विश्व हृदय दिवस विशेष: युवाओं में क्यों बढ़ रहे दिल के दौरे या हार्ट अटैक के मामले

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29-09-2022 10:22 AM
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विश्व हृदय दिवस विशेष: युवाओं में क्यों बढ़ रहे दिल के दौरे या हार्ट अटैक के मामले

मृत्यु पर विजय कोई भी नहीं पा सका है। यह एक अटल सत्य है एवं इसे झुठलाया भी नहीं जा सकता। किन्तु यदि मृत्यु असमय और आकस्मिक हो जाए तो, इस अटल सत्य पर भी गंभीर प्रश्न उठने चाहिए। आसान शब्दों में उदाहरण के तौर पर समझें तो, भारत सहित कई देशों में हार्ट अटैक अर्थात ह्रदय गति रुकने के कारण आकस्मिक मृत्यु की घटनाएं निरंतर सामने आ रही हैं। लेकिन इससे भी बड़ी चिंता यह है की देश के नौजवानों अर्थात युवाओं में हार्ट अटैक की घटनाएं बड़ी रही हैं। मशहूर एवं सबके चहीते हास्य अभिनेता राजू श्रीवास्तव एवं अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला की कम उम्र में दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस अस्वीकृत घटना ने लोगों का ध्यान हृदय रोगों से मरने वाले युवाओं की ओर खींचा है। कुछ महीने पहले जब 29 वर्षीय डेनिश फुटबॉलर क्रिश्चियन एरिक्सन (Christian Ericsson) को यूरो 2020 मैच के दौरान अचानक कार्डियक अरेस्ट (cardiac arrest) का सामना करना पड़ा, तो कई लोग हैरान थे कि आखिर एक फिट और युवा एथलीट के साथ ऐसा कैसे हो सकता है?
तीव्र रोधगलन या दिल का दौरा एक गंभीर स्थिति है जो तब होती है जब हृदय की मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह अप्रत्याशित रूप से कट जाता है और हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाता है। हृदय मानव शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जिसके बिना शरीर का कोई अर्थ नहीं है। जब ऑक्सीजन युक्त रक्त ले जाने वाली धमनियां अवरुद्ध हो जाती हैं, तो यह रक्त प्रवाह को बाधित कर देती है या इसे पूरी तरह से रोक सकती है, जिसके परिणामस्वरूप दिल का दौरा पड़ता है। हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि उन्होंने पिछले एक दशक में दिल के दौरे से पीड़ित लोगों की संख्या में वृद्धि देखी है। अपोलो हॉस्पिटल्स, तिरुचि (Apollo Hospitals, Trichi) के सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट (Senior Interventional Cardiologist), डॉ कादर साहिब अशरफ के अनुसार "मैंने 15 साल पहले अभ्यास करना शुरू किया था। मेरे अभ्यास के पहले कुछ वर्षों में, हम बहुत कम रोगियों को उनके अस्पताल में देखते थे। लेकिन अब, यह बहुत आम हो गया है। पिछले 10 वर्षों में मैंने देखा है, की अब जोखिम वाले कारकों के बिना भी युवाओं को दिल का दौरा पड़ रहा है।" कुछ समय पहले, 40 वर्ष से कम उम्र के किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ना दुर्लभ था। अब हर 5 में से 1 हार्ट अटैक के मरीज की उम्र 40 साल से कम है। 2000-2016 के बीच, इस युवा आयु वर्ग में हर साल दिल के दौरे की दर में 2% की वृद्धि हुई। भारतीय पुरुषों में होने वाले सभी हार्ट अटैक में से 50 प्रतिशत 50 वर्ष से कम उम्र के होते हैं और 25 प्रतिशत भारतीय पुरुषों में हार्ट अटैक 40 वर्ष से कम उम्र के कि लोगो को होते हैं। भारतीय महिलाओं में भी हृदय रोग से मृत्यु की दर उच्च है।
दरअसल भारतीयों में हृदय रोगों के प्रति अधिक आनुवंशिक प्रवृत्ति होती है। अध्ययनों से पता चला है कि पश्चिम के लोगों से कम से कम 10 साल पहले भारतीयों को हृदय रोग हो जाते हैं। यदि पश्चिमी देशों में लोगों को 60 के दशक में हृदय रोग होता है, तो भारतीयों को यह 50 के दशक में ही हो जाता है। एक और कारण यह भी है कि भारतीयों के पास पश्चिम के लोगों की तुलना में छोटी रक्त वाहिकाएं (कोरोनरी धमनियां) हैं। इसके अलावा, समय से पहले मधुमेह, मोटापा, त्वरित एथेरोस्क्लेरोसिस “atherosclerosis” (रक्त वाहिकाओं में वसा का जमा होना) जैसे जोखिम कारक है।
डॉक्टरों का कहना है कि भारतीय भी ट्रांस वसा का बहुत अधिक सेवन करते हैं। मानसिक तनाव, धूम्रपान और शराब अतिरिक्त जोखिम के बड़े कारक हैं। राणा अस्पताल के वरिष्ठ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट और निदेशक डॉ सेंथिलकुमार नल्लूसामी के अनुसार युवा रोगियों में उन्होंने जो सबसे बड़ा जोखिम कारक देखा है, वह धूम्रपान है। "धूम्रपान, तनाव, शराब और पारिवारिक इतिहास जैसे कुछ जोखिम हार्ट अटैक के प्रमुख कारक हैं। एक और कारण भी है जिसे कार्डियक अरेस्ट (cardiac arrest) कहा जाता है, जहां दिल किसी भी कारण से रुक सकता है। हाइपरट्रॉफिक ऑब्सट्रक्टिव कार्डियोमायोपैथी (hypertrophic obstructive cardiomyopathy) नामक मांसपेशी विकार के कारण युवाओं को कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। यह अक्सर अनियंत्रित हो जाता है, और हृदय की मांसपेशियों को मोटा कर देता है। मधुमेह से ग्रसित लोगों की मधुमेह न होने वाले वयस्कों की तुलना में हृदय रोग से मरने की संभावना 2-4 गुना अधिक है।
महात्मा गांधी मेमोरियल गवर्नमेंट हॉस्पिटल (Mahatma Gandhi Memorial Government Hospital) के एचओडी कार्डियोलॉजी, डॉ बालासुब्रमण्यम जी के अनुसार, "पिछले कुछ वर्षों में, कार्य संस्कृति में काफी बदलाव आया है। लोग अपने कार्यस्थल पर बहुत तनाव में रहने लगे हैं और बाहर का खाना बहुत पसंद करते हैं। वे ऐसा खाना खाते हैं जिसमें चीनी, नमक और वसा की मात्रा अधिक होती है। तनाव भी युवाओं को धूम्रपान, शराब पीने और अन्य अस्वास्थ्यकर आदतों के लिए प्रेरित करता है।"
उच्च रक्तचाप, हृदय रोग के लिए सबसे बड़े जोखिम कारकों में से एक है। दुर्भाग्य से, दिल के दौरे की प्रवृत्ति की तरह, उच्च रक्तचाप की घटनाएं वृद्ध वयस्कों की तुलना में युवा वयस्कों में तेजी से बढ़ रही हैं। उच्च रक्तचाप आपके हृदय की मांसपेशियों को मोटा बनाता है, आपकी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, और आपके दिल के दौरे के जोखिम को बढ़ाता है। कावेरी हॉस्पिटल्स तिरुचि के चीफ कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एस अरविंद कुमार का कहना है की "मेरे लगभग 15-20 फीसदी मरीज 40 साल से कम उम्र के हैं। मैंने जो प्राथमिक कारण देखा है, वह है तनाव। ज्यादातर युवा मरीज कॉरपोरेट से जुड़े हैं, आईटी कर्मचारी, जो यूएस क्लाइंट्स (US clients) के साथ काम करते हैं। वर्क फ्रॉम होम (work from home) के साथ, उनके लक्ष्य भी बढ़ गए हैं, और वे अधिक घंटों तक काम करते हैं। वे रात में काम करते हैं, जो नींद की कमी का कारण बनता है। उनके पास व्यायाम करने या स्वस्थ आहार का पालन करने के लिए भी समय नहीं है। नींद की कमी से हार्मोनल असंतुलन होते है, जिससे मोटापा बढता है, जो सभी सामूहिक रूप से मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग को ट्रिगर करते हैं। इससे बचने के लिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं की "हमें लोगों को शिक्षित करना चाहिए और उन्हें शारीरिक गतिविधि और व्यायाम के महत्व के बारे में समझाना चाहिए। यदि आप प्रतिदिन व्यायाम करते हैं, उचित आहार का पालन करते हैं और अपना वजन सामान्य बनाए रखते हैं, तो यह आपके लिए बहुत अच्छा होगा।" मई 2012 में, वैश्विक नेताओं ने 2025 तक गैर-संचारी रोगों से वैश्विक मृत्यु दर को 25% तक कम करने के लिए एक लक्ष्य प्रतिबद्ध किया। दरसल हृदय रोग (सीवीडी) सभी एनसीडी मौतों में से लगभग आधी के लिए जिम्मेदार है, जिससे यह दुनिया का नंबर एक हत्यारा बन गया है। इसलिए 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस, वार्षिक पालन और उत्सव आयोजित किया जाता है, जिसका उद्देश्य हृदय रोगों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना है।

संदर्भ

https://bit.ly/3S2np2N
https://bit.ly/3UtEjIX
https://bit.ly/3dxBk1y

चित्र संदर्भ
1. मदिरा प्रतिबंध एवं हार्ट अटैक को दर्शाता एक चित्रण (flickr, wikimedia)
2. हास्य अभिनेता राजू श्रीवास्तव जी को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. रोधगलन में दर्द क्षेत्रों का संभावित चित्र (गहरा लाल = सबसे आम क्षेत्र, हल्का लाल = अन्य संभावित क्षेत्र, छाती का दृश्य). को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. हृदयघात की स्थिति को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. शराब एक गुलामी को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
6. खेलते युवाओं को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)

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