आज के दिन दो महत्वपूर्ण दिवस हैं। पहला ग्रीष्मकालीन संक्रांत और दूसरा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस। योग भारत में प्राचीन काल से ही व्याप्त था तथा भारत से विश्व भर में अनेकों योग गुरु हुए जिन्होंने अपने योग के ज्ञान से पूरे विश्व में भारत का लोहा मनवाया। अब प्रश्न यह उठता है कि आज के ही दिन को विश्व योग दिवस के रूप में क्यों मनाया जाना प्रारंभ किया गया?
जैसा कि अभी बताया गया कि 21 जून ग्रीष्मकालीन संक्रांति के दिन के रूप में जाना जाता है, यह वर्ष का सबसे बड़ा दिन होता है जिसमें दिन 17 घंटे तक रहता है। साथ ही साथ संक्रांति पूरे विश्व में धार्मिक रूप से एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। आज के दिन को योग दिवस के रूप में मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र में सन 2015 में विधेयक डाला गया था तथा इसे पारित कराया गया था। आज के दिन सूर्य दक्षिणायन में रहता है जो कि भारत के धर्म में अत्यंत शुभ माना गया है। आज के दिन उत्तरी गोलार्ध पर सबसे प्रत्यक्ष रूप से सूर्य की रौशनी पड़ती है जिस कारण से आज का दिन अत्यंत महत्त्वपूर्ण हो जाता है। ग्रीष्म कालीन संक्रांत के दिन सूर्य की उर्जा अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है तथा इसका प्रयोग उपचार के लिए किया जाता है। यह एक आशीर्वाद के रूप में कार्य करती है तथा यह माना जाता है कि यह इस दिन योग करके मनुष्य समृद्धि की प्राप्ति करता है।
यह एक प्रवेश द्वार है जो कि जीवन के नए आयामों को निर्धारित करने व लक्ष्यों को बनाने का अच्छा समय है। आज के दिन सुषुम्ना या केंद्रीय उर्जा का द्वार खुलता है जिससे अध्यात्मिक शक्ति का मार्ग खुल जाता है। इस कारण से आज के दिन योग की महत्ता बढ़ जाती है, इसी लिए आज का दिन योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। 21 जून 2015 से योग दिवस मनाया जाना प्रारंभ हुआ। जौनपुर में कई स्थानों पर आज के दिन योग दिवस मनाया जाता है। तमाम सरकारी और गैर सरकारी विभाग आज के दिन योग दिवस मनाते हैं। विभिन्न विद्यालयों में भी आज के दिन योग दिवस मनाया जाता है और बच्चों को योग के महत्व प्रदर्शित किये जाते हैं।
1. https://www.ndtv.com/india-news/fourth-international-yoga-day-theme-importance-celebrations-all-you-need-to-know-1870368
2. https://www.deccanchronicle.com/nation/current-affairs/220616/international-yoga-day-coincides-with-summer-solstice.html
3. http://www.soulflowyoga.com.au/5-reasons-to-practice-yoga-on-summer-solstice/
4. https://www.gaia.com/article/summer-solstice-rhythm-ritual-through-yoga
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