पक्षी झुंड में उड़ते समय कैसे बिठाते हैं आपस में तालमेल

पंछीयाँ
02-09-2021 09:28 AM
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पक्षी झुंड में उड़ते समय कैसे बिठाते हैं आपस में तालमेल

हम अपने आस पास कई ऐसी चीजें देखते है जो हमारे ज़हन में सवाल पैदा करती है। आसमान में उड़ते पक्षियों को देखकर अच्छा लगता है परंतु इससे भी अच्छी लगती है इनकी तालमेल, कैसे सब एक साथ उड़ते है, कहीं किसी से टकराव की स्थिति पैदा नहीं होती, ये सब कैसे हो पाता है? कई वर्षों से स्व-चालित (self-propelled) जैविक जीवों (जैसे कि पक्षियों के झुंड, मछलियों के झुंड, कीड़ों के झुंड, वन्यजीवों के झुंड आदि) की सामूहिक सुसंगत गति की पेचीदगियों, सुंदरता और अनुग्रह, ने प्राचीन काल से ही मनुष्यों को मोहित किया है। इन असाधारण स्व-आयोजन की घटनाओं का सरासर लालित्य कई चित्रों, एनिमेशन(animations)और ग्राफिक्स (graphics) में भी कैद किया गया है। इस प्राकृतिक मनोहर दृश्य के पूर्ण सामंजस्य ने न केवल कविता, कला और साहित्य को प्रेरित किया, बल्कि इसने वैज्ञानिकों, विकासवादी जीवविज्ञानी और गणितज्ञों को लंबे समय तक सोचने पर भी मजबूर किया है।इस तरह के व्यवहार को अक्सर झुंड के रूप में संदर्भित किया जाता है, मानव भीड़, स्तनधारी झुंड, पक्षी झुंड से लेकर एककोशिकीय जीवों जैसे अमीबा और बैक्टीरिया, व्यक्तिगत कोशिकाएं, और यहां तक ​​​​कि सूक्ष्म जीवों के झुंड में भी इस तरह का व्यवहार दिखाई देता हैं।
झुंड एक ही प्रजाति के जानवरों का एक समूह होता है जो एक-दूसरे के साथ भोजन की तलाश या यात्रा करते है। पक्षियों के झुंड आमतौर पर प्रवास के समय साथ में देखे जाते हैं। परंतु यह भी देखा गया है कि झुंड शिकारियों से सुरक्षा और भोजन की तलाश के लिए महत्वपूर्ण है। झुंड में रहना उसके भीतर रहने वाले पक्षियों के लिये लाभकारी ही सिद्ध होता है।ज्यादातर झुंड में केवल एक प्रकार के जीव शामिल होते हैं परंतु मिश्रित झुंडों का अस्तित्व भी पर्यावरण में मौजूद है, और इसमें कम से कम दो या अधिक प्रजातियां शामिल होती हैं।कई प्रजातियों के झुंड के मौजूद होने से, शिकारियों के खिलाफ सुरक्षा बढ़ जाती है।वे पक्षी जो दुर्लभ होते हैं और वातावरण में कम संख्या में होते हैं, मिश्रित झुंड में शामिल होने से उनके जीने की संभावना अधिक हो जाती है, उनके भोजन प्राप्त करने की क्षमता काफी बढ़ जाती है।साथ ही शिकारी द्वारा हमला किए जाने की संभावना कम हो जाती है क्योंकि बड़े झुंडों पर हमला करने पर शिकारियों की सफलता कम ही मिलती है।
यह देखा गया है कि झुंड में पक्षी सूचना-साझाकरण मॉडल (information-sharing model) का उपयोग करते हैं। इस स्थिति में पूरा झुंड भोजन की तलाश करता है और एक विश्वसनीय खाद्य स्रोत को खोजने वाला सदस्य पूरे झुंड को सचेत करता है। जीवित चीजों के बीच झुंड के व्यवहार की गतिशीलता लंबे समय से एक रहस्य रही है।पक्षियों के झुंड कैसे सामूहिक व्यवहार का प्रदर्शन करते हैं इस विषय पर जीवविज्ञानियों ने कई वर्षों से अंतर्निहित जैविक प्रक्रियाओं की जांच की है। देखा गया है कि थर्मोडायनामिक संतुलन (thermodynamic equilibrium) से पक्षी बहुत दूर तक झुंड में प्रवास कर लेते हैं।हाल के वर्षों में, यह समझने के लिये कि पक्षियों में उड़ान भरते समय एक-दूसरे से तालमेल कैसे बिठाते है, कई मॉडल प्रस्तुत किये गये हैं। सामूहिक व्यवहार का अध्ययन करने के लिए उपयोग की जाने वाली मुख्य विधियों में से एक है, असतत मॉडल (discrete models) का निर्माण करना और कंप्यूटर सिमुलेशन (computer simulations) का उपयोग करके उनका अध्ययन करना है। पिछले कुछ दशकों में सामूहिक पशु व्यवहार के लिए बहुत सारे मॉडल प्रस्तावित किए गए हैं, इनमें से कुछ पक्षी के झुंड में सामूहिक व्यवहार का अध्ययन करने के लिए उपयोग किये जाते है।
सी डब्ल्यू रेनॉल्ड्स (C W Reynolds) ने पहली बार पक्षियों के झुंड के यथार्थवादी दिखने वाले एनिमेशन (animation) बनाए।यह आमतौर पर कंप्यूटर एनीमेशन या कंप्यूटर एडेड डिज़ाइन (computer animation or computer-aided design) में उपयोग किए जाने वाले त्रि-आयामी कम्प्यूटेशनल ज्यामिति (three dimensional computational geometry) पर आधारित थे।उन्होंने अपने सिमुलेशन (simulation) में कणों के लिए बोइड और बर्ड (boid and bird) शब्द का परस्पर उपयोग किया। प्रत्येक बोइड तीन सरल नियमों का पालन करता है:
(१) टक्कर से बचाव, यानी, अन्य बोइड से न्यूनतम दूरी बनाए रखें जिससे आस-पास के झुंड के साथियों के साथ टकराव से बचा जा सके;
(२) वेग मिलान, अर्थात्, अपने स्वयं के वेग से पड़ोस में बोइड के साथ मेल;
(३) एक छोटे से दायरे में बोइड की ओर आकर्षण।
उल्लेखनीय रूप से, ये तीन सरल नियम, जब ठीक से लागू होते हैं तो यथार्थवादी दिखने वाले झुंड व्यवहार का उत्पादन करते हैं। यह कार्यक्रम स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि झुंड जैसे जटिल व्यवहार के लिए जटिल नियमों की आवश्यकता नहीं है। वास्तव में, झुंड के ये जटिल व्यवहार बहुत ही सरल नियमों द्वारा बनाए जाते हैं जो व्यक्तियों के एक दूसरे के साथ संबंधों को नियंत्रित करते हैं।
ब्लैक सन (Black Sun) या काला सूर्य, डेनमार्क (Denmark) की सबसे शानदार प्राकृतिक घटनाओं में से एक है। वसंत में सूर्यास्त से पहले एक लाख से अधिक यूरोपीय स्टार्लिंग्स (starlings) पक्षी विशाल झुंडों में इकट्ठा होते हैं और हवा में असामान्य आकार बनाते हैं तथा व्यावहारिक रूप से सूर्य को ढक देते हैं। इस घटना को काला सूर्य कहा जाता है।दुनिया भर से हजारों आगंतुक स्कैंडिनेवियाई देश (Scandinavian country) में पक्षियों के इस विशाल झुंड द्वारा सूर्यास्त के समय किये जाने वाले इस शानदार नृत्य को देखने के लिए यहां आते हैं, यह नजारा डेनमार्क के आकाश में एक पेंटिंग जैसा दिखता है।
हर साल वसंत और पतझड़ में, नॉर्वे (Norway), स्वीडन (Sweden) और फ़िनलैंड (Finland) से एक लाख स्टार्लिंग्स प्रवास करते हैं, और फ्रांस (France), ब्रिटेन (Britain), बेल्जियम (Belgium) और नीदरलैंड (Netherland) के रास्ते में वे डेनमार्क में सबसे अनोखी प्राकृतिक घटनाओं में से एक का प्रदर्शन करते हैं। गर्म रहने के लिए और सबसे अच्छे भोजन स्थलों के बारे में जानकारी का आदान-प्रदान करने के लिए स्टार्लिंग इतने बड़े झुंडों में यात्रा करते हैं। ब्लैक सन का यह प्रदर्शन डेनमार्क में दक्षिण-पश्चिमी जटलैंड (Jutland) में अगस्त से अक्टूबर के अंत तक शरद ऋतु के दौरान और मार्च के मध्य से अप्रैल के मध्य तक वसंत में होता है, जब स्टारलिंग लौटते हैं।यह शानदार घटना सूर्यास्त के दौरान लगभग 20 मिनट तक चलती है। इस दौरान ऐसा महसूस होता है कि डेनमार्क के ऊपर आसमान में उड़ने वाले सैकड़ों हजारों पक्षियों के पीछे सूरज गायब हो जाता है,इसलिये इसका नाम ब्लैक सन पड़ा। जो चीज इस प्राकृतिक घटना को और भी प्रभावशाली बनाती है, वह यह है कि तारों के निकलने से पहले, झुंड ऐसी हरकतें करते हैं कि इसे करीब से देखने पर लगता है जैसे ये कोई नृत्य कर रहे हो। दरअसल शिकारियों से खुद को बचाने के लिए ये पक्षी एक साथ उड़ते हैं और विभिन्न संरचनाओं का प्रदर्शन करते हैं। चील और बाज जैसे शिकारियों से खुद को बचाने के लिये इनका यह एक अनोखा तरीका है, जो लोग इसे जमीन से देखते हैं, उन्हें ऐसा लगता है जैसे कि झुंड हर मिनट आकार बदल रहे है। हर साल हजारों आगंतुक डेनमार्क में वैडेन सी नेशनल पार्क (Wadden Sea National Park) में ब्लैक सन का नजारा देखने के लिये यहां आते हैं।

संदर्भ:
https://bit.ly/2WzEA3V
https://bit.ly/38n0mdG
https://bit.ly/2V02B3D

चित्र संदर्भ
1. उड़ते पक्षियों द्वारा पेड़ की आकृति बनाने का एक चित्रण (Flickr)
2. शिकारी से बचते हुए पक्षियों का एक चित्रण (wikimedia)
3. झुंड में उड़ते पक्षियों का एक चित्रण (wikimedia)
4. झुंड की आदत का एक चित्रण (wikimedia)

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