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भोजन मानव शरीर का वह अभिन्न अंग है जिसके माध्यम से इस शरीर रूपी वाहन को ईंधन मिलता है। आज विश्व के अधिकांश देशों में कुपोषण का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, जिसके मुख्यतः दो कारण हैं, एक भोजन का अभाव तथा दूसरा ग्रहण किए गए भोजन में आवश्यक पोषक तत्वों का अभाव। जिस कारण हमारे द्वारा ग्रहण किया गया भोजन ही हमारे शरीर का सबसे बड़ा शत्रु बन रहा है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक सुखद और स्वस्थ जीवन जीने हेतु संतुलित आहार लेना अत्यंत आवश्यक बन गया है।
संतुलित आहार वह आहार है जिसमें शरीर को सक्रिय रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं। हमारे शरीर में शारीरिक एवं मानसिक विकास के अनुरूप पोषण संबंधि आवश्यकता भी बदलती जाती है। हमारे अंगों और ऊतकों को कार्य करने के लिए उचित पोषण की आवश्यकता होती है। संतुलित आहार के अभाव में हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है तथा यह धीरे-धीरे रोगों का घर बन जाता है। इससे हमारा शारीरिक एवं मानसिक विकास बाधित होता है तथा शारीरिक निष्क्रियता में वृद्धि होती है। इस प्रकार की सभी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए दैनिक जीवन में ग्रहण किया जाने वाला आहार संतुलित होना चाहिए।
आज लोगों के भोजन में ऊर्जा, वसा, शर्करा या नमक/सोडियम (Sodium) की मात्रा बढ़ती जा रही है जबकि पर्याप्त फल एवं सब्जी तथा रेशा युक्त आहार जैसे कि साबुत अनाज के सेवन में कमी आ रही है। संतुलित और स्वस्थ आहार विभिन्न आवश्यकताओं (जैसे कि उम्र, लिंग, जीवन शैली और शारीरिक गतिविधियों), सांस्कृतिक, स्थानीय उपलब्ध खाद्य पदार्थों और खानपान की परंपरा के आधार पर अलग होता है, किंतु इसके मूल घटक समान रहते हैं।
संतुलित आहार प्राप्त करने के प्रमुख घटक हैं:
फल और सब्जियां
फलों में पर्याप्त शर्करा उपलब्ध होती है। जो लोग चीनी से परहेज कर रहे हैं, उनके लिए शर्करा की आपूर्ति हेतु फल एक अच्छा विकल्प है। फलों में पर्याप्त विटामिन (Vitamin) और खनिज की मात्रा होती है जो हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करती है। सब्जियां भी विटामिन और खनिजों का प्रमुख स्रोत हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों में पर्याप्त पोषण होता है, जो हमारे शरीर को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ हिमोग्लोबिन (Hemoglobin) की मात्रा को भी बढ़ाते हैं। एक व्यक्ति को दिन में कम से कम 400 ग्राम फल सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
अनाज
अनाज, विशेषकर साबुत अनाज कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) और वसा का प्रमुख स्रोत है। यह हृदय रोग, मधुमेह टाइप 2 (Type 2), मोटापा और कुछ प्रकार के कैंसर (Cancer) के जोखिम को कम करते हैं तथा शरीर को भरपूर ऊर्जा प्रदान करते हैं।
दुग्ध उत्पाद
दुग्ध उत्पाद हमें कैल्शियम (Calcium), विटामिन डी, और अन्य आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। हालांकि इनमें वसा का उच्च स्तर होता है इसलिए इसका सेवन करने से पूर्व वसा की मात्रा पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। दूध सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए एक पौष्टिक पेय आहार है, जिसमें लगभग सभी पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं। इनमें उपस्थित कैल्शियम हड्डियों को मज़बूती प्रदान करता है।
प्रोटीन (Protein)
मांस और फलियाँ प्रोटीन के प्राथमिक स्रोत हैं। यह पोषक तत्व मांसपेशियों और मस्तिष्क के विकास के लिए आवश्यक है।
तेल या वसा
वसा के मुख्यतः दो स्रोत हैं, एक पशुजन्य वसा और दूसरा प्राकृतिक वसा। इसके सेवन में विशिष्ट संयम की आवश्यकता होती है। इसकी नियंत्रित मात्रा का सेवन शरीर के लिए लाभदायक है, तो वहीं आवश्यकता से अधिक मात्रा का सेवन शरीर के लिए हानिकारक भी होता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा संतुलित आहार के निम्न लाभ बताए गए हैं:
1. आहार में उपस्थित विटामिन और खनिज शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य में वृद्धि करते हैं।
2. एक स्वस्थ आहार कुछ विशेष प्रकार की बीमारियों जैसे कि मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग, कुछ प्रकार के कैंसर की स्थिति में मानव शरीर की रक्षा करता है।
3. स्वस्थ आहार शरीर के वज़न को भी संतुलित बनाए रखता है।
4. विभिन्न संस्कृतियों, उत्पत्ति और भिन्न-भिन्न पाक कला से तैयार किया गया भोजन संतुलित भोजन का एक अच्छा विकल्प है।
आप जीवन में नियमित संतुलन और संयमित भोजन को अपनाकर अपने भावी जीवन को स्वस्थ एवं लंबे समय तक सक्रिय बना कर रख सकते हैं।
संदर्भ:
1. https://www.nhp.gov.in/healthlyliving/healthy-diet
2. https://www.healthline.com/health/balanced-diet#qa-picky-eaters
3. https://bit.ly/2j0OumZ
4. https://bit.ly/30uJgo3
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