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विश्व कला दिवस पर जानें, कला का समाज से क्या है संबंध? एवं कलाकार की भूमिका

जौनपुर

 15-04-2024 09:26 AM
द्रिश्य 3 कला व सौन्दर्य

आमतौर पर जब एक किसान खेत में फ़सल उगाता है, या फिर कोई दर्ज़ी किसी कपड़े को सिलता है, तो उसका परिणाम हमें खिली हुई फ़सल या तैयार कपड़े के रूप में दिखाई दे जाता है। लेकिन एक कलाकार की कलाकृति या उसकी रचना से हासिल होने वाले परिणाम, हमें स्पष्ट तौर पर नहीं दिखाई देते। किंतु कहीं न कहीं गहरे तल पर हमारे समाज के बेहतर संतुलन में एक कलाकार का योगदान भी उतना ही अहम् है, जितना कि एक किसान या फिर एक दर्ज़ी का होता है। हालाँकि ये बात अलग है कि कलाकारों की भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ, राजनेताओं या वैज्ञानिकों की तरह स्पष्ट या तार्किक रूप से परिभाषित नहीं की जा सकती हैं। लेकिन दुनिया पर उनकी रचनाओं का प्रभाव, बहुआयामी रूप से पड़ता है। ऐसे में विश्व कला दिवस के मौके पर चलिए जानने का प्रयास करते हैं कि कलाकार, अपने काम के माध्यम से, समाज को कैसे प्रभावित कर सकते हैं? 1. कलाकार पूरे समाज की भावनाओं को व्यक्त करते हैं।: एक ओर जहां अधिकांश लोग सामाजिक भावनाओं और दैनिक संघर्षों को छुपाते फिरते हैं, वहीँ कलाकार इन सार्वभौमिक भावनाओं को व्यक्त करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। हम सभी अपने दिमाग में भय, आशाएं, सपने और भ्रम का पहाड़ खड़ा किये रहते हैं, लेकिन केवल कलाकार ही इन भावनाओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त कर पाते हैं। 2. कलाकार सच बोलते हैं।: सामाजिक रूप से जागरूक कई कलाकार दुनिया के सामने सच्चाई प्रकट करना अपना कर्तव्य समझते हैं, जिसे बाकी सभी लोग नज़रअंदाज़ कर देते हैं। 3. कलाकार मानदंडों को चुनौती देते हैं।: कलाकार न केवल कलात्मक मानदंडों को बल्कि सामाजिक मानदंडों को भी चुनौती देते हैं, और समुदायों में नए व्यवहार पैटर्न पेश करते हैं। कलाकार हमेशा मानदंडों को चुनौती देने और समाज का मार्गदर्शन करने के अवसरों की तलाश करते रहते हैं। 4. कलाकार परंपरा का संरक्षण करते हैं।: हालांकि कलाकार अक्सर मानदंडों को तोड़ते प्रतीत होते हैं। लेकिन कई मामलों में वे परंपराओं को आगे बढ़ाने और सांस्कृतिक मान्यताओं को संरक्षित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उदाहरण के तौर पर हमारे इतिहास से जुड़े कई सबक हमें चित्रकलाओं से ही सीखने को मिले हैं। 5. कलाकार जटिल मुद्दों को उजागर करते हैं।: कलाकार अपनी कलाकृति का उपयोग, अपने दौर की महत्वपूर्ण समस्याओं को इंगित करने के लिए करते हैं। उनकी कला, युद्ध जैसे मुद्दों पर सशक्त टिप्पणी के रूप में काम कर सकती है। इसका एक उदाहरण पिकासो की ग्वेर्निका (Guernica) नामक पेंटिंग में देखने को मिलता है। ग्वेर्निका, में 1937 में बास्क गांव (Basque village) के नरसंहार को दर्शाया गया है। 6. कलाकार खुशियाँ फैलाते हैं।: कलाकार की रचनाओं में हमें प्रसन्न करने और प्रेरित करने की शक्ति होती है। वे हमें हँसाते हैं, हमें प्रभावित करते हैं और अपनी उत्कृष्ट कृतियों से हमें रोमांचित भी करते हैं। 7. कलाकार सामुदायिक मूल्यों को प्रतिबिंबित करते हैं।: जाने अनजाने में प्रत्येक कलाकार अपने समुदाय के मूल्यों को प्रतिबिंबित करता है। उनका प्रभाव उनकी पेंटिंग, कविताओं, उपन्यासों, मूर्तियों और कला के अन्य रूपों में झलकता है। 8. कलाकार सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं।: आज की दुनिया में, भारत सहित अधिकांश देशों में अलग-अलग संस्कृतियों के लोग रहने लगे हैं। कलाकार इस विविधता को साझा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कुछ कलाकार अपने देशों के लिए सांस्कृतिक राजदूत की तरह काम करते हैं। उदाहरण के लिए, फ़ेला कुटी (Fela Kuti) ने अफ्रीकी संस्कृति से दुनिया को परिचित कराया और हारुकी मुराकामी (Haruki Murakami) ने पश्चिम में युवाओं को जापानी साहित्य से परिचित कराया।
9. कलाकार कभी-कभी प्रचारक बन सकते हैं।: कभी-कभी प्रचार के लिए एक उपकरण के रूप में, कला का दुरुपयोग भी किया जा सकता है। उदाहरण के लिए 20वीं सदी की शुरुआत में, सर्गेई ईसेनस्टीन (Sergei Eisenstein) ने सोवियत क्रांतिकारी प्रचार का समर्थन किया था। इसके अलावा जेम्स मोंटगोमरी फ्लैग (James Montgomery Flagg's) के "आई वांट यू (I Want You)" पोस्टर ने विश्व युद्ध के लिए सैनिकों की भर्ती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस प्रकार यह समझ में आता है कि कलाकार होना वास्तव में बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है, जिसके बारे में कलाकारों को जागरूक होने की आवश्यकता है।
कला हमें खुद को अभिव्यक्त करने के लिए एक मंच देती है, और आत्मनिरीक्षण को प्रोत्साहित करती है। कला का असली मूल्य केवल उसके मौद्रिक मूल्य में नहीं बल्कि उसकी रचना में निहित है।
कला की भूमिका पर सदियों से बहस होती रही है। कुछ लोग इसे मनोरंजन के रूप में देखते हैं, तो कुछ लोग इसे मानव अस्तित्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं। कला, कलाकारों के लिए अभिव्यक्ति का एक अनूठा साधन साबित होती है, जो इसके माध्यम से जटिल भावनाओं और विचारों को व्यक्त कर सकता है। कला केवल एक रचनात्मक प्रयास नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी शक्ति है जो समाज को आकार देती है, प्रभावित करती है और प्रतिबिंबित करती है।
कला में धारणाओं को बदलने और परिवर्तन लाने की शक्ति होती है। उदाहरण के लिए, प्राचीन ग्रीस में, कला और संगीत देवताओं के साथ संवाद करने का एकमात्र तरीका माना जाता था। इसके अलावा कला में हमारे विश्व दृष्टिकोण को बदलने, नए विचारों, मूल्यों और दृष्टिकोणों के प्रति हमारी आंखें खोलने की क्षमता भी होती है। यह हमें अपने इतिहास पर चिंतन करने या हमें अपने भविष्य की कल्पना करने के लिए प्रेरित कर सकती है। कला सामाजिक मुद्दों को उजागर कर सकती है और स्वीकार्यता को बढ़ावा दे सकती है, जिससे सभी क्षेत्रों के लोगों को एकजुट किया जा सकता है।

संदर्भ
https://tinyurl.com/2p9nxj2d
https://tinyurl.com/bdpu74
https://tinyurl.com/dysjtzx2

चित्र संदर्भ
1. भारतीय कलाकार को संदर्भित करता एक चित्रण (pexels)
2. एक बुजुर्ग कलाकार को संदर्भित करता एक चित्रण (pexels)
3. भारतीय सैनिकों की पेंटिंग को संदर्भित करता एक चित्रण (lookandlearn)
4. दीवार में की गई कलाकारी को दर्शाता एक चित्रण (World History Encyclopedia)
5. एक प्रतिमा में रंग भरते भारतीय कलाकार को संदर्भित करता एक चित्रण (wallpaperflare)
6. एक प्रसन्न चित्त भारतीय कलाकार को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
7. भारतीय स्कल्पचर आर्टिस्ट नीरज गुप्ता को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
8. आई वांट यू पोस्टर को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)



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