समयसीमा 234
मानव व उनकी इन्द्रियाँ 960
मानव व उसके आविष्कार 743
भूगोल 227
जीव - जन्तु 284
Post Viewership from Post Date to 26- Jan-2024 (31st Day) | ||||
---|---|---|---|---|
City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Total | ||
2465 | 191 | 2656 |
क्या आप जानते हैं कि “मध्यकाल (लगभग 5वीं शताब्दी ईस्वी से 15वीं शताब्दी ईस्वी) में खगोल विज्ञान से संबंधित अधिकांश प्राचीन ज्ञान लुप्त हो गया था?” लेकिन 11वीं से 14वीं शताब्दी में अरबी खगोलविदों के योगदान के फलस्वरूप आज कई सितारों और नक्षत्रों को अरबी नामों से पहचाना जा सकता है। इस्लामी स्वर्ण युग (9वीं से 13वीं शताब्दी तक) के दौरान, इस्लामी दुनिया में विद्वानों द्वारा सितारों और अंतरिक्ष से जुड़ी कई खोजें कीं गई। इन विद्वानों ने ग्रीक, फ़ारसी और भारतीय विद्वानों के कार्यों से बहुत कुछ सीखा, इसका अनुवाद किया और यहां तक की इसमें सुधार भी किया। इससे प्रारंभिक मध्ययुगीन काल के दौरान विलुप्त हो चुके, बहुमूल्य खगोल विज्ञान के ज्ञान को फिर से हासिल करने में काफी मदद मिली। उन्होंने 12वीं शताब्दी में अपने कार्यों का लैटिन में अनुवाद भी किया, जिससे प्राचीन खगोल विज्ञान को पुनर्जीवित करने में मदद मिली। यहां तक कि उनके काम ने चीन के खगोल विज्ञान को भी प्रभावित किया।
इस समय की अवधि की लगभग 10,000 पांडुलिपियाँ पूरी दुनिया में फैली हुई हैं। उनमें से कई को अभी तक पढ़ा या सूचीबद्ध नहीं किया गया है। आज हम सितारों के लिए जिन कई नामों का उपयोग करते हैं, वे पहली बार इस्लाम के उदय के बाद, एक हज़ार साल पहले अरब प्रायद्वीप में रहने वाले लोगों द्वारा उपयोग किए जाते थे। प्राचीन ग्रीक के विवरणों के अनुवाद के रूप में, अरबी में कुछ सितारों के नाम बाद में जोड़े गए। आज भी, एल्डेबारन (Aldebaran), अल्टेयर (Altair),डेनेब (Deneb), अलिडेड (Alidade), अज़ीमुथ (Azimuth) और नादिर (Nadir), आदि जैसे कई सितारे और खगोल विज्ञान में उपयोग किए जाने वाले शब्द, अरबी नामों से जाने जाते हैं।
प्रसिद्ध ग्रीक खगोलशास्त्री क्लॉडियस टॉलेमी (Claudius Ptolemy) ने दूसरी शताब्दी में अपनी ग्रीक पुस्तक अल्मागेस्ट (Almagest) में 1,025 सितारों की स्थिति और चमक को सूचीबद्ध किया था। इस पुस्तक का 8वीं और 9वीं शताब्दी में अरबी में अनुवाद किया गया और बाद में 12वीं शताब्दी में लैटिन अनुवाद के माध्यम से यह यूरोप में प्रसिद्ध हो गई। यूरोप में मध्य युग और पुनर्जागरण के दौरान, कई पुराने सितारों के नामों की नकल की गई या विभिन्न लेखकों द्वारा उनका गलत अनुवाद किया गया, जिनमें से कुछ अरबी भाषा को अच्छी तरह से नहीं जानते थे। इस वजह से, किसी भी सितारे के नाम का सटीक इतिहास समझना मुश्किल हो सकता है।
2016 में, अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) ने विभिन्न नामकरण प्रणालियों का उपयोग करना आसान बनाने के लिए सितारों के आधिकारिक नामों पर निर्णय लिया। कई सितारों को वही अरबी नाम दिया गया जिसका आमतौर पर अभी तक इस्तेमाल किया जाता था।
साधारण नाम | अरबी नाम (लिप्यंतरण) | अर्थ | अरबी नाम | वैज्ञानिक तारा नाम |
---|---|---|---|---|
एसामार (Acamar) | अखिरू-अन-नहर (Ākhiru-N-Nahr) | नदी या जलधारा का अंत/पूंछ/किनारा/सीमा | آخر النهر | थीटा एरिदानी (Theta Eridani) |
एछेर्नार (Achernar) | अखिरू-अन-नहर (Ākhiru-N-Nahr) | नदी या जलधारा का अंत/पूंछ/किनारा/सीमा | آخر النهر | अल्फ़ा एरिदानी (Alpha Eridani) |
बहाम (Baham) | साद उल-बिहाम (Sa'ad Ul-Biham) | युवा जानवरों का भाग्य | سعد البهام | थीटा पेगासी (Theta Pegasi) |
बेटन काइटोस (Baten Kaitos) | बटनी कैटस (Baṭni Qayṭus) | सेतुस का पेट | بطن قيطوس | ज़ेटा सेटी (Zeta Ceti) |
सेलबलराय (Celbalrai) | कल्ब उर-रा (Kalb Ur-Rāʿī) | चरवाहे का कुत्ता | كلب الراعي | बीटा ओफ़िउची (Beta Ophiuchi) |
A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.