कोरोना महामारी के कारण घरों में घुट रहे पर्यटक अब बदला ले रहे हैं!

य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला
11-08-2023 09:40 AM
Post Viewership from Post Date to 11- Sep-2023 (31st Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2335 563 2898
कोरोना महामारी के कारण घरों में घुट रहे पर्यटक अब बदला ले रहे हैं!

प्रेशर कुकर (Pressure Cooker) की हवा को यदि बाहर निकलने की जगह न मिले तो उसकी सारी हवा कुकर को फोड़कर बाहर निकल जाती है। कोरोना महामारी ने भी ठीक ऐसा ही कुछ प्रभाव हमें दिखाया, जहां कई महीनों से मजबूरन घरों में बंद लोग जब घूमने निकलने तो दुनियाभर में पर्यटन स्थलों में मानों पर्यटकों का विस्फोट सा हो गया।
लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान घरों में बंद रहने के कारण, बाहर देश-विदेशों की यात्रा तो छोड़िये, अपनी गलियों में घूमना भी लगभग असंभव सा हो गया। लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद लोगों ने यात्रा करने में जो रुचि दिखाई वो देखने लायक थी। इस यात्रा प्रवृत्ति को "बदला यात्रा (Revenge-Travel)" कहा जाने लगा है। यह "बदला यात्रा" महामारी के दौरान खोए हुए समय और अनुभवों की भरपाई करने पर केंद्रित है। यानी लोग एक तरह से घरों में बंद रहने का बदला घूम फिर कर ले रहे हैं। 2022 के दौरान भारी संख्या में लोगों ने विभिन्न देशों की यात्रा की। 2022 की पहली छमाही में यूरोपीय हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या में भारी (लगभग 250% अधिक) वृद्धि देखी गई। लोग अपनी यात्राओं पर ढेर सारा पैसा खर्च कर रहे हैं, और इस दौरान वे भुगतान के लिए नए तरीके भी आज़मा रहे हैं। महामारी के कारण हो रहे बदलावों के साथ, लोग यात्रा करते समय सेहत पर भी अधिक ध्यान दे रहे हैं। हालांकि भविष्य में जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था बेहतर होगी, वैसे वैसे यह प्रवृत्ति भी धीमी हो सकती है, लेकिन नए विचारों और अधिक यात्रियों के कारण यात्राओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। आज लोग विभिन्न गंतव्यों की यात्रा करके और नए स्थानों की खोज करके खोए हुए समय की भरपाई करना चाह रहे हैं। यह प्रवृत्ति विशेष रूप से हमारे भारत में अधिक देखी जा रही है, जहां लोग लॉकडाउन के दौरान हावी रही नीरसता से बचने के लिए हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसी शांत जगहों पर जा रहे हैं। वास्तव में यात्रा करना खुश रहने, तनाव कम करने और नई यादें बनाने का एक शानदार तरीका माना जाता है। महामारी से पहले के बजाय लोग अब आराम करने, छुट्टियों का आनंद लेने और परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए अधिक समय निकालने लगे हैं। विशेष रूप से जेन ज़ी “Gen Z” (जेन ज़ी/ज़ेड सबसे नई पीढ़ी है, जिसका जन्म 1997 और 2012 के बीच हुआ है।) के बीच, सोशल मीडिया (Social Media), यात्रा की योजना बनाने और बुक करने का एक लोकप्रिय तरीका बनता जा रहा है। सामान्य छुट्टियों के मौसम के दौरान भी हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में लगभग 40% की वृद्धि देखी गई। वहीं दिसंबर 2020 से दिसंबर 2021 तक गोवा में घरेलू यात्रा में 14% की वृद्धि देखी गई। महामारी की चुनौतियों के बाद रिवेंज टूरिज्म (Revenge Tourism), यात्रा और आतिथ्य क्षेत्रों को बढ़ावा दे रहा है। लोग उन जगहों की यात्रा पर अधिक जा रहे हैं, जहां वे लॉकडाउन के दौरान या उससे पहले नहीं जा पाए थे। इससे कुछ क्षेत्रों में पर्यटन में भारी वृद्धि हुई है, और इस कारण यात्रा और आतिथ्य क्षेत्रों को भी बढ़ावा मिल रहा है। यात्री अब ऐसी नई जगहों की तलाश कर रहे हैं जो प्रकृति और अद्वितीय अनुभवों तक उनकी पहुंच प्रदान करती हैं। भारत के आतिथ्य क्षेत्र में यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है: 2022 में यात्रियों की संख्या में 13.59% वृद्धि हुई और 2027 तक अनुमानित मूल्य 31.35 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है । ये सभी आंकड़े, हवाई किराए, ईंधन की लागत और ली गई यात्राओं में उल्लेखनीय वृद्धि दिखा रहे हैं। इस बीच कई विमान कंपनियां उड़ानों की भारी मांग को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रही हैं। महामारी की चुनौतियों के बावजूद भी लोगों की यात्रा करने की इच्छा प्रबल ही रही, और लोगों ने बड़ी ही उत्सुकता से नए स्थानों, धार्मिक स्थलों और अन्य आकर्षणों की यात्रा करने में रूचि दिखाई। हमारे देश के लिए अच्छी खबर यह है कि 2022 में भारत में आने वाले यात्रियों की संख्या में भी वृद्धि देखी गई और आगे भी इसके बढ़ते रहने का अनुमान है। भारत का आतिथ्य क्षेत्र बड़ा होता जा रहा है और 2027 तक इसमें बड़ी रकम निवेश हो सकती है। तथ्य बताते हैं कि हवाई टिकटों की कीमतें बढ़ने के बावजूद यात्रियों की संख्या बढ़ रही है! विशेषज्ञों का कहना है कि जो लोग महामारी के दौरान यात्रा करने से चूक गए थे, वे अब इसकी भरपाई कर रहे हैं।

संदर्भ
https://tinyurl.com/bd2wapm6
https://tinyurl.com/8kx92xa2
https://tinyurl.com/mt6ysta8
https://tinyurl.com/25u8yds6

चित्र संदर्भ
1. वादियों में घूमते पर्यटकों को दर्शाता चित्रण (pexels)
2. शहर में लगे लॉक डाउन को दर्शाता चित्रण (Pixabay)
3. सुनसान सडकों को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
4. पहाड़ घूमने गए सैलानियों को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
5. नैनीताल में पर्यटकों को दर्शाता चित्रण (wikimedia)

पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.