समयसीमा 234
मानव व उनकी इन्द्रियाँ 960
मानव व उसके आविष्कार 743
भूगोल 227
जीव - जन्तु 284
कमल के पुष्प को विभिन्न धर्मों में अलग-अलग महत्व दिया गया है। मिस्रियों के लिए, यह ब्रह्मांड का प्रतिनिधित्व करता है। हिंदू संस्कृति में कहा जाता है कि देवी-देवता कमल के सिंहासन पर विराजमान होते थे और एक बौद्ध किवदंति के अनुसार बुद्ध एक तैरते हुए कमल के ऊपर दिखाई दिए थे, और पृथ्वी पर जहां पर उन्होंने अपना पहला कदम रखा वहां पर कमल का फूल खिला था। बौद्ध धर्म में इसे एक पवित्र पुष्प माना गया है। कमल, बौद्ध धर्म के आठ शुभ संकेतों में से एक है - बौद्ध मंडलों में उपयोग किया जाने वाला आठ पंखुड़ियों वाला कमल लौकिक सद्भाव, एक हजार पंखुड़ियों वाला कमल, आध्यात्मिक रोशनी का प्रतीक है। कमल की एक कली क्षमता का प्रतीक है। सुप्रसिद्ध बौद्ध मंत्र, "ओम माने पद्मे" (Om Mane Padme), कमल में रत्न, आत्मज्ञान को संदर्भित करता है। पुराण एवं वैदिक साहित्य में व्यापक रूप से इसका उल्लेख किया गया है। इसी प्रकार प्राचीन काल में मिस्र में भी कमल के फूल का विशेष धार्मिक महत्व था। इसे अर्थ निर्माता, क्योंकि यह रात में बंद हो जाता है और भोर होते ही जलाशय में खिल उठता है इसलिए इसे सूर्य का प्रतीक भी माना जाता है। कई संस्कृतियों में, यह प्रक्रिया फूल को पुनर्जन्म और आध्यात्मिक ज्ञान से जोड़ती है। जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म की अपनी दैनिक प्रक्रिया के साथ, यह पुनर्जन्म का प्रतिनिधित्व करता है।
मिस्र में माना जाता था कि यह एक मात्र ऐसा पौधा था जिसमें फूल एवं फल एक साथ लगते थे। यह शुद्ध सफेद रंग का फूल कीचड़ के ऊपर खिलता था। इसके विषय में एक मिथ यह भी प्रचलित था कि एक विशाल कमल का फूल जलाशय से निकलाता है और उससे सूर्योदय होता है। इसके अलावा, प्राचीन मिस्र में कमल को कला के विभिन्न रूपों में चित्रित किया गया था। किसी कलाकृति की सीमाओं को सजाने के लिए कमल के फूल बनाए जाते थे इसके साथ ही भगवान के चित्रों में उनके हाथ में कमल का फूल दिखाया गया है। कमल का फूल उनकी उच्च गणितीय आंकड़ों में भी सहायता करता था जिसमें एक कमल के फूल को एक हजार तथा दो कमल के फूल को दो हजार में गिना जाता था। इसके अतिरिक्त आज भी विश्व में कई स्थानों पर इसे पवित्रता, सुंदरता, ऐश्वर्य, अनुग्रह, उर्वरता, धन, समृद्धि, ज्ञान और शांति का प्रतीक माना जाता है। प्रत्येक फूल के रंग का अपना प्रतीक भी होता है। बौद्ध चिकित्सकों के लिए, एक सफेद कमल पवित्रता का प्रतीक है, जबकि पीला कमल आध्यात्मिक से जुड़ा हुआ है। हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्मों में इसकी ख़ासी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता है। इसीलिए इसको भारत का राष्ट्रीय पुष्प होने का गौरव प्राप्त है।
A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.