मधुमक्खी का नाम लेते ही हमारी आँख के सामने बड़े-बड़े छत्ते दिखाई देने लगते हैं जिसपर लाखों की संख्या में मधुमक्खियाँ चिपकी हों। ये मधुमक्खियाँ छत्ते में उपस्थित अण्डों को पालती हैं और छत्तों में शहद संजोती रहती हैं। जौनपुर में बड़ी मात्रा में मधुमक्खी के छत्ते दिखाई दे जाते हैं। ये छत्ते मुख्य रूप से सरंगा मधुमक्खी के होते हैं जो कि यहाँ की प्रमुख मधुमक्खी है। जौनपुर में बड़ी संख्या में खेती आदि होने के कारण मधुमक्खियों को शहद इकठ्ठा करने का साधन प्राप्त हो जाता है। मधुमक्खियाँ अत्यंत अनुशासन में रहती हैं। मधुमक्खियों की अपनी एक अलग कालोनी होती है और प्रत्येक कालोनी में एक रानी मधुमक्खी होती है। रानी मधुमक्खी वह मधुमक्खी होती है जो पूरी कालोनी को निर्देश देती है। हर कालोनी में ज्यादातर बच्चे रानी मधुमक्खी के होते हैं अन्य मधुमक्खियाँ बच्चों को पालने का कार्य करती हैं।
मधुमक्खियों की कालोनी एक विशिष्ट प्रकार के समाज का प्रदर्शन करती है। रानी मधुमक्खी का चयन कार्य करने वाली मधुमक्खियों के द्वारा लार्वा की अवस्था में ही कर लिया जाता है। प्रत्येक कालोनी में एक ही मधुमक्खी होती है जो कि यौन सम्बन्ध बनाती है और बच्चे पैदा करती है बाकि सारी मधुमक्खियाँ उसकी देखभाल करती हैं। रानी मधुमक्खी का चयन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। कभी भी रानी मधुमक्खी का चयन 3 स्तरों पर किया जाता है। पहला स्तर यह कि जब पुरानी रानी मधुमक्खी बूढ़ी होने लगे तो नयी रानी की खोज शुरू की जाती है। दूसरा स्तर जब रानी मधुमक्खी की मृत्यु हो जाए या तो वह गायब हो जाए तो नयी रानी मधुमक्खी की खोज की जाती है। और तीसरा मधुमक्खियों द्वारा झुण्ड से किसी एक बेतरतीब तरीके से मधुमक्खी के लार्वे का चयन कर लिया जाता है। लार्वे के आधार पर मधुमक्खी के चयन के बाद उसे एक अन्य बड़े सेल (Cell) में डाला जाता है जो कि रानी सेल (Queen Cell) के नाम से जाना जाता है। इसमें लार्वे को अन्य सभी लार्वे से ज्यादा देखभाल व भोजन की प्राप्ति होती है। शुरुआत के 3 दिन तक कामगार मधुमक्खी और नयी रानी मधुमक्खी, दोनों को सबसे अधिक उत्तम जेली परोसी जाती है परन्तु बाद में यह केवल रानी मधुमक्खी को ही परोसी जाती है। रानी मधुमक्खी अपनी बहनों को मार देती है जिससे उसका कोई प्रतिद्वंदी ना हो पाए। अपने शुरुआती दिनों के बाद यह मधुमक्खी ड्रोन मधुमक्खियों (Drones) से मिलन स्थापित करती है और समाज की स्थापना करती है। मिलन के बाद नर मधुमक्खीयों की मृत्यु हो जाती है। इस प्रकार से एक मधुमक्खी के कालोनी की स्थापना और उसका कार्यकाल चलता है।© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.