जौनपुर में देखने को मिलता है मां काली का सौम्य रूप

जौनपुर

 06-04-2019 07:10 AM
विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

आपने अभी तक मां काली को रौद्ररूप में ही देखा होगा परंतु जौनपुर के केराकत नगर में स्थित माता काली के मंदिर में उपस्थित उनकी मूर्ति अन्य मंदिरों में स्थित मूर्तियों से भिन्न है। यहां आपको मां काली की शांत व सौम्य रूप की प्रतिमा देखने को मिलेगी। इस मूर्ति में मां का सौम्य रूप झलकता है।

मां दुर्गा की पूजा के लिए प्रत्येक दिन और प्रतिक्षण शुभ माना जाता है परंतु नवरात्री के नौ दिन देवी मां की उपासना के लिए विशेष महत्व रखते हैं। ये नौ दिन देवी मां के द्वारा राक्षसों को मारने या बुराई पर विजय प्राप्त करने के संकेत के रूप में प्रतिवर्ष दो बार मनाये जाते हैं। हम सभी जानते है कि संसार के कल्याण के लिए मां आदि शक्ति नौ अलग अलग रूपों में प्रकट हुई थी, जिन्हें हम नव-दुर्गा कहते हैं। नवरात्री का समय मां दुर्गा के इन्ही नौ रूपों की उपासना का समय होता है, जिसमें प्रत्येक दिन देवी के अलग-अलग रूप की पूजा की जाती है।

नवरात्रि पूरे भारत में बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। माना जाता है कि नवरात्रि के दौरान मनुष्य अपने नकारात्मक गुणों पर भी विजय प्राप्त कर लेता है। ये नौ दिन देवी के तीन रूपों को समर्पित हैं:- नवरात्रि के पहले तीन दिन देवी दुर्गा (पराक्रम की देवी), अगले तीन दिन देवी लक्ष्मी (धन और समृद्धि की देवी) और अंतिम तीन दिन देवी सरस्वती (ज्ञान की देवी) को समर्पित हैं।

मां दुर्गा के नौ रूपों में से एक रूप मां काली का भी है। माना जाता है कि कुरुक्षेत्र के युद्ध में पांडवों की विजय सुनिश्चित करने के लिए अरावन ने "मां काली" को अपना बलिदान देने का निश्चय किया, जिस कारण मां ने युद्ध में विजय के लिए पांडवों को आशीर्वाद दिया था।

पुराने समय में केराकत नगर में स्थित माता काली के मंदिर में नवरात्री के दौरान रोज पशुबलि दी जाती थी लेकिन दो या तीन दशकों से यह प्रथा बंद कर दी गई है। मां काली मंदिर का इतिहास कई साल पुराना है परंतु आज भी यहां नवरात्री में भक्तों की बहुत भीड़ उमड़ती है। नवरात्रि के दौरान इस प्रसिद्ध मंदिर में दर्शन-पूजन हेतु क्षेत्र के आस-पास के अलावा दूर-दराज से भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। माना जाता है कि मां के दर्शन मात्र से जीवन सुखद, और शांत हो जाता है तथा ज्ञान, भक्ति, शांति, आनंद, संमृद्धि तथा करूणा का विस्तार होता है। सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद पूरी हो जाती है। इस मंदिर में मां के चरणविंदों में त्रैलोक्य की अपार शांति, शक्ति और सम्पदा समाई है।

संदर्भ:

1. https://www.commonfloor.com/guide/navratri-celebration-begins-6376.html
2. https://www.patrika.com/jaunpur-news/devotees-crowed-in-jaunpur-s-kali-mandir-1414245/



RECENT POST

  • पूर्वांचल का गौरवपूर्ण प्रतिनिधित्व करती है, जौनपुर में बोली जाने वाली भोजपुरी भाषा
    ध्वनि 2- भाषायें

     28-12-2024 09:22 AM


  • जानिए, भारत में मोती पालन उद्योग और इससे जुड़े व्यावसायिक अवसरों के बारे में
    समुद्री संसाधन

     27-12-2024 09:24 AM


  • ज्ञान, साहस, न्याय और संयम जैसे गुणों पर ज़ोर देता है ग्रीक दर्शन - ‘स्टोइसिज़्म’
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     26-12-2024 09:28 AM


  • इस क्रिसमस पर, भारत में सेंट थॉमस द्वारा ईसाई धर्म के प्रसार पर नज़र डालें
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     25-12-2024 09:23 AM


  • जौनपुर के निकट स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के गहरे अध्यात्मिक महत्व को जानिए
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     24-12-2024 09:21 AM


  • आइए समझें, भवन निर्माण में, मृदा परिक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका को
    भूमि प्रकार (खेतिहर व बंजर)

     23-12-2024 09:26 AM


  • आइए देखें, क्रिकेट से संबंधित कुछ मज़ेदार क्षणों को
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     22-12-2024 09:19 AM


  • जौनपुर के पास स्थित सोनभद्र जीवाश्म पार्क, पृथ्वी के प्रागैतिहासिक जीवन काल का है गवाह
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     21-12-2024 09:22 AM


  • आइए समझते हैं, जौनपुर के फूलों के बाज़ारों में बिखरी खुशबू और अद्भुत सुंदरता को
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     20-12-2024 09:15 AM


  • जानिए, भारत के रक्षा औद्योगिक क्षेत्र में, कौन सी कंपनियां, गढ़ रही हैं नए कीर्तिमान
    हथियार व खिलौने

     19-12-2024 09:20 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id