पवित्रतम उपयोगी मौलश्री

पेड़, झाड़ियाँ, बेल व लतायें
24-07-2020 07:19 PM
पवित्रतम उपयोगी  मौलश्री

मौलश्री, जो भारतीय medlar भी कहलाता है, भारतीय उपमहाद्वीप की देन है। मौलश्री, जिसे पवित्रतम वृक्ष माना जाता है, उसे संस्कृत साहित्य और भारतीय महाकाव्य रामायण में वकुल के नाम से वर्णित किया गया है।mimusops elengi ( भारतीय medlar, बंदूक वाली लकड़ी का पेड़, बकुल या मौलश्री) एक सदाबहार पेड़ है जिसमें मीठी खुशबूदार फूल खिलते हैं। यह अक्सर बागों में लगाया जाता है। रामपुर में यह बहुतायत से मिलते हैं। मौलश्री के विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण पहलू हैं। बहुत उपयोगी होने के साथ-साथ इनका खासा सांस्कृतिक महत्व भी है।
मौलश्री: कुछ तथ्य

इसका सामान्य नाम spanish cherry है। यह भारतीय उपमहाद्वीप का छोटा सा प्यारा हरा पेड़ है। अपनी छोटी, चमकीली, मोटी, बारीक,नोकदार पत्तियों, तने और फैली हुई शाखाओं के साथ उपहार में मिलाइए सजावटी नमूना है क्योंकि यह मार्च से लेकर जुलाई तक रात की हवा को खुशबूदार छोटे-छोटे क्रीम रंग के फूलों से महक आता है और घनी छाया भी देता है। मौलश्री के फूल छोटे, तारे की तरह की आकृति, पीले सफेद रंग के होते हैं। बीच में से एक मुकुट की तरह पंक्तियां निकलती है। अंडाकार पत्तियां, किनारों पर सिलवटें,5-16 सेंटीमीटर और 3-7 सेंटीमीटर चौड़ी। सुबह के समय खुशबूदार फूल, जो शाम से सारे माहौल को अपनी महक से सराबोर कर देते हैं, जमीन पर गिर जाते हैं। लॉगिन गिरे हुए फूलों को इकट्ठा कर कई दिन तक इनकी खुशबू को बचाए रखते हैं। मौलश्री के फूल मंदिरों और धार्मिक स्थलों को अर्पित किए जाते हैं। भारतीय पौराणिक कहानियों में से बकुल नाम से संबोधित किया जाता है। इसके फल ताजे खाए जाते हैं।
औषधियों में प्रयोग

मौलश्री के विभिन्न हिस्सों के औषधीय खूबियां होती हैं। यह मुंह की सफाई के लिए और उसके इलाज के लिए इस्तेमाल होता है। सुबह उठकर पानी के साथ बने बकुल के घोल से मुंह साफ करने से दांत मजबूत होते हैं, मसूड़े स्वस्थ रहते हैं और मुंह से बदबू नहीं आती।

मौलश्री के विभिन्न हिस्सों के प्रयोग का असर
एंटीप्रोटेजोअल
प्रोटोजोआ को नष्ट करते हैं, उनकी वृद्धि को रोकते हैं और बार-बार पैदा होने की संभावना को खत्म करते हैं।
एंटीमाइक्रोबियल
रोगाणुओं के विरुद्ध काम करते हैं।
एंटीवायरल
विषाणु के विरुद्ध सुरक्षा देते हैं।
एंटी अल्सर
घाव बनने से रोकते हैं
एंथेल्मिंटिक
परजीवी कीड़ों को नष्ट करते हैं।
एंटीपायरेटिक
बुखार कम करने की पत्ती होती है।
Anti-inflammatory
सूजन कम करते हैं
एंटी हाइपरलिपिडेमिक
रक्त में लिपिड्स को जमा होने से रोकते हैं।
एंटी हाइपोग्लाइसेमिक
रक्त में ज्यादा चीनी की मात्रा को जमा होने से रोकते हैं

एंटी ऑक्सीडेंट
जीवित कोशिकाओं में ऑक्सीकरण नष्ट होने से बचाते हैं।

कार्डियोटोनिक

हृदय की गति को सामान्य रखते हैं

एनाल्जेसिक

दर्द निवारक होते हैं।

सन्दर्भ:
http://www.flowersofindia.net/catalog/slides/Maulsari.html
https://en.wikipedia.org/wiki/Mimusops_elengi
https://www.bimbima.com/ayurveda/bakulmaulsari-information-and-medicinal-uses/249/


चित्र सन्दर्भ:
मुख्य चित्र में मौलश्री (स्पेनिश चेरी, Spanish Cherry) के फल को दिखाया गया है। (Wikiwand)
दूसरे चित्र में मौलश्री के फूल, कली और पत्तियों को दिखाया गया है। (Youtube)
तीसरे चित्र में फूल, पत्ती और कलियों को दिखाया गया है। (Prarang)
चौथे चित्र में मौलश्री की कलियों को दिखाया गया है। (pexels)
पाँचवे चित्र में मौलश्री के फूल और पत्तियों को दिखाया गया है। (pngtree)
अंतिम चित्र में स्पेनिश चेरी का फल दिखाया गया है। (picseql)

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