दीपावली का पर्व, हमारे बहुत नज़दीक है, तथा इस त्योहार ने एक बार फिर हमारा ध्यान प्रकाश विकल्पों की ओर खींचा है, जिनके ज़रिए, हम अपने घरों को सुंदर तथा आकर्षक रूप देने का प्रयास करते हैं। किंतु वास्तव में प्रकाश है क्या? प्रकाश एक विद्युत चुम्बकीय विकिरण (electromagnetic radiation) है, जिसे मानव आँख द्वारा ग्रहण किया जाता है। दृश्यमान प्रकाश (visible light), दृश्यमान स्पेक्ट्रम (visible spectrum) में फैली होती है | वह प्रकाश, जिसकी तरंगदैर्ध्य (wavelength), 400-700 नैनोमीटर के बीच होती है, तथा आवृत्ति (frequency), 750-420 टेराहर्ट्ज़ के अनुरूप होती है, को दृश्य प्रकाश (Visible light) कहा जाता है। प्रकाश, एक प्रकार की ऊर्जा है, जो जब हमारी आँख की रेटिना पर पड़ती है, तो दृष्टि संवेदना उत्पन्न होती है और हमें वस्तुएं दिखाई देती हैं । इस विकिरण ऊर्जा के कारण ही, मनुष्य वस्तुओं को देख सकता है और उनकी उपस्थिति का अनुभव कर सकता है। यह विद्युत चुम्बकीय विकिरण, तरंगदैर्ध्य की एक अत्यंत विस्तृत श्रृंखला में होता है। इसमें लगभग 1 × 10−11 मीटर से कम तरंगदैर्ध्य वाली गामा किरणों से लेकर, मीटर में मापी गई रेडियो तरंगे शामिल हैं। हालांकि, मानव, केवल 400-700 नैनोमीटर के बीच तरंगदैर्ध्य वाले प्रकाश को ही देख सकता है। तो आज, आइए, हम इन चलचित्रों के माध्यम से प्रकाश के बारे में विस्तार से जानेंगे। हम ये भी जानेंगे कि हम प्रकाश को कैसे देख और समझ पाते हैं। इसके अलावा, हम देखेंगे कि परावर्तन (reflection) और अपवर्तन (refraction) के बीच क्या अंतर है। साथ ही, हम प्रकाश से संबंधित सिद्धांतों और प्रयोगों जैसे हाइगेन्स सिद्धांत (Huygens principle) और थॉमस यंग (Thomas Young) के डबल स्लिट प्रयोग (Young's double slit experiment)पर आधारित कुछ चलचित्र देखेंगे।
'
संदर्भ:
https://rb.gy/uisohr
https://tinyurl.com/5n7ja24k
https://tinyurl.com/5ykjr93d
https://tinyurl.com/24w8uyym
https://tinyurl.com/cdmm6hbx