गणपति विसर्जन के इस शुभ अवसर पर आज हम आपके सामने प्रस्तुत करने जा रहे हैं एक विडियो। पिछले कुछ वर्षों से आज के दिन को लेकर काफी चिंता जताई जा रही है। आप समझ तो गए ही होंगे कि हम किस ओर इशारा कर रहे हैं। जी हाँ, विसर्जित मूर्तियों से होने वाला जल प्रदूषण एक अहम् मुद्दा है।
सन 2004 में मद्रास उच्च न्यायलय ने गणेश जी की मूर्तियों को नदियों में विसर्जित करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया। इसका कारण मूर्तियों में पाए जाने वाले हानिकारक रसायन थे, जो कि नदियों के पानी को प्रदूषित करते हैं। जहाँ कई लोगों ने चिकनी मिट्टी का प्रयोग कर इसका समर्थन किया वहीँ कुछ लोग अभी भी इसके खिलाफ हैं।
तो आइये आज इस विडियो के ज़रिये इस बात पर थोड़ी और रौशनी डालते हैं। चिंता मत कीजिए, गंभीर मुद्दे की बात करता यह विडियो इतना भी गंभीर नहीं है। मूर्तियों के विसर्जन से पहले तक की कहानी तो हम सब जानते हैं, पर एक बार जल में प्रवेश करने के बाद इतने सारे गणपति आखिर वहाँ करते क्या हैं? यही चीज़ इस विडियो में बड़े मनोरंजक रूप से बताई गयी है। तो देर किस बात की, क्लिक कीजिये ऊपर दिए गए विडियो पर और खुद जान जाइये।
संदर्भ:
1. https://www.youtube.com/watch?v=yGIQHoF7GMo
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