दिवाली की खरीददारी करें थोड़ा ध्यान से

सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)
27-10-2019 10:42 AM
दिवाली की खरीददारी करें थोड़ा ध्यान से

दिवाली का त्यौहार पूरे पाँच दिन का त्यौहार होता है और दिवाली के महीने के आते ही लोगों द्वारा इस दिन के लिए खरीददारी करनी आरंभ हो जाती है। दिवाली के दिन देवी लक्ष्मी (जिन्हें समृद्धि की देवी माना जाता है) की प्रार्थना की जाती है और क्योंकि दिवाली हिंदू नववर्ष को चिह्नित करती है, भारत के अधिकांश व्यापारिक समुदाय के लिए, यह नए वित्तीय वर्ष का भी प्रतीक है। नतीजतन मुख्य रूप से दिवाली समृद्धि और धन का एक रूप है, इस दिन को नई संपत्ति लेने और नए निवेश करने और यहां तक कि खरीददारी करने और जुआ खेलने के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है।

धनतेरस पर यह माना जाता है कि कीमती धातु खरीदने से धन की प्राप्ति होती है और कई भारतीय इस दिन सोना, चांदी, गहने या धातु की वस्तु खरीदते हैं। बैंक, गोल्ड डीलर (Gold Dealer) और ज्वैलर्स (Jewellers) देशभर में इस अवसर के लिए आकर्षक सौदे पेश करते हैं। वहीं दिवाली में महंगी वस्तुओं की खरीददारी करना काफी शुभ माना जाता है जैसे गाड़ी, मशीनरी (Machinery), इलेक्ट्रॉनिक्स (Electronics) आदि। वहीं आज कल मोबाइल फोन (Mobile Phone) एक विशेष रूप से लोकप्रिय खरीद बन गए हैं। ई-कॉमर्स साइट (E-Commerce Site) अमेज़न (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) दिवाली के आसपास भारी बिक्री के लिए भारी छूट और ऑफ़र (Offer) के साथ तैयार हो जाते हैं।

वहीं दिवाली के दिन घरों में परिवार के सभी सदस्य नए कपड़े खरीदते हैं, घरों और दफ्तरों में रेनोवेशन (Renovation) का काम कराया जाता है और बहुत ही उत्साह के साथ एक दूसरे को उपहार दिए जाते हैं। दिवाली के आसपास का महीना भारत भर में दुकानों, बाज़ारों और व्यवसायों के लिए बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक गतिविधि लाता है। वहीं दिवाली में शेयर बाज़ार (Share Bazar) भी भारी मात्रा में तेज़ी पकड़ता है। दीपावली की शाम को ज्योतिषीय रूप से महत्वपूर्ण समय पर निर्धारित मुहूर्त के लिए भारतीय शेयर बाज़ार बंद होने के बावजूद भी कुछ समय के लिए खुले रहते हैं। हालांकि भारत में जुआ पूरी तरह से गैरकानूनी है लेकिन फिर भी दिवाली के दिन ताश पत्ते खेले जाते हैं। तीन पत्ती सबसे लोकप्रिय खेल है, लेकिन फ्लश (Flush), रम्मी (Rummy) और पोकर (Poker) भी खेला जाता है।

वहीं जानकारों के अनुसार इस धनतेरस, सोने की कीमतों में तेज़ बढ़ोतरी के कारण सोने की खरीद कम हो सकती है। वैसे हर साल सोने की बिक्री लगभग 40 टन होती है। हालांकि इस साल सोने की कीमतों में वृद्धि होने के कारण सोने की मांग में गिरावट देखी जा सकती है। इस वर्ष ऊंची कीमतों और आयात शुल्क में बढ़ोतरी के कारण सोने का आयात भी कम हुआ है। भारत ने इस वर्ष सितंबर में केवल 26 टन सोने का आयात किया है, जो एक साल पहले 81.71 टन था। आयात पिछले वर्ष की तुलना में 68.18% गिर गया है।

सोने की मांग तीन अवसरों में होती है - शादी में, त्यौहारी सीज़न (Season) में और नियमित रूप से। लेकिन बाज़ार में तरलता संकट के कारण नियमित मांग पहले से ही कम रहती है। इसके अलावा, खरीददार सोने की अधिक कीमतों के कारण सोने में निवेश करने से बच रहे हैं। वैसे दिवाली के पहले हर साल लोग जमकर खरीददारी करते हैं। लेकिन, इस बार माहौल बदला हुआ है, दिवाली से पहले के वीकेंड (Weekend) पर मॉल (Mall) और बाज़ार में खरीददारों की भीड़ कम देखी जा रही है। इससे व्यापर में तेज़ी आने की उम्मीदों को झटका लगा है।

इस सीज़न में अगर आप अपने बजट से ज्यादा नहीं खर्च करना चाहते हैं तो निम्न उपायों को अपना सकते हैं :- • त्यौहार सीज़न के दौरान “ये खरीद का अंतिम दिन है...स्टॉक सीमित है...अभी खरीदें...!” इस तरह की लाइनें केवल एक जाल बिछाने के लिए उपयोग की जाती हैं। ऐसे ऑफर हर सीज़न में आते और जाते रहते हैं तो ज्यादा अफरातफरी में खरीददारी न करें।

• यह तो हम सब जानते ही हैं कि आज कल कुछ भी मुफ्त नहीं मिलता है, लेकिन कई बार हमें मुफ्त के ऑफर से लुभाया जाता है। जैसे कि 5 के साथ 1 मुफ्त, लेकिन वास्तव में मुफ्त वाले में वे हमें सबसे सस्ता माल प्रदान करते हैं।

• बिक्री बढ़ाने के लिए रिटेलर (Retailer) अक्सर ग्राहकों को आकर्षक ऑफर गंवा देने का डर दिखाते हैं। लेकिन क्या वास्तव में यह सच है? उदाहरण से समझते हैं, मान लेते हैं कि दिवाली पर कार डीलर (Car Dealer) सीमित अवधि के ऑफर के तौर पर मुफ्त इंश्योरेंस (Insurance) की पेशकश करता है। लेकिन, यह उससे कार खरीदने का कारण नहीं होना चाहिए। यहां तक कि इस दौरान आप कार नहीं खरीदते हैं या इससे पहले कार खरीदते हैं तो भी आप नुकसान में नहीं रहेंगे। इस सीमित ऑफर के बाद वही डीलर आपको इंश्योरेंस की कीमत के बराबर मुफ्त एक्सेसरीज़ (Accessories) की पेशकश करेगा।

• त्यौहार सीज़न के दौरान कई छूट की पेशकश भी की जाती है। लेकिन, कोई भी खरीद सोच-विचार के बाद करनी चाहिए। मान लेते हैं कि एक सेल (Sale) चल रही है, जिसमें 30% छूट दी जा रही है। लेकिन, इस छूट पर एक सितारा (*) बना हुआ है। यह सितारा विभिन्न शर्तों को बताता है जैसे कि कम से कम 6,000 रुपये की खरीद पर ही 30% की छूट मिलेगी।

संदर्भ:
1.https://www.forbes.com/sites/leezamangaldas/2017/10/17/diwali-india-money-wealth-creation-get-rich/#7fa7d977101f
2.https://bit.ly/2J9oIeL
3.https://bit.ly/2J7LnYU
4.https://bit.ly/32Ckcgw
5.https://bit.ly/2MB41KZ
6.https://bit.ly/32BqCMM
7.https://m.economictimes.com/wealth/spend/dont-fall-for-the-illusion-of-festive-sales/articleshow/60760739.cms
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