14वीं शताब्दी में फिरोज शाह तुगलक द्वारा बसायी नगरी जौनपुर आज भी अपनी ऐतिहासिकता को बयां करती है। गोमती नदी के दोनों ओर बसे इस शहर को जौनपुर का शाही अकबरी पुल जोड़ता है। लगभग 15 मेहराबों पर बने इस पुल का निर्माण 1564 और 1568 के बीच मुगल सम्राट अकबर के अधीन स्थानीय शासक मुनीम खान द्वारा बनाया गया था। यह पुल आज भी अपनी अखण्डता को बरकरार रखे हुए है। इस ऐतिहासिक पुल का जिक्र हमें कई ऐतिहासिक ग्रंथों में देखने को मिलता है साथ ही ब्रिटिश शासन काल के दौरान भारत आये विलियम होजेस (William Hodges) ने अपनी पुस्तक “सिलेक्ट व्यूज़ इन इंडिया” (Select Views in India) में संकलित भारत के ऐतिहासिक चित्रों में इस पुल को भी स्थान दिया है।
ऊपर दिए गये जौनपुर के शाही पुल के चित्र का विवरण:
विलियम होजेस ने गर्वनर जनरल वॉरेन हेंस्टिंग के संरक्षण में सम्पूर्ण भारत की यात्रा की तथा यहां की वास्तुकला, प्राकृतिक दृश्य इत्यादि के चित्र और एक्वाटिन्ट (Aquatints) तैयार किये जिन्हें 1785-1788 के मध्य लंदन में दो संस्करणों में प्रकाशित किया गया। ये भारत में कार्य करने वाले पहले ब्रिटिश पेशेवर चित्रकार थें। विलियम होजेस के चित्रों की 49 प्लेट्स में से 34वें नंबर में जौनपुर के पुल के चित्र को रखा गया है। गोमती नदी पर बने पुल के विषय में होजेस ने कहा बाड़ के दौरान जब पुल नदी में डुब गया था तो उस समय ब्रिटिश सेना ने नाव के माध्यम से इसे पार किया।
वास्तव में यह बाढ़ इतनी भयानक थी कि इस बाढ़ ने संपूर्ण जौनपुर को निगल लिया था। इस भयानक बाढ़ नें जौनपुर के शाही पुल के अतिरिक्त अन्य कई इमारतों और वहां के खेती को भी नुक्सान पहुचाया था। इस बाढ़ के परिदृश्य (Landscape) को कई औपनिवेशिक चित्रकारों ने चित्रित किया है।
जौनपुर में आयी इस भयानक बाढ़ के बारे में विस्तार में जानने के लिए - क्लिक करें।
विलियम होजेस की पुस्तक सिलेक्टेड व्यूज़ इन इंडिया की 49 प्लेट्स इस प्रकार हैं:
1. अवध शहर का एक हिस्सासंदर्भ:
1. http://www.bl.uk/onlinegallery/onlineex/apac/other/019xzz000000744u00034000.html© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.