जौनपुर गोमती नदी के किनारे स्थित है, जो हिन्द महासागर में जा मिलती है। हम में से लगभग सभी लोग जानते हैं कि समुद्र का पानी खारा होता है लेकिन ये खारा क्यों होता है, बहुत कम लोगों को इसके पीछे की वजह का पता होता है। यह तो हम सब जानते हैं कि नदियों का पानी समुद्र में मिलता है और समुद्र में जाने के बाद पानी का वाष्पीकरण हो जाता है जो बादल में परिवर्तित हो जाता है और बाद में बारिश के रूप में ज़मीनी सतह पर यह जल गिरता है। इस बारिश में आसपास की हवा से कुछ कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide) घुल जाता है। इस कार्बन डाइऑक्साइड और पानी के मिश्रण से कार्बोनिक एसिड (Carbonic Acid) बनता है जिसके कारण वर्षा का जल थोड़ा अम्लीय हो जाता है।
वर्षा नदियों और नालों में मीठे पानी की भरपाई करती है, इसलिए वे नमकीनी स्वाद नहीं लेते हैं। इसके बाद अंततः नदियों द्वारा पानी को समुद्र में ले जाया जाता है। जहां पर जल में मौजूद आयन (Ion) को समुद्री जीवों द्वारा पानी से अलग कर के उपयोग किया जाता है और उपयोग ना किए गये आयन समुद्र में वैसे ही काफी लंबे समय तक इकट्ठे हो जाते हैं, जिसकी समय के साथ सांद्रता बढ़ती रहती है। समुद्री जल में सबसे अधिक प्रचलित आयन : क्लोराइड (Chloride) और सोडियम (Sodium) होते हैं। समुद्री जल में नमक की मात्रा औसतन लगभग 35 भाग प्रति हज़ार है।
कुछ अनुमानों के अनुसार, यदि समुद्र में मौजूद नमक को हटाया जाता है और उसे भूमि की सतह पर समान रूप से फैलाया जाए तो पृथ्वी पर उसकी लगभग 500 फीट से मोती परत होगी, मान लीजिए 40 मंज़िल के एक कार्यालय जितनी। महासागर की लवणता कई कारकों पर निर्भर होती है और यह माप के स्थान और समय के साथ बदलती रहती है। महासागर की लवणता के मुख्य निर्धारकों में शामिल हैं:
वाष्पीकरण: सामान्य तौर पर, वाष्पीकरण की उच्च दर वाले स्थानों (जैसे कि लाल सागर, फारस की खाड़ी आदि) पर लवणता अधिक होती है। जिस कारणवश ट्रॉपिक ऑफ कैंसर (Tropic of Cancer) के करीब इन समुद्रों के पानी में लवणता की उच्चतम दर मौजूद होती है।
तापमान: तापमान और महासागर की लवणता का सीधा संबंध है, सामान्य तौर पर उच्च तापमान वाले क्षेत्र उच्च लवणता वाले क्षेत्र भी होते हैं।
वर्षा: वर्षा और लवणता एक विपरीत संबंध साझा करते हैं। सामान्य तौर पर, वर्षा के उच्च स्तर वाले क्षेत्रों में लवणता का स्तर कम होता है।
महासागर की लहरें: वे समुद्र के पानी में घुले हुए लवणों के स्थानिक वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। भूमध्य रेखा के क्षेत्र के पास की गर्म लहरें, महासागरों के पूर्वी किनारे से लवणों को दूर करती हैं और उन्हें पश्चिमी किनारों के पास जमा करती हैं। इसी तरह समशीतोष्ण क्षेत्रों में महासागर की लहरें पूर्वी किनारे के पास समुद्र के पानी की लवणता को बढ़ाती हैं।
संदर्भ:
1. https://oceanservice.noaa.gov/facts/whysalty.html
2. https://neostencil.com/oceans-salinity-and-salt-budget
3. https://oceanservice.noaa.gov/facts/riversnotsalty.html
चित्र सन्दर्भ:
1. https://www.pexels.com/photo/ocean-water-wave-photo-1295138/
2. https://bit.ly/2pyqrDC
3. https://bit.ly/2MN0UhM
4. https://commons.wikimedia.org/wiki/File:Sunlight_In_Evaporation_From_Sea.JPG
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