बुद्धिमत्ता एक ऐसा शब्द है जो मनुष्य को बाकी सभी में श्रेष्ठ बनाता है। यह मानव के मस्तिष्क की एक ऐसी धारणा है जो सदैव ही मनुष्य के क्रियाकलापों को व्यवस्थित तरीके से करने में मददगार सिद्ध होती है। अब आइये जानते हैं कि मस्तिष्क और बुद्धि का क्या तालमेल है और मस्तिष्क बुद्धि की अवधारणा को जन्म देने हेतु किस प्रकार से कार्य करता है।
बुद्धिमत्ता को कई विभिन्न तरीकों से परिभाषित किया जा सकता है। यह तर्क, समझ, आत्मिकता, सीखने की कला, भावना, रचनात्मकता, महत्वपूर्ण विषयों पर सोच, समस्याओं से लड़ने की और उनको सुलझाने की क्षमता आदि को अपने में समाहित कर के रखता है। यदि बुद्धिमत्ता के अध्ययन की बात की जाए तो यह ज़्यादातर मनुष्यों में ही किया जाता है। गौरतलब यह है कि यह विशेषता सिर्फ मनुष्यों ही नहीं अपितु जानवरों और पेड़-पौधों में भी देखने को मिलती है। वर्तमान काल में तकनीकी के विकसित हो जाने के कारण मशीन (Machine) आदि में भी बनावटी बुद्धिमत्ता आ गयी है जिसे अंग्रेज़ी भाषा में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) कहा जाता है। वैसे इस लेख में हम मनुष्यों की ही बुद्धिमत्ता और मस्तिष्क के विषय में चर्चा कर रहे हैं तो आइये इस विषय में और गहराई से समझने की कोशिश करते हैं।
जैसा कि हम सब को पता है कि बुद्धिमत्ता मस्तिष्क के अन्दर ही वास करती है तो अब यह मस्तिष्क के किस हिस्से में रहती है यह जानना अत्यंत ही आवश्यक हो जाता है। मनुष्य का मस्तिष्क किसी कंप्यूटर (Computer) के सी. पी. यू. (CPU) की तरह होता है जिसके अलग-अलग हिस्से अलग-अलग कार्य करते हैं। इलिनोइस विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने मस्तिष्क के सबसे व्यापक विश्लेषण, जिसमें मस्तिष्क की संरचना और इसके विभिन्न कार्यों के दौरान होने वाले बदलाव शामिल हैं, का एक भौतिक नक्शा तैयार करने में सफलता हासिल की है। एक बुद्धि पूर्ण रूप से प्रसारित तंत्रिका तंत्र पर आधारित होती है। विभिन्न कार्यों के दौरान ये तंत्रिका तंत्र मस्तिष्क के कई क्षेत्रों में गतिविधियों को जन्म देती हैं। मस्तिष्क में ये संरचनाएं मुख्य रूप से बाएं प्रीफ्रंटल कोर्टेक्स (Left Prefrontal Cortex) (माथे के पीछे), बाएं टेम्पोरल कोर्टेक्स (Left Temporal Cortex) (कान के पीछे), और बाएं परायटल कोर्टेक्स (Left Parietal Cortex) (सर के उपरी भाग में) में मौजूद होती हैं तथा इनको बांधने का कार्य वाइट मैटर असोसीएशन ट्रैक्ट्स (White Matter Association Tracts) करते हैं। यदि किसी व्यक्ति को मस्तिष्क में चोट है, तो उसके मस्तिष्क का अध्ययन एक जटिल विषय होता है। अनेकों शोधार्थियों ने करीब 3,000 लोगों के दिमाग का सिटी स्कैन (CT Scan) कर के जो आंकड़े पायें उनमें से यह अंदाज़ा लगाया गया तथा यह भी पता करने में सफलता लगी कि आखिर मस्तिष्क का क्षेत्र कितना फैला हुआ है। अध्ययन से सिद्ध हो पाया है कि मस्तिष्क में बुद्धिमत्ता किसी एक स्थान पर नहीं बसा हुआ है अपितु यह पूरे मस्तिष्क पर भी नहीं फैला है। यह उन तमाम इन्द्रियों में है जिनको विभिन्न कार्य करना होता है जैसे सीखना, खाना आदि।
मानसिकता, स्वास्थ्य और उत्पादकता को बढ़ावा देने वाले सर्केडियन रिदम (Circadian Rhythm) का एक अहम् योगदान होता है आइये जानते हैं कि यह कैसे शरीर और बुद्धि से तालमेल बिठाता है? सर्केडीयन रिदम शरीर में मौजूद घड़ी की तरह होती है। यह शरीर के अन्दर उपस्थित एक महत्वपूर्ण इंद्री है जो सभी मानवों के अन्दर पायी जाती है। यह मनुष्य के हारमोन (Hormone) को नियंत्रित रखता है तथा 24 घंटे के चक्र में विभिन्न संकेत भी जारी करता है। यह नींद और जागने को भी नियंत्रित करता है। पाचन और शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में भी इस इंद्री का मुख्य योगदान होता है। यह मस्तिष्क को विभिन्न चीज़ों के लिए उकसाने का भी कार्य करता है, जैसे कि कब सोना है, कब खाना है आदि। यह बुद्धिमत्ता में भी अहम् योगदान देता है।
संदर्भ:
1. https://www.kurzweilai.net/where-is-intelligence-located-in-the-brain
2. https://bit.ly/2njgh90
3. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3181994/
4. https://en.wikipedia.org/wiki/Intelligence
5. https://www.merriam-webster.com/dictionary/intelligence
6. https://hbr.org/2015/01/the-ideal-work-schedule-as-determined-by-circadian-rhythms
7. https://bit.ly/2n6SCZr
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