गेंदे का फूल यदि देखा जाए तो जौनपुर में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला फूल है। यह फूल सामान्यतया प्रत्येक घर में पाया जाता है। इसको घर की शोभा बढ़ाने के लिए कई लोग लगाते हैं तो कई भगवान को चढ़ाने के लिए। इस फूल की यहाँ पर खेती भी बड़े पैमाने पर की जाती है। जौनपुर शहर से लेकर गावों तक इस फूल को बोया जाता है तथा यह फूल यहाँ से अन्य जिलों में भेजा जाता है। गेंदा फूल जौनपुर के प्रत्येक घर की शोभा बन चुका है और कोई यह कल्पना भी नहीं कर सकता कि यह फूल भारत का मूल फूल नहीं है। यह किसी चौकाने वाले बिंदु से कम नहीं है कि यह फूल भारत में मात्र 350 साल पहले ही आया है। यह पुष्प भारत में मेक्सिको से आया है। आज यह पुष्प भारत के तमाम बड़े से लेकर छोटे त्योहारों का हिसा बन चुका है और कोई यह सोच भी नहीं सकता कि यह पुष्प बाहर से आया है। इस पुष्प को अंग्रेजी में ‘मैरीगोल्ड’ नाम से जाना जाता है जो कि सम्भवतः मदर मैरी (Mother Mary) के नाम से आया है तथा भारत का गेंदा नाम संभवतः गोंड जनजाति से आया है जो इस पुष्प की खेती किया करते थे।
मेक्सिको का गेंदा फूल टजीटीज़ (Tagetes) परिवार का सदस्य है और एज़्टेक (Aztec) सभ्यता में इनका एक महत्वपूर्ण स्थान था। यह जानने वाली बात है कि एज़्टेक सभ्यता अमेरिका की सबसे प्राचीन सभ्यता है। इस पुष्प का प्रयोग वहां पर धार्मिक कार्यों में किया जाता था। इस पुष्प के प्रयोग का एक कारण यह भी था कि यह कीटनाशक के रूप में भी कार्य करता है। एज़्टेक सभ्यता के लोग इसके तेल का प्रयोग दवा के रूप में किया करते थे। भारत में इसका आगमन नयी दुनिया अर्थात अमेरिका की खोज के बाद ही हुआ था। जैसा कि यह फूल आसानी से उगता है तथा इसपर भौगोलिक स्थिति का ज्यादा फर्क नहीं पड़ता तो यह पेड़ भारत में बड़े पैमाने पर फ़ैल गया। इस फूल का प्रयोग विभिन्न विवाहों और फिल्मों की शूटिंग आदि में किया जाता है, कारण कि यह देखने में अत्यंत लुभावना है।
भारतीय आयुर्वेद में इस पुष्प का कोई विवरण हमें नहीं मिलता जिस कारण यह तथ्य सिद्ध होता है कि यह फूल बाहर से आया हुआ है। भारत में इस पुष्प के कई प्रकार पाए जाते हैं। कुछ बड़े आकार के होते हैं तो कुछ छोटे आकार के। रंग में भी इनके कई प्रकार पाए जाते हैं। कुछ फूल पीले होने के साथ-साथ लाल रंग के भी होते हैं। इस फूल की कई प्रजातियाँ पायी जाती हैं जो कि साल भर फूल का उत्पादन करती हैं। यह एक कारण है कि यह फूल हमेशा बाज़ार में मिल जाता है। कई बड़ी फिल्मों में इस फूल को दिखाया गया है जैसे हॉलीवुड की ‘द मेरीगोल्ड होटल’ जो भारत में चित्रित है, जिससे विश्व भर में बड़ी आबादी को यह लगता है कि यह पुष्प भारतीय मूल का है।
1.http://www.krishisewa.com/articles/production-technology/75-marigold-year-round.html
2.https://blogs.economictimes.indiatimes.com/onmyplate/marigold-the-mexican-flower-that-has-become-a-part-of-indian-festivals/
3.https://top.quora.com/What-is-the-significance-of-marigold-flowers-in-Indian-culture
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