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रामपुर के उदार शाही व्यंजनों सहित पूरे भारत में खाद्य फूल, शाही व्यंजनों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं।रामपुर के शाही रसोईए अपने व्यंजनों को एक अनूठा स्वाद और सुगंध देने के लिए कमल के बीज, केले के फूल, खस की जड़ें और चंदन जैसी सामग्री का उपयोग करते थे।गुलाब और लैवेंडर (Lavender) के फूलों से लेकर केले के फूल और कोकम तक, फूलों की एक विस्तृत श्रृंखला कभी नवाबी रसोई का मुख्य आधार हुआ करती थी।गुलाब, चमेली और लैवेंडर हमारे मुख्य मेनू (Menu) में सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले फूल थे। विभिन्न शाही व्यंजन जैसे अवधी, हैदराबादी, लखनवी और मुगलई व्यंजन इन फूलों के उपयोग के लिए प्रसिद्ध थे। कुछ इलाकों में लोग अभी भी इन फूलों का इस्तेमाल घर में खाना बनाने के लिए करते हैं।गुलकंद, गुलाब से बना सबसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थ है,जिसका इस्तेमाल अक्सर पुलाव और ढेर सारी मिठाइयों और पेय पदार्थों में किया जाता है।कहा जाता है कि लखनऊ के नवाबों ने प्रचुर मात्रा में गुलाब के साथ बने मटन कोरमा का आनंद लिया था, और इस पकवान को गुलाब कोरमा कहा जाता था।उत्तर में, कश्मीरी रसोईए, फूलों के पुंकेसर को मसाले के रूप में इस्तेमाल करते थे।केसर का फूल, जो कश्मीरी घाटी में आसानी से उपलब्ध होता है,अभी भी कश्मीर में एक लोकप्रिय खाद्य फूल है।चटनी बनाने के लिए हिमाचल प्रदेश में मारिजुआना (Marijuana) के फूल का पारंपरिक रूप से उपयोग किया जाता था।पंजाब के ग्रामीण इलाकों और राजस्थान के कुछ हिस्सों में सरसों का फूल बहुत लोकप्रिय है तथा लोग इसका इस्तेमाल खट्टी चटनी बनाने में करते हैं।दक्षिण भारत में केले के फूल बहुत से लोगों के पसंदीदा फूल बने हुए हैं, क्यों कि यहां इनका इस्तेमाल दक्षिण भारतीय बोंडा (Bonda) बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले बैटर (Batter) या घोल में किया जाता है।इसे अक्सर अप्पम बनाने के लिए सब्जी के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। केले के फूल मराठी और बंगाली व्यंजनों में भी लोकप्रिय हैं।कोकम एक और बहुत लोकप्रिय फूल है जो अभी भी गोवा में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। गोवा के लोग कोकम के फूलों द्वारा इमली बनाते हैं।केले,अगाती,मोरिंगा आदि के फूलों से आज भी पकौड़े बनाए जाते हैं, जो बहुत स्वादिष्ट होने के साथ-साथ उच्च पोषक मूल्य भी रखते हैं।मोरिंगा पेड़ का प्रत्येक भाग जैसे पत्तियां, फल,फूल और जड़ें खाने योग्य होती हैं और पीढ़ियों से खाना पकाने के लिए इस्तेमाल की जाती रही हैं। मोरिंगा के फूलों की एक नाजुक और नरम बनावट होती है और एक बार पकने के बाद यह मशरूम के समान गहरा मजबूत स्वाद देती है। बिहारी व्यंजनों में मोरिंगा के फूलों का अक्सर उपयोग किया जाता है।सरसों के फूल छोटे और पीले रंग के होते हैं तथा वे भूमि के एक बड़े फैले हुए क्षेत्र पर उगते हैं जिसे आमतौर पर 'सरसों के खेत' कहा जाता है। सरसों के फूल खाने योग्य होते हैं और इनका उपयोग स्वादिष्ट पकोड़े बनाने के लिए किया जाता है। सोरशे फुलर बावरा (Sorshefulerbawra) एक बंगाली पकोड़े की रेसिपी है जिसे सरसों के फूलों से बनाया जाता है।इसे आमतौर पर तमिल में अगाती और कन्नड़ में अगसे कहा जाता है। अगाती के फूल सफेद होते हैं और दक्षिण पूर्व एशिया (Southeast Asia) में सब्जी के रूप में खाए जाते हैं। इसकी युवा फली और पत्ते भी खाने योग्य होते हैं। बोक फूल (Bok Phool) पकोड़ा एक बंगाली व्यंजन है, जिसे यहां बहुत अधिक पसंद किया जाता है।
इक्सोरा(Ixora) के फूल अन्य ऐसे फूल हैं, जिनका उपयोग खाद्य पदार्थों में किया जाता है - विशिष्ट रूप से थाईलैंड (Thailand) में।थाईलैंड में इक्सोरा के फूलों को एक बैटर में डालकर फ्राई किया जाता है तथा एक स्वादिष्ट कुरकुरा टेम्पुरा (Tempura) बनाया जाता है, जिसे फिर मीठी मिर्च की चटनी में डुबाकर खाया जाता है। बटर फ्लाइ पी (Butterfly pea) एक अन्य फूल है, जिसका विभिन्न देशों में विभिन्न खाद्य पदार्थों में उपयोग किया जाता है।बटर फ्लाइ पी के नीले रंग के फूलों को प्राकृतिक खाद्य रंग के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। थाईलैंड में इसके फूलों को गर्म पानी में भिगोया जाता है तथा प्राप्त तरल पदार्थ का उपयोग 'नाम दोक अंचन' (Nam Dok Anchan) नामक ताज़ा पेय बनाने में किया जाता है।चेरी (Cherry) का पेड़ या 'सकुरा', जापान में बहुत लोकप्रिय है और इसके फूल जापानी (Japanese) खाद्य सामग्रियों का महत्वपूर्ण हिस्सा है।'सकुरा मोची' एक जापानी मिठाई है, जो कि इसके फूल के समान गुलाबी रंग की होती है। यह व्यंजन लसदार चावल का चिपचिपा मीठा मिश्रण है, जिसमें एक मीठा लाल-बीन (Red-bean) पेस्ट मिलाया गया होता है। फिर उसे सकुरा के पत्ते में लपेटा जाता है।तूरी के फूलों का इस्तेमाल भी खाद्य व्यंजनों में किया जाता है। खमेर (Khmer) व्यंजनों में इसके फूल आमतौर पर सूप में पकाए जाते हैं, जबकि थाईलैंड में, 'गेंग सोम डॉक खा' (Gaeng Som Dok Khae) व्यंजन में इसके फूलों को शामिल किया जाता है।
संदर्भ:
https://t.ly/ZXMFf
https://t.ly/WICi
https://t.ly/zzOl_
https://t.ly/MJ7r
चित्र संदर्भ
1. टेम्पुरा और सोरशे फुलर बावरा व्यंजन को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube)
2. लैवेंडर कप केक को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
3. चटनी बनाने के लिए हिमाचल प्रदेश में मारिजुआना (Marijuana) के फूल का पारंपरिक रूप से उपयोग किया जाता था। को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
4. मोरिंगा पेड़ के फूलों को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
5. सोरशे फुलर बावरा को दर्शाता चित्रण (youtube)
6. टेम्पुरा को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
7. नाम दोक अंचन को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
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