लुप्त होता भारत का प्राचीन खेल गिल्ली डंडा

जौनपुर

 19-09-2019 11:52 AM
हथियार व खिलौने

यदि आज की पीढ़ी के सामने ‘गिल्ली डंडा’ नाम के खेल का ज़िक्र किया जाये तो उन्हें इस खेल का नाम सुनकर बहुत आश्चर्य होगा। क्योंकि कंप्यूटर (Computer) और मोबाइल (Mobile) में खेल आने के बाद शायद ही उन्होंने देशी खेलों का कभी नाम भी सुना होगा। नई पीढ़ी के बीच अब इस तरह के देशी खेलों का ना तो कोई महत्त्व रहा है, ना ही कोई रुचि।

गिल्ली डंडा भारतीय उपमहाद्वीप का एक प्राचीन खेल है। ऐसा माना जाता है कि यह खेल मौर्य साम्राज्य के दौरान 2500 साल पहले विकसित हुआ था। गिल्ली डंडा के नाम की उत्पत्ति ‘घाटिका’ से हुई थी। इसे सामान्यतः एक बेलनाकार लकड़ी से खेला जाता है जिसकी लंबाई बेसबॉल (Baseball) या क्रिकेट (Cricket) के बल्ले से थोड़ी छोटी होती है। इसी की तरह की छोटी बेलनाकार लकड़ी को गिल्ली कहते हैं जो किनारों से थोड़ी नुकीली या घिसी हुई होती है।

कुछ वर्षों पहले तक अक्सर भारत की कई गलियों में बच्चे हाथ में एक डंडा और गिल्ली लेकर खेलते हुए नज़र आते थे, किंतु समय के साथ-साथ यह खेल लगभग लुप्त होने की कगार पर आ गया है। इस खेल की सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि इसमें कोई खर्चा नहीं आता है, बस इसमें केवल एक 2-3 फीट की लकड़ी का डंडा और एक गिल्ली (जिसके दोनों किनारों को नुकीला कर दिया जाता है) की आवश्यकता होती है।

खेल के नियम भी बिल्कुल आसान हैं। यह चार या उससे अधिक खिलाड़ियों के साथ खेला जा सकता है। इसमें खिलाड़ियों की कोई सीमा नहीं होती है। खिलाड़ी इसे एक छोटा सा घेरा बनाकर खेलते हैं, जिसमें वे गिल्ली को पत्थर पर संतुलित करते हैं और उसे इस तरह रखते हैं कि गिल्ली का एक छोर ज़मीन को छूता है जबकि दूसरा छोर हवा में होता है। इसके बाद खिलाड़ी गिल्ली को डंडे के द्वारा चोट करता है, जब गिल्ली हवा में उछलती है तो खिलाडी डंडे की मदद से इसे फिर मारता है और जितना हो सके दूर पहुंचता है। प्रतिद्वंद्वी द्वारा यदि गिल्ली को हवा में पकड़ लिया गया तो खिलाड़ी हार जाता है, वहीं अगर प्रतिद्वंद्वी द्वारा गिल्ली नहीं पकड़ी गई तो खिलाड़ी को एक अंक मिल जाता है। वहीं यदि खिलाड़ी तीन बार गिल्ली को मारने में असफल रहता है तो वह हार जाता है। यह नियम बेसबॉल के स्ट्राइक आउट (Strike Out) के समान है।

प्रेमचंद ने भी गिल्ली-डंडा के संबंध में "गिल्ली-डंडा" नामक एक छोटी कहानी लिखी थी, जिसमें वे पुराने समय और भावनाओं की तुलना आधुनिक मूल्यों से करते हैं और भारत में जातिगत असमानताओं के बारे में भी संकेत देते हैं। इस कहानी का नायक और कथाकार अपनी युवावस्था में अपने मित्रों के साथ खेले गये गिल्ली-डंडा खेल का स्मरण करते हुए बताता है कि उनके मित्रों में एक मित्र था जो गिल्ली डंडा की प्रत्येक बारी में जीतता था। नायक एक दिन अपने उस मित्र (गया) के साथ खेल रहा था और उसको उसकी बारी दिये बिना वह घर लौट जाता है। कुछ दिनों बाद नायक के पिता का तबादला किसी शहर में हो जाता है। अब काफी सालों बाद जब नायक वापिस अपने पुराने शहर आता है तो अपने पुराने मित्रों की खोज करता है। वह अपने सभी मित्रों से तो नहीं मिल पाता लेकिन उसे गया मिल जाता है।

जब नायक गया को साथ में गिल्ली डंडा खेलने का प्रस्ताव रखता है तो गया बड़ा हिचकिचाता है, क्योंकि उसकी नज़र में अब नायक एक बड़ा अफसर है और वह उसके सामने कुछ भी नहीं। जब नायक और गया गिल्ली डंडा खेलने पहुंचे तो वहाँ गया नायक से हार गया। जिससे उन्हें लगने लगा शायद गया खेल भूल गया। लेकिन अगले दिन गया को खेलते देख नायक को यह महसूस हो गया कि अब उन दोनों के बीच जात-पात की दीवार खड़ी हो गई है।

संदर्भ:
1.
https://en.wikipedia.org/wiki/Gillidanda
2. https://bit.ly/2kn7jpP
3. https://www.sportskeeda.com/sports/gilli-danda-a-dying-indian-traditional-game



RECENT POST

  • नटूफ़ियन संस्कृति: मानव इतिहास के शुरुआती खानाबदोश
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:24 AM


  • मुनस्यारी: पहली बर्फ़बारी और बर्फ़ीले पहाड़ देखने के लिए सबसे बेहतर जगह
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:24 AM


  • क्या आप जानते हैं, लाल किले में दीवान-ए-आम और दीवान-ए-ख़ास के प्रतीकों का मतलब ?
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:17 AM


  • भारत की ऊर्जा राजधानी – सोनभद्र, आर्थिक व सांस्कृतिक तौर पर है परिपूर्ण
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:25 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर देखें, मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के चलचित्र
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:25 AM


  • आइए जानें, कौन से जंगली जानवर, रखते हैं अपने बच्चों का सबसे ज़्यादा ख्याल
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:12 AM


  • आइए जानें, गुरु ग्रंथ साहिब में वर्णित रागों के माध्यम से, इस ग्रंथ की संरचना के बारे में
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:19 AM


  • भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली में, क्या है आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और चिकित्सा पर्यटन का भविष्य
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:15 AM


  • क्या ऊन का वेस्ट बेकार है या इसमें छिपा है कुछ खास ?
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:17 AM


  • डिस्क अस्थिरता सिद्धांत करता है, बृहस्पति जैसे विशाल ग्रहों के निर्माण का खुलासा
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:25 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id