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अंतरिक्ष में होने वाली घटानाओं की जानकारी को प्राप्त करने के लिए वर्तमान में प्रायः कई जगहों पर नक्षत्रशालाओं (Planetarium) को स्थापित किया गया है। इन नक्षत्रशालाओं में आकाशगंगा, चांद, सूर्य, ध्रूव इत्यादि को नजदीक से देखा जा सकता है। ऐसी ही एक नक्षत्रशाला रामपुर में भी स्थापित की गयी है, जिसे आर्यभट्ट नक्षत्रशाला के नाम से जाना जाता है। रामपुर की इस नक्षत्रशाला में चंद्र ग्रहण इत्यादि खगोलीय घटनाओं को देखने के लिए दूरबीनें भी लगायी गयी हैं ताकि चंद्रग्रहण को पास से देखा जा सके। खुली आंखों से चंद्र ग्रहण देखने से होने वाले आंखों के नुकसान की संभावना से बचने के लिए इन दूरबीनों को नक्षत्रशाला में लगाया गया है ताकि इसके माध्यम से चंद्रग्रहण के प्रति लोग अपनी जिज्ञासा को शांत कर सकें। इस नक्षत्रशाला का नाम पहले भीमराव अंबेडकर नक्षत्रशाला रखा गया था जिसे बाद में बदलकर आर्यभट्ट नक्षत्रशाला रख दिया गया। विशेष बात यह है कि ये नक्षत्रशाला भारत की पहली लेजर (Laser) नक्षत्रशाला भी है, जोकि डिजिटल लेजर तकनीक (Digital laser technology) पर आधारित है।
मल्टीप्लेक्स (Multiplex) जैसे वातावरण में यह नक्षत्रशाला 3-डी अनुभव भी प्रदान करती है जिसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा बनाया गया है। पारंपरिक केंद्रों के पास बहुत कम विकल्प हैं जिनसे समय के साथ, लोग उनसे अब ऊब चुके हैं। रामपुर की इस नक्षत्रशाला में एक तकनीकी बढ़त है जो विज्ञान और तकनीक को लोकप्रिय बनाने में मदद करती है। नक्षत्रशाला को 18 सितंबर, 2012 से लोगों के लिए खोला गया था, जहां प्रतिदिन 3 शो (Show) दिखाये जाते हैं जिनकी अवधि 50 मिनट की होती है। शो का समय दोपहर 1.00 बजे, अपराह्न 3.00 बजे और शाम 5.00 बजे है। अतिरिक्त शो को 10.30 बजे से 12.15 बजे के बीच 100 या अधिक के समूह के लिए 10 रुपये प्रति व्यक्ति की दर से दिखाया जाता है। गर्मियों की छुट्टियों में एक अन्य अतिरिक्त शो शाम 6 बजे से भी दिखाया जाता है। नक्षत्रशाला में प्रवेश शुल्क 3 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए प्रति व्यक्ति 25 रुपये है। प्रमाण पत्र दिखाने पर विकलांगों के लिए प्रवेश निःशुल्क है। 30 या अधिक व्यक्तियों के समूह के लिए रियायती टिकट प्रति व्यक्ति 10 रुपये है। प्रत्येक सोमवार को नक्षत्रशाला बंद रहती है।
नक्षत्रशाला के कंप्यूटर डेटाबेस (database) में घटनाओं के अनुक्रम के साथ दिनांक और समय जैसी अन्य सूचनाओं या जानकारियों को नासा (NASA, National Aeronautics and Space Administration, United States of America) द्वारा ऑनलाइन अपडेट (Online update) किया जाता है। उन सूचनाओं से भविष्य के आकाशीय गतिविधियों के चित्र और ग्राफिक्स (graphics) एक कंप्यूटर द्वारा उत्पन्न किए जाते हैं, जिसके बाद उसे लेजर प्रोजेक्टर (projector) का उपयोग करने वाले डोम (Dome) में प्रोजेक्ट किया जायेगा। एक खगोलीय घटना के वैज्ञानिक पहलू और खगोलीय प्रणाली पर इसके प्रभाव को इस घटना के ग्राफिक्स को देखते हुए बेहतर तरीके से समझा जा सकता है। नक्षत्रशाला खगोल विज्ञान के बारे में शैक्षिक और मनोरंजक जानकारियों या शो के लिए उपयोगी है। इसके अलावा यह रात के आकाश, या आकाशीय नेविगेशन (Navigation) में प्रशिक्षण के लिए भी उपयोगी है।
संदर्भ:
1. https://bit.ly/2TY84mV
2. https://bit.ly/2TZN8fq
3. https://bit.ly/2U2yvb2
4. https://bit.ly/2THniOc
5. https://bit.ly/2wO7twk
चित्र सन्दर्भ:
1. https://www.facebook.com/pg/aryabhattplanetarium/posts/
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