिपूर्ण
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:25 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर देखें, मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के चलचित्र
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:25 AM


  • आइए जानें, कौन से जंगली जानवर, रखते हैं अपने बच्चों का सबसे ज़्यादा ख्याल
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:12 AM


  • आइए जानें, गुरु ग्रंथ साहिब में वर्णित रागों के माध्यम से, इस ग्रंथ की संरचना के बारे में
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:19 AM


  • भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली में, क्या है आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और चिकित्सा पर्यटन का भविष्य
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:15 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id