वर्तमान काल में स्वच्छ और साफ़ जल एक बड़े मुद्दे के रूप में उभर कर सामने आया है। शहर तो शहर गाँवों में भी साफ़ जल की समस्या सुरसा जैसा मुँह फैलाए बैठी है। शुद्ध जल प्रत्येक मानव व जीव के लिए एक महत्वपूर्ण जरूरत है जो कि शरीर को स्वस्थ और रोग मुक्त रखने का कार्य करता है। आज जौनपुर में स्वच्छ जल की कमी शहर और गाँव दोनों जगह पर देखी जा रही है। पूरे जिले में गर्मियों के शुरू होते ही जल स्तर नीचे चला जाता है और ऐसे में लोग नल के पानी पर आश्रित होते हैं पर बड़ी संख्या में नलों के खराब होने के कारण यहाँ पर लोग दूषित जल पीने को विवश हैं। दूषित जल पीने से लोगों की तबियत पर खासा गहरा प्रभाव पड़ रहा है जो उनके भविष्य के लिए ठीक नहीं है।
अब यदि अखिल भारतीय स्तर पर देखें तो पाते हैं कि भारत में कुल करीब 63.4% लोग स्वच्छ पानी से कोसों दूर हैं। यह आंकड़ा इतना बड़ा है जिसमें ऑस्ट्रेलिया, स्वीडन, श्रीलंका और बुल्गारिया की पूरी जनसँख्या आ जाये। भारत की 67% जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है जिसमें 7% ग्रामीण आबादी स्वच्छ पानी की पहुंच से दूर रहती है। इन ग्रामीण इलाकों में जलवायु परिवर्तनों के प्रभाव के बारे में उतनी अधिक जानकारी नहीं है। भारत भर में 16% ग्रामीण लोग पाइप द्वारा लाये गए पानी का इस्तेमाल करते हैं। जौनपुर में भी पानी कई स्थानों पर पाइप द्वारा ही लाया जाता है। इस आंकड़े से हम यह समझ सकते हैं कि जो इलाके जल की समस्या से जूझ रहे हैं उनकी संख्या कितनी अधिक है।
पूरे 16.78 करोड़ ग्रामीण परिवारों में मात्र 26.9% के पास पाइप के पानी का इन्तज़ाम है। बाकी की बची हुयी जनसँख्या नल, तालाब, नदी और कुएं के पानी का इस्तेमाल करती है। ज़मीन के अन्दर का भी जल धीरे-धीरे दूषित हो रहा है जिसका कारण है उपरी सतह पर होने वाली अत्यंत सोचनीय गन्दगी। भारत में लोगों के पास शौचालयों की भी अत्यंत कमी है और जहाँ है भी वहां पर बड़ी संख्या में लोगों ने सोखता टंकी का इंतज़ाम किया है जिससे भी भूगर्भ जल को खतरा है और जल स्वच्छ नहीं बच पा रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत 17 लाख ग्रामीण आवासों में से 13 लाख (77%) बस्तियों को कम से कम 40 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन पेयजल प्रदान किए जाने का प्रावधान है। परन्तु संसाधनों की कमी के कारण जनता स्वच्छ जल से दूर है।
1.https://www.patrika.com/jaunpur-news/contaminated-water-supply-in-jaunpur-due-to-negligence-2899710/
2.http://www.indiaspend.com/cover-story/63-million-indians-without-clean-drinking-water-population-of-australiaswedensri-lankabulgaria-13088
3.http://www.indiaspend.com/special-reports/fixing-indias-sanitation-problem-requires-more-than-toilets-55799
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