समयसीमा 234
मानव व उनकी इन्द्रियाँ 960
मानव व उसके आविष्कार 743
भूगोल 227
जीव - जन्तु 284
Post Viewership from Post Date to 02- Feb-2023 (31st Day) | ||||
---|---|---|---|---|
City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Total | ||
1965 | 746 | 2711 |
आपने जादूगरों या कई बार सिद्ध बौद्ध भिक्षुओं के पानी में दौड़ने के चलचित्र अर्थात वीडियो अवश्य देखें होंगे। आम इंसान भी सैकड़ों वर्षों से पानी में चलने की तरकीबे खोज रहे हैं, लेकिन सफल नही हो पाए हैं, किंतु आज हम आपका परिचय एक ऐसीशानदार छिपकली से कराने जा रहे हैं, जो न केवल पानी में अपने दो पैरों पर चल सकती है, बल्कि उसकी लाजवाब चाल हमें गुदगुदाने पर भी मजबूर कर देती है। छिपकली की इसी मचलती चाल में छिपा विज्ञान आपको भी स्तब्ध कर देगा।
प्रकृति में ऐसे तत्वों और जीवों की कोई कमी नहीं है, जो हम सभी को अचंभित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। उदाहरण के तौर पर, सरीसृप आमतौर पर जमीन पर रेंगते हुए ही दिखाई देते हैं, कोई यह कल्पना भी नहीं कर सकता कि वह पानी पर तैर भी सकते हैं। लेकिन हाल ही में भारतीय वन सेवा (Indian Forest Service (IFS) के एक अधिकारी श्री सुशांत नंदा जी ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें ऐसे सरीसृप को दिखाया गया है जो पानी में तैर नहीं रहा है, बल्कि उसके ऊपर चल या यूं कहें कि दौड़ रहा हैं।
हालांकि यह कोई जादू नहीं है बल्कि इसके पीछे एक दिलचस्प विज्ञान “भूतल तनाव" (Surface Tension) छिपा है। वैज्ञानिकों के अनुसार, जब पानी के अणु (Water Molecules) आपस में चिपकते हैं, तो एक बल पैदा होता है, जो अत्यधिक गति और विशेष रूप से डिज़ाइन (Design) किए गए पैरों की सहायता से छोटे जानवरों को जल निकायों पर सहजता से चलने की अनुमति देता है।"
जानकारों के अनुसार इंटरनेट पर साझा किये गए इस चलचित्र में जो सरीसृप नज़र आ रहा है, वह संभवतः जीसस छिपकली (Jesus Lizard) हो सकती है, जिसे बेसिलिस्क लिजर्ड (Basilisk Lizard) के नाम से भी जाना जाता है।
पानी पर चलने की इसकी शानदार क्षमता के कारण, जीजस छिपकली नाम इसे यीशु मसीह (Jesus Christ) से जोड़ता है। इस संबंध में वैज्ञानिकों ने और गहराई से पता लगाने की कोशिश की है कि आखिर तथाकथित जीसस छिपकलियां तालाबों और नदियों की सतह पर तेजी से दौड़ने में कैसे सक्षम होती हैं?
मैसाचुसेट्स (Massachusetts) में हार्वर्ड विश्वविद्यालय (Harvard University) में जीव विज्ञान और विकासवादी जीव विज्ञान विभाग में स्नातक के छात्र शी-टोंग टोनिया हसिह (Shi-tong Tonia Hsieh) के अनुसार, जीसस या बेसिलिस्क छिपकली (Basilisk Lizard), अपने पैरों की सहायता से बलों को उत्पन्न करके पानी के ऊपर चलने के चमत्कारी कार्य को पूरा करती हैं, जो उनके शरीर को सतह से ऊपर और सीधा रखते हैं।
प्रकृति और जीव-जंतुओं से प्रेरित मनुष्य के दिमाग में भी सदियों से, पानी पर चलने का विचार तैर रहा है। 15वीं शताब्दी में, लियोनार्डो दा विंची (Leonardo da Vinci) ने इस काम के लिए सपाट तली वाले ( Like Pontoon) जूतों की एक जोड़ी का आविष्कार किया था। इसके अलावा 1988 में, फ्रांसीसी मनोरंजनकर्ता रेमी ब्रिका (Rémy Brica) अपनी फ्लोटिंग स्की (Floating Skis) की एक जोड़ी के साथ अटलांटिक (Atlantic) को पार कर गए थे।
कीड़े और मकड़ियों जैसे छोटे जानवरों की 1,200 से अधिक प्रजातियां पानी पर चल सकती हैं। पानी पर चलने के लिए यह जानवर सतह के तनाव का उपयोग करते हैं, वह बल जो पानी के अणुओं को एक साथ रखता है। लेकिन एक इंसान को बेसिलिस्क छिपकली (Basilisk Lizard) की भांति, पानी में दौड़ने के लिए लगभग 67 मील प्रति घंटे (108 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से दौड़ना होगा, जो लगभग चीते की रफ़्तार के बराबर तेज़ है। दुनिया के सबसे तेज़ दौड़ने वाले इंसान, जमैका (Jamaica) के उसेन बोल्ट (Usain Bolt) ने 2009 विश्व चैंपियनशिप (World Championships) में विश्व रिकॉर्ड स्थापित करते हुए, ‘100 मीटर दौड़’ के दौरान लगभग 23.5 मील प्रति घंटे (37.8 किलोमीटर प्रति घंटा) की औसत गति से दौड़ लगाई। स्पष्ट है कि पानी पर दौड़ने का यह करतब फ़िलहाल मानव शरीर की क्षमता से बाहर है। लेकिन मानव शरीर की सीमाएं हमें सपने देखने से नहीं रोक सकी।
पिछले 40 वर्षों में, लगभग 50 से अधिक बुद्धिमान और रचनात्मक लोगों ने पानी में चलने वाले उपकरणों का सनद अर्थात पेटेंट (Patent) कराया है। यद्यपि हम अपने आप पानी पर नहीं चल सकते, लेकिन हम पानी को धोखा जरूर दे सकते हैं। मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Massachusetts Institute of Technology) के एक अनुप्रयुक्त गणितज्ञ जॉन बुश (John Bush) के अनुसार, ये उपकरण दो तरह से काम करते हैं, या तो वे उछाल को बढ़ाते हैं, या गतिशील लिफ्ट (Dynamic Lift) नामक बल का उपयोग करते हैं।
पेटेंट कराए गए अधिकांश उपकरणों को भी उछाल बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और वे ‘दा विंची’ के क्लासिक, पोंटून-स्की (Pontoon-Ski) की डिजाइन पर आधारित हैं। अधिकांश पेटेंट किए गए पानी पर चलने वाले उपकरण, हल्की उत्प्लावक सामग्री जैसे कि स्टायरोफोम (Styrofoam) या लकड़ी का उपयोग करते हैं।
संदर्भ
https://bit.ly/3jCD8sJ
https://bit.ly/3vkHt6K
https://on.natgeo.com/3CaTL5w
चित्र संदर्भ
1. पानी पर दौड़ती जीसस छिपकली को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube, wikimedia)
2. पानी के ऊपर दौड़ते प्रतीत होते लोगों को दर्शाता एक चित्रण (PIXNIO)
3. टहनी में बैठी जीसस छिपकली को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. पानी पर दौड़ती जीसस छिपकली को दर्शाता एक चित्रण (Flickr)
5. दौड़ते इंसान को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.