इन्टरनेट आज के ज़माने में एक जरूरत बन कर उभर रहा है। शिक्षा से लेकर मनोरंजन तक, इन्टरनेट की पहुँच में आ चुका है। तथ्यों के सत्यापन से लेकर कृषि आदि की जानकारियाँ आज हमसे एक क्लिक की दूरी पर हैं। वर्तमान काल में भारत की एक बड़ी आबादी (31%) इन्टरनेट का प्रयोग कर रही है। भारत में इन्टरनेट का प्रयोग मुख्य रूप से मोबाइल के जरिये होता है। यदि इन्टरनेट क्या है और इसकी खोज कैसे हुयी जैसे तथ्यों पर नज़र डालें तो कई बातें हमारे सामने आती हैं- इंटरनेट की खोज के पीछे कई लोगों का हाथ था। सबसे पहले लियोनार्ड क्लाइनरॉक (Leonard Kleinrock) ने इंटरनेट बनाने की योजना बनाई, बाद में 1962 में जे.सी.आर. लिकलाइडर (J.C.R. Licklider) ने उस योजना के साथ, रोबर्ट टेलर (Robert Taylor) की मदद से एक जाल (Network) बनाया जिसका नाम अरपानेट (ARPANET) था। अरपानेट को टेलीनेट (TELNET) नाम से 1974 में व्यावसायिक रूप से उपयोग में लाया गया। भारत में इन्टरनेट सर्वप्रथम 80 के दशक में आया था।
इन्टरनेट पहले इस स्वरुप में बिलकुल नहीं था जिस स्वरुप में में इसे आज हम देखते हैं। शुरुआत में, इंटरनेट वैज्ञानिक, शैक्षिक और सैन्य अनुसंधान के लिए कड़ाई से इस्तेमाल किया गया था। सन 1991 में नियमों को व्यवसायों और उपभोक्ताओं को भी जोड़ने की अनुमति देने के लिए बदल दिया गया। उस समय के बाद से इंटरनेट तेजी से बढ़ गया है और अब पूरे विश्व भर में फ़ैल गया है। रोज़ाना इन्टरनेट के जरिये नई प्रौद्योगिकियों को लगातार विकसित किया जा रहा है ताकि इंटरनेट को आसान और अधिक आकर्षक बनाया जा सके। मानव जीवन में इन्टरनेट शिक्षा, शोध, मनोरंजन, सन्देश, अंतरिक्ष अध्ययन आदि के लिए प्रयोग में लाया जाता है। जौनपुर में यदि आंकड़ों को देखें तो भारत स्तर पर यहाँ की 16 प्रतिशत की आबादी इन्टरनेट का प्रयोग करती है।
1.http://www.livemint.com/Industry/QWzIOYEsfQJknXhC3HiuVI/Number-of-Internet-users-in-India-could-cross-450-million-by.html
2.https://economictimes.indiatimes.com/tech/internet/internet-penetration-in-rural-india-abysmal-report/articleshow/60881137.cms
3.http://www.thehindu.com/business/how-many-indians-have-internet/article17668272.ece
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