जौनपुरी नेवार मूली एक की प्रजाति है जो चार से छह फीट तक लंबी हो सकती है। इसकी वजह गोमती नदी है जो जौनपुर के कुछ गांवों के करीब है और इस कारण वहाँ सिंचाई के साधन बहुतायत से हैं। कभी जौनपुर की मूली और मक्का बहुत प्रसिद्ध थे और दूसरे जिलों के लिए ये कौतुहल का विषय था लेकिन आज वह अपना वजूद खो चुकी है। इसके पीछे कई कारण बताये जा रहे हैं, मूली की खेती यहाँ कुछ विशेष क्षेत्रों में होती थी। जहां मकान बनाये जाने तथा उसकी उचित लागत न मिलने के कारण किसानों का उससे मोहभंग हो गया। परिणाम यह है कि 15 से 17 किलो तक वजन की कुल मूली अब 5 से 7 किलो की भी मुश्किल से हो पा रही है। यहाँ की मोटी मूली जब दूसरे जिलों में जाती थी उसे देखने के लिए भीड़ लग जाती थी।
मकर संक्रान्ति के अवसर पर लोग बहन-बेटियों के घर खिचड़ी के रूप में लाई- चूड़ा, गट्टा तथा अन्य सामानों के साथ बड़ी और मोटी मूली भी ले जाना जनपद की शान समझते थे। यह जितनी मोटी होती थी उतना ही इसका महत्व माना जाता था और वह दर्शनीय होती थी।
धीरे-धीरे विकास की अंधी दोड़ में जौनपुर की मूली अपना मूल वजूद खो रही है। इसके लिए उपयुक्त जमीन पर जहां मकान बन चुके हैं वहीं किसान कम समय में ज्यादा सब्जियां उत्पादन देने वाले फसल पर ध्यान देने लगे हैं। शहर के खासनपुर, मकदूमशाह अढ़न, पुराना बान दरीबा तथा राजपूत कक्क्षठी के पीछे ताड़तला आदि जगह मोटी और वजनदार मूली के लिए उपयुक्त जगह थी। इसकी खासियत थी कि यह कुछ ख़ास रूप से उपजाऊ जमीन पर ही अपना विकास कर पाती थी। आज उन्ही जमीनों पर आलीशान मकान बन गये हैं। किसान उचित लागत न मिलने से इसकी खेती करने से परहेज करने लगे हैं। पहले किसान मूली की खेती अगैती के साथ करते थे। जो मकर संक्रान्ति आते- आते अपनी पूर्ण अवस्था में आ जाती थी।
जिसका वजन 15 से 17 किलो होता था। लोग मोटी मूली उपहार के रूप में देते थे। कृषि विभाग व अन्य संस्थायें इसके लिए किसानों को पुरस्कृत कर उनका उत्साह बढ़ाने का काम करते थे लेकिन इन संस्थाओं का रुझान खत्म होने लगा तो किसान मूली की पिछैती खेती करने लगे और मूली का आकार तथा वजन कम होकर 7 किलो तक सिमट गया। किसानों का कहना है, कि मोटी मूली के लिए फसल की देखभाल बच्चों की तरह करनी पड़ती है किन्तु बाजार में आने के बाद इसकी मूल लागत मिलना भी कठिन हो गया।
सन्दर्भ:-
1. https://bit.ly/2Zbd6wV
2. jaunpurcity.in/2011/05/four-to-six-feet-long-jaunpuri-newar.html
3. https://www.youtube.com/watch?v=GRbBCBBUKgI
4. https://www.youtube.com/watch?v=PiBuSashSK8
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