कैसे और कहाँ से हुई बटर चिकन की उत्पत्ति तथा इसका विकास

स्वाद- खाद्य का इतिहास
15-10-2019 12:40 PM
कैसे और कहाँ से हुई बटर चिकन की उत्पत्ति तथा इसका विकास

रामपुर अपने मुगलई व्यंजनों के लिए बहुत प्रसिद्ध है। इन मुगलई व्यंजनों में मांसाहारी व्यंजनों का विशेष महत्व है जो किसी भी मांसाहारी के मुंह में पानी ला सकता है। मांसाहारी व्यंजनों में यदि ‘बटर चिकन’ (Butter Chicken) की बात की जाये तो यह चिकन का सबसे लज़ीज़ रूप है जो अन्य चिकन की तुलना में बेहद अलग है। यदि आप मांसाहारी हैं तो आप इसे चखे बिना नहीं रह सकते। यह स्वादिष्ट व्यंजन केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के कई अन्य देशों में भी बनाया जाता है। इसे हिंदी में ‘मुर्ग मक्खनी’ भी कहा जाता है जोकि भारत के सबसे लोकप्रिय व्यंजनों में से एक है। आपने अपनी ज़िंदगी में कभी न कभी इस व्यंजन को ज़रूर खाया होगा या यदि आप शाकाहारी हैं तब भी आप इसके बारे में जानते तो ज़रूर ही होंगे। किंतु क्या आप जानते हैं कि आखिर इस व्यंजन की उत्पत्ति और विकास हुआ कैसे?

दरअसल इस व्यंजन को 1950 के दशक में तीन पंजाबी व्यक्तियों कुंदन लाल गुजराल, कुंदन लाल जग्गी और ठाकुर दास द्वारा विकसित किया गया था जो दिल्ली में स्थित मोती महल रेस्तरां के संस्थापक थे। इस मूल बटर चिकन की शुरुआत अनिवार्य रूप से तंदूरी चिकन के विकास से जुड़ी हुई है जिसकी उत्पत्ति पेशावर (अब पाकिस्तान में) में हुई थी। लगभग 100 साल पहले मोखा सिंह लांबा नाम के एक व्यक्ति ने पेशावर में एक छोटा सा रेस्तरां शुरू किया और तंदूरी चिकन बनाने की शुरूआत की। कुंदन लाल गुजराल जिन्होंने बटर चिकन की उत्पत्ति की, वे पहले इसी रेस्तरां में काम करते थे। उन्होंने यहां तंदूरी चिकन के साथ एक प्रयोग किया तथा बटर चिकन को उत्पन्न किया। कुछ राजनीतिक कारणों से गुजराल भारत की राजधानी दिल्ली आ गये और मोती महल नाम का एक रेस्तरां शुरू किया जहां उन्होंने बटर चिकन को व्यापक रूप से बनाया।

इस चिकन को बनाने के लिए भरपूर मक्खन, मलाई, और पिसे हुए टमाटर का उपयोग किया जाता है जो इसके स्वाद को और भी अधिक बढ़ा देता है तथा इसे दूसरे मुर्ग व्यंजनों से पृथक करता है। इसे बनाने के लिए दही में मसालों का एक अनूठा मिश्रण तैयार किया जाता है जिसमें आमतौर पर लहसुन, धनिया, गरम मसाला, अदरक, जीरा और अन्य मसाले शामिल होते हैं। चिकन को घंटों तक इस मिश्रण में रखा जाता है। इसके बाद चिकन को तंदूरी तरीके से पकाकर उसे एक करी (Curry) में मिलाया जाता है जो कि मक्खन और मलाई से परिपूर्ण होती है।

यह पकवान न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारत की सबसे लोकप्रिय करी है। सिडनी के सबसे लोकप्रिय भारतीय रेस्तरां, द कोलोनियल डार्लिहर्स्ट (The Colonial Darliehurst) और द कोलोनियल न्यूट्रल बे (The Colonial Neutral Bay) में यह बनाई और बहुत अधिक पसंद की जाती है। पिछले 6 दशकों में इस व्यंजन में बहुत से संशोधन किए गये जिससे इसके नए-नए रूप और स्वाद सामने आए। बटर चिकन की खास बात यह है कि इसमें सामग्रियों का संतुलित उपयोग किया जाता है जो इसे स्वादिष्ट बनाता है। जैसे, इसकी मक्खन और मलाई की समृद्धि को संतुलित करने के लिए कड़वे मेथी और लहसुन का उपयोग किया जाता है। ऐसा करने से व्यंजन को संतुलित रूप मिलता है और इसमें मसालों की मात्रा संतुलित रहती है जिस कारण यह बहुत स्वादिष्ट होता है।

सन्दर्भ:
1.
http://shafali.com/butter-chicken-story/
2.
https://en.wikipedia.org/wiki/Butter_chicken
3. https://bit.ly/2IQJwrj
4. https://bit.ly/2B98y0F
5. https://bit.ly/2BiwHlb
चित्र संदर्भ:-
1.
https://www.flickr.com/photos/photo/35034346243@N01/2284519526
2. https://www.youtube.com/watch?v=E9bSLVgw0qI
3. https://www.youtube.com/watch?v=lnRmIKkGCIA

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