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Tokay Gecko एक साधारण निशाचार छिपकली होती है।यह नेपाल से पूर्व में न्यू गिनी, भारत के उत्तर -पूर्वी राज्य, प० बंगाल, समीपवर्ती देश भूटान, बांग्ला देश और दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रों में होती है।वर्षावन में ये पेड़ों पर रहकर कीटों का भक्षण करती हैं।चूँकि कीट रोशनी की तरफ़ आकर्षित होते हैं,ये उनका पीछा गाँवों तक करते हैं।आजकल अवैध ऑनलाइन बाज़ार में Gecko के दामों में भारी उछाल आया है।मनुष्यों के नज़दीक रहने की आदत Tokay Gecko, उसकी चचाज़ात Golden Gecko और आसामी Day Decko के लिए घातक सिद्ध हो रही है।ऐसा भी अनुमान है कि यह AIDS के इलाज में उपयोगी है।सरीसृपों के चारों ओर multi million डॉलर के अवैध व्यापार के रचे जा रहे घेरे चिंताजनक हैं।इनके संरक्षण में बरती जा रही चूकों को दूर करना लाज़मी हो गया है।
दिलचस्प ख़ूबियाँ :
Tokay Geckos विश्व की सबसे बड़ी जीवित छिपकली है।इसके सिर पर तीसरी आँख होती है जो इन्हें अपने काम-काज की प्रकाश व्यवस्था में मदद देती है।अपने कानों के कारण ये अपने सिर की सीध में देख सकती हैं।अपने वातावरण के अनुसार यह अपनी खाल का रंग हल्का या गाढ़ा कर सकती है।प्रजनन के मौसम में नर छिपकली ‘To-Kay’ की आवाज़ निकालते हैं जिससे इनका नामकरण हुआ।दक्षिण-पूर्व एशिया में Tokay Geckoes को सौभाग्य और प्रजनन शक्ति का अग्रदूत माना जाता है।Baby blue और नारंगी धब्बोंवाली यह छिपकली रेस्तराँ, बाग़ीचे और घरों में कीटों को खाकर उनका सफ़ाया करती हैं।
Tokay Gecko का अवैध व्यापार :
चीन से आ रही भारी माँग के कारण छिपकलियों को पकड़कर उनका अवैध व्यापार भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में धड़ल्ले से चल रहा है।कुछ माफ़ियाओं ने तो Tokay Gecko के प्रजनन केंद्र भी खोल लिए हैं।आसाम राज्य प्राणि उद्यान ने गुवाहाटी के बैंक परिसर से एक छिपकली की रक्षा भी की।एक प्लास्टिक डलिया में ग्लू का स्प्रे करके चूहों को पकड़ा जाना था।ग़लती से उसमें छिपकली गिर गई - यह स्पष्टीकरण बैंक अधिकारियों ने दिया लेकिन जाँचकर्ताओं ने उस पर यक़ीन नहीं किया।अन्तर्राष्ट्रीय बाज़ार में लाखों में छिपकलियों का अवैध व्यापार HIV, कैन्सर,नपुंसकता, डाइबटीज़ आदि की दवाइयों में इस्तेमाल के नाम पर हो रहा है ,जबकि इनके औषधीय गुणों को कोई वैज्ञानिक मान्यता नहीं मिली है।इस तरह के अवैध व्यापार से सामान्य जीव भी विलुप्त होने लगते हैं।
संरक्षण :
आज के समय में Tokay Gecko का संरक्षण एक चुनौती बन गया है।दिन पर दिन इनके अस्तित्व के लिए ख़तरे बढ़ते जा रहे हैं।हालाँकि भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा वन्य जीव सुरक्षा ऐक्ट (WPA) 1972 के अंतर्गत जिन जीवों को सुरक्षा देने की बात कही गई है, उनमें छिपकलियां भी शामिल हैं जिन पर शिकारियों की नज़र बहुत समय पहले से पड़ चुकी थी।Tokey Gecko 40 सेमी. तक लम्बी, 200 ग्राम वज़न की छिपकली होती है।भारत और दुनिया की यह सबसे बड़ी छिपकली है।एक वयस्क छिपकली 20 लाख रुपए में आसानी से बिक जाती है।मणिपुर के जंगलों से इनको बड़ी तादात में शिकारी पकड़कर निर्यात करते हैं।इनके छोटे आकार के कारण बड़ी आसानी इनकी तस्करी हो रही है।
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