भारतीय रुपया (प्रतीक-चिह्न: ; कोड: INR) भारत की राष्ट्रीय मुद्रा है। इसका बाज़ार नियामक और जारीकर्ता भारतीय रिज़र्व बैंक है। नये प्रतीक चिह्न के आने से पहले रुपये को हिन्दी में दर्शाने के लिए 'रु' और अंग्रेजी में प्रतीक के तौर पर Re. (1 रुपया), Rs. और Rp. का प्रयोग किया जाता था। आधुनिक भारतीय रुपये को 100 पैसे में विभाजित किया गया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक नोट मुद्रण (प्रा) लिमिटेड (बीआरबीएनएमपीएल) की स्थापना भारत में बैंक नोट का उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अपने संपूर्ण स्वामित्वाधीन उसकी सहायक कम्पनी के रूप में 3 फरवरी 1995 को हुई ताकि रिज़र्व बैंक देश में बैंक नोट के लिए आपूर्ति तथा मांग के बीच के अन्तर को मिटा सके। बीआरबीएनएमपीएल का पंजीकरण कम्पनी अधिनियम 1956 के अंतर्गत प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के रूप में किया गया है एवं उसका पंजीकृत तथा कार्पोरेट कार्यालय बंगलुरु में स्थित है।
इस रविवार प्रारंग आपके लिए लेकर आया है, भारतीय मुद्रा के मुद्रण से जुडी हुई जानकारी का एक चलचित्र। इस चलचित्र में मुद्रणालय/छापाखाने और टकसालों से लेकर बैंक खराब नोटों का क्या करती है, इत्यादि जानकारी को बताया गया है। इस चलचित्र को फैक्टयूब वर्ल्ड (Factube World) नामक यूटयूब चैनल द्वारा प्रसारित किया है।
मुद्रणालय या छापखाने
इंडियन सिक्योरिटी प्रेस, नासिक रोड महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में नासिक रोड पर स्थित इंडियन सिक्योरिटी प्रेस है जहां पर डाक संबंधी सामग्री जैसे डाक टिकट बैंकों के चेक, राष्ट्रीय बचत पत्र, पासपोर्ट, इंदिरा विकास पत्र, पोस्टल आर्डर, किसान विकास पत्र आदि के अलावा अलावा यह प्रेस करेंसी नोट भी छापती है जिसमें 10, 50 , 100, 500 तथा 2000 के नोट होते हैं तभी उनकी पूर्ति भी करती है।
सिक्योरिटी प्रिंटिंग प्रेस, हैदराबाद
इसकी स्थापना दक्षिण राज्यों की लेखन सामग्री की मांगों को पूरा करने और देश की केंद्रीय उत्पाद शुल्क स्टाम्प की मांग को पूरा करने के लिए वर्ष 1982 में की गई थी इसकी स्थापना इंडियन सिक्योरिटी प्रेस नासिक रोड महाराष्ट्र के उत्पादन की अनुपूर्ति के लिये की गयी थी ।
बैंक नोट प्रेस देवास
मध्य प्रदेश के देवास में स्थित बैंक नोट प्रेस 10, 50, 100, 500 तथा 2000 के बैंक नोट छापती है तथा यहां पर एक स्याही कारखाना भी है जो कि प्रतिभूति पत्रों के लिए स्याही का निर्माण करता है।
शाहबनी (पश्चिम बंगाल) तथा मैसूर
भारतीय रिजर्व बैंक मुद्रण लिमिटेड के दो नए एवं अत्याधुनिक करेंसी नोट प्रेस शाहबनी पश्चिम बंगाल तथा मैसूर कर्नाटक में में स्थापित किए गए हैं। यहां आरबीआई के नियंत्रण में करेंसी नोट छापे जाते हैं इन छापखानों में वर्ष 1998 से 99 तक 10000 मिलियन करेंसी नोट का अतिरिक्त वार्षिक मुद्रण का अनुमान लगाया गया था। देवास तथा महाराष्ट्र में नासिक रोड पर स्थित बैंक करेंसी प्रेस में प्रतिवर्ष 6000 मिलियन करेंसी नोट का मुद्रण होता है।
सिक्योरिटी पेपर मिल, होशंगाबाद
मध्य प्रदेश के होसंगाबाद में स्थित इस सुरक्षा-पत्र मिल में बैंक और करेंसी नोट कागज तथा गैर-न्यायिक स्टाम्प पेपर की छपाई होती है। वर्ष 1968 में करेंसी नोट और स्टांप पेपर की छपाई करने के लिए सिक्योरिटी पेपर मिल होशंगाबाद में इसका उत्पादन चालू किया गया था।
टकसालें
भारत सरकार की चार टकसालें मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद तथा नोएडा में स्थित हैं जहां पर सिक्कों का उत्पादन किया जाता है तथा सोने और चांदी की परख की जाती है एवं पदक/मेडल का भी उत्पादन भारत सरकार द्वारा यहां किया जाता है। मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता की टकसालें काफी पुरानी हैं। मुंबई की टकसाल 1830 में स्थापित गई थी, जबकि हैदराबाद की 1930 में और कोलकाता की 1950 में स्थापित की गई थी। नोएडा की टकसाल नवीनतम है जिसे वर्ष 1989 में स्थापित किया गया है।
सन्दर्भ:-
1. https://bit.ly/2KE11w7
2. https://bit.ly/2Mow1lS
3. https://www.youtube.com/watch?v=rkPgDuHyPeA
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