ब्रिटिश भारत में कई ऐसी चीजों की स्थापना हुई जिससे भारतियों को काफी फायदा हुआ, जिनमें से एक जिमखाना भी है। जिमखाना एक प्रकार का सामाजिक क्लब (Club) होता है जिसका इतिहास ब्रिटिश औपनिवेशिक काल तक जाता है और इसमें आमतौर पर टेनिस (Tennis) और बैडमिंटन कोर्ट (Badminton Court), और बिलियर्ड्स (Billiards) आदि के खेल के लिए कमरे और एक भोजन कक्ष होता है और यह स्थानीय अभिजात वर्ग के मिलने-जुलने की जगह होती है। जिमखाना में हर कोई प्रवेश नहीं कर सकता है। इसमें प्रवेश करने के लिए सदस्यता लेनी पड़ती है, जिसका मूल्य काफी अधिक होता है, इसलिए यहाँ सिर्फ अभिजात वर्ग के लोग ही जा सकते हैं।
भारत के कई विभिन्न शहरों में विद्रोह से पहले कुछ बहुत भव्य क्लबों की स्थापना की गई थी, क्लबों से पहले एक शहर में सभा के लिए बैठक स्थल गिरजाघर और कॉफी-शॉप (Coffee Shop) हुआ करते थे। जौनपुर में भी एक ऐतिहासिक क्लब ‘इंग्लिश क्लब’ (English Club) है। इस क्लब की स्थापना सन् 1879 में हुई और इसमें उस समय कुछ ख़ास भारतियों जैसे बाबू त्रिभुवन सहाय इत्यादि को ही आने की इजाज़त थी वरना मुख्यतया अंग्रेज़ ओहदेदार यहां बैडमिंटन, टेबल टेनिस इत्यादि खेलने के लिए आया करते थे। यहां पर एक स्विमिंग पूल (Swimming Pool) भी हुआ करता था जिसमें पानी वहाँ के एक कुऐ से लाया जाता था।
वर्तमान में यहाँ टेबल टेनिस रूम, कुआँ और एक मस्जिद का वजूद बचा है। विरासत इमारत होने के कारण इसे तोड़ा नहीं जा सकता है, जबकि इसको आगे बढ़ाया जा सकता है। कुछ का कहना है कि इस क्लब में मौजूद मस्जिद को किसी मुस्लिम अंग्रेज कलेक्टर ने नमाज़ पढ़ने के लिए बनवाया था जबकि लखौरी ईंट की बनी होने के कारण यह अनुमान लगाया जाता है कि यह मस्जिद पहले से बनी हुई थी जिसका इस्तेमाल वहाँ के मुसलमान अधिकारी नमाज़ पढ़ने के लिए किया करते थे। भारत की स्वतंत्रता के बाद 1952 में इसका नाम इंग्लिश क्लब से बदल के ‘जौनपुर क्लब’ रख दिया गया और इसके क़ानून इत्यादि में भी बदलाव किया गया।
जौनपुर में जौनपुर क्लब के अलावा और कई अन्य क्लब भी मौजूद हैं, जिनमें से एक जौनपुर गोमती लायंस क्लब (Jaunpur Gomti Lions Club) और एक रोटरी क्लब ऑफ जौनपुर (Rotary Club of Jaunpur) है। जौनपुर गोमती लायंस क्लब हर दिन स्थानीय लोगों की जरूरतों को पूरा करता है क्योंकि वे समुदाय की सेवा करने में विश्वास रखते हैं। इस क्लब की स्थापना दृष्टिहीनता को दूर करने के लिए 1917 में की गई थी। नेत्र रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ ये दृष्टि स्क्रीनिंग (Vision Screening) का आयोजन, अस्पतालों और क्लीनिकों में दवा वितरित करना आदि कार्य करते हैं। इसके अलावा ये पर्यावरण की देखभाल, भूखे और ज़रूरत मंद वरिष्ठों और विकलांगों को भोजन भी देते हैं।
संदर्भ :-
1. https://en.wikipedia.org/wiki/Gymkhana
2. https://www.youtube.com/watch?v=Oc8AU4Ez43Y
3. https://www.hamarajaunpur.com/2018/06/blog-post.html
4. https://www.e-clubhouse.org/sites/jaunpurgomti/
5. https://www.facebook.com/Rotary-Club-Of-Jaunpur-700932746628743/
6. https://www.openthemagazine.com/article/essay/class-race-and-the-colonial-clubs-of-india
7. http://www.bonvoyageurs.com/2014/02/08/delhi-gymkhana-club/
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