व्‍यवसायिकता की दृष्टि से बढ़ता बटेर का महत्‍व

पंछीयाँ
05-04-2021 09:54 AM
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व्‍यवसायिकता की दृष्टि से बढ़ता बटेर का महत्‍व


बटेर तेजी से खाद्य विकल्प के रूप में लोकप्रियता हासिल कर रहा है जो हमारे रामपुर में भी पाया जाता है। भारत सरकार द्वारा 2011 में इसके शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, उससे पहले इसका अंधाधुन शिकार किया गया, इस प्रतिबंध को 2014 में हटा दिया गया। अब बटेर को फार्म (farm) में पाला जा रहा है। रामपुर के मेनू (menu) में यह सबसे अधिक मांग वाले उत्‍पादों में से एक है। इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए भारत और इसके आसपास के क्षेत्रों में इन्‍हें व्‍यापक रूप से पाला जा रहा है। कई पोल्ट्री किसान (poultry farmers), जो कम संख्या में बटेरों को पालते थे, अब उन्‍होंने मांस और अंडे दोनों की आपूर्ति के लिए इनकी संख्‍या बढ़ा दी है।
भारत में बटेर की वाणिज्यिक खेती (Quail farming) आय और रोज़गार के अवसर का एक बड़ा स्रोत हो सकती है। आर्थिक महत्व के साथ-साथ बटेर फार्मिंग बहुत सुखद और मनोरंजक भी है क्योंकि इनकी पालन-पोषण प्रणाली बहुत सरल है और इसे कम लागत में शुरू किया जा सकता है। मांस और अंडे दोनों के व्यावसायिक उत्पादन के लिए बटेर का पालन बहुत उपयुक्त और लाभदायक है। बटेर लगभग सभी प्रकार की जलवायु और पर्यावरण के साथ खुद को समायोजित कर लेते हैं। क्योंकि इन्हें कम जगह, भोजन, देखभाल और अन्य प्रबंधन की आवश्यकता होती है, इसलिए भारत में इनका व्यवसाय बहुत ही अधिक लाभदायक बन रहा है। बटेर कम उम्र में ही यौन परिपक्वता हासिल कर लेते हैं और लेयर क्वाइल (Layer quail) छह से सात सप्ताह की उम्र से ही अंडे देना शुरू कर देती हैं और यह वर्ष में 280 अंडे दे सकती हैं। मुर्गी के मांस की तुलना में बटेर का मांस बहुत स्वादिष्ट और निम्‍न वसायुक्‍त होता है। इनका मांस बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होता है।
यह यूरोप (Europe) और उत्तरी अफ्रीका (Africa) में व्यापक रूप से पाया जाता है, तथा IUCN ने इसे लीस्ट कंसर्न (Least concern) अर्थात कम चिंताजनक की श्रेणी में रखा है। प्रवासी स्वभाव के कारण, इसमें लंबे पंख पाये जाते हैं। इसका माप लगभग 18.0 – 21.9 सेमी (7.1 ‌‌- 8.62 इंच) और वज़न 91-131 ग्राम (3.2–4.62 आउंस) है। यह एक स्थलीय प्रजाति है, जोकि ज़मीन पर पड़े बीजों और कीड़ों को अपना भोजन बनाती है। विश्‍व में बटेर की लगभग 18 नस्लें उपलब्ध हैं। उनमें से अधिकांश भारत में वाणिज्यिक बटेर खेती के लिए उपयुक्त हैं। उन नस्लों में से कुछ वाणिज्यिक मांस उत्पादन के लिए उपयुक्त हैं और कुछ वाणिज्यिक अंडा उत्पादन उद्देश्य के लिए प्रसिद्ध हैं। आप इनमें से किसी का भी चयन कर सकते हैं।
भारत में बटेर का वाणिज्यिक व्यवसाय शुरू करने हेतु आवास प्रबंधन अति आवश्यक है। इसके लिए पिंजरे का निर्माण किया जा सकता है। अच्छी गुणवत्ता का पौष्टिक भोजन बटेर के विकास, स्वास्थ्य और समग्र उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए, भारत में वाणिज्यिक बटेर की फार्मिंग से उच्च लाभ प्राप्त करने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाला भोजन खिलाना बहुत महत्वपूर्ण है। बटेर अपने 8 वें सप्ताह तक लगभग 50% अंडे का उत्पादन कर लेते हैं। वाणिज्यिक खेत में प्रजनन के उद्देश्य के लिए नर और मादा बटेर अनुपात को 1: 5 रखें। इनके अंडों से लगभग 18 दिन में बच्‍चे पैदा हो जाते हैं। मुर्गे और अन्य पोल्ट्री पक्षियों (poultry birds) की तुलना में बटेर संक्रामक रोगों के लिए बहुत प्रतिरोधी होते हैं। इसलिए बटेरों को अतिरिक्‍त टीकाकरण की आवश्यकता नहीं होती है। बस नियमित देखभाल ही इनके लिए पर्याप्‍त है। चूँकि इसके मांस में नमी कम होती है, इसलिए यह आसानी से और जल्दी पक जाता है। इसके अलावा, इसके अंडे विभिन्‍न व्‍यंजनों में दिलचस्प टॉपिंग (Topping) के लिए उपयोग किए जाते हैं। बटेर का मांस लगभग 400 रुपये प्रति किलो बिकता है, जो इसे मटन जितना महंगा बनाता है। बटेर के अंडे, जो दुकानों में 2.50 रुपये से 5 रुपये तक में बिकते हैं, के लिए कहा जाता है कि इसमें प्रोटीन और विटामिन बी 1 की पर्याप्‍त मात्रा होती है।
सामान्य बटेर अब पोलिश व्यंजनों (Polish cuisine), माल्टीज़ व्यंजनों (Maltese cuisine), पुर्तगाली व्यंजनों (Portuguese cuisine), इतालवी व्यंजनों (Italian cuisine) और भारतीय व्यंजनों का भी हिस्सा बन गया है। इसे आमतौर पर हड्डियों सहित खाया जाता है, क्योंकि इसे आसानी से चबाया जा सकता है। एशिया (Asia), यूरोप और उत्तरी अमेरिका (North America) जैसे देशों में बटेर के मांस के साथ-साथ अंडों को भी खाने में शामिल किया जाता है। जापानी (Japani) व्यंजनों में या तो इन्हें कच्चा या फिर पका कर खाया जाता है। ब्राज़ील (Brazil), कोलम्बिया (Colombia), इक्वाडोर (Ecuador) और वेनेज़ुएला (Venezuela) में बनने वाले हॉट डॉग (Hot dogs) और हैम्बर्गर (Hamburgers) में बटेर के उबले हुए अंडे का इस्तेमाल टॉपिंग (Topping) के लिए किया जाता है। फिलीपींस (Philippines) में क्वेक-क्वेक (Kwek-Kwek) एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड (Street food) है, जिसमें बटेर के अंडे का इस्तेमाल किए जाते हैं। इंडोनेशिया (Indonesia) में इसे स्नैक्स (Snacks) के रूप में भी बेचा जाता है।

संदर्भ:
https://bit.ly/3w7hWNt
https://bit.ly/2O2qt37
https://bit.ly/3m1wRUX
https://bit.ly/2PeTjxM
https://bit.ly/31q8nLh

चित्र संदर्भ:
मुख्य चित्र में बटेर को दिखाया गया है। (फ़्लिकर)
दूसरे चित्र में बटेर के मांस को दर्शाता है। (फ़्लिकर)
तीसरे चित्र में बटेर के अंडे को दिखाया गया है। (पिक्साबे)
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