कैसे शुरु हुई ये सर्दियों की मिठास, चिक्की

स्वाद- खाद्य का इतिहास
08-12-2018 12:08 PM
कैसे शुरु हुई ये सर्दियों की मिठास, चिक्की

सर्दियों में चिक्की खाने का आनंद ही कुछ और होता है। सर्दियां आते ही चिक्की बाजार में, गली के नुक्कड़ के ठेले पर आसानी से मिल जाती है और बहुत ज्यादा खाई भी जाती है। आप चाहे तो इसे लंबे समय तक रख कर भी खा सकते हैं। चिक्की आम तौर पर मूंगफली और गुड़ से बनी पारंपरिक भारतीय मिठाई है। सर्दियों में मूंगफली और गुड़ खाने से सेहत अच्छी रहती है। वैसे तो सिर्फ मूंगफली खाना भी काफी फायदेमंद होता है परंतु जब मूंगफली को गुड़ के साथ मिलाकर खाते हैं तो इसके स्वास्थ्य के लाभ और बढ़ जाते हैं। ठंड के दिनों में मूंगफली और गुड़ से बनी चिक्की खाने की भी सलाह दी जाती है, इससे शरीर में गर्माहट बनी रहती है।

चिक्की बनाने का सिलसिला वैसे तो सदियों से चला आ रहा है परंतु व्यावसायिक तौर पर इसकी नींव मगनलाल चिक्की कंपनी ने रखी थी। आज़ादी से पहले 1888 में लोनावला (महाराष्ट्र) के भेवराज जी ने अपने बेटे मगनलाल के नाम पर एक दुकान शुरू की थी। इसके बाद श्री मगनलाल जी ने अपने दोनों बेटों अम्बालाल अग्रवाल और मोहनलाल अग्रवाल के साथ मिल कर गुड़ से बनी मिठाईयों का कारोबार शुरू किया। मगनलाल जी की मृत्यु के बाद उनके दोनों बेटों ने अपने पिता के इस कारोबार को आगे बढ़ाया। शुरूआत में उन्होंने अपनी दुकान पर मूंगफली और गुड़ से बनी चिक्की बना कर बेचना शुरू किया था। उनकी दुकान रेलवे स्टेशन के सामने थी जहां पुणे और मुंबई के बीच यात्रा करने वाली ट्रेन रुका करती थीं।

उनकी यह चिक्की इतनी प्रसिद्ध हो गई थी की लोग ट्रेनों से उतर कर इसे खरीदने आते थे। जल्द ही उनसे केंद्रीय रेलवे बोर्ड ने मांग की कि वे रेलवे कर्मियों और यात्रियों के लिये ट्रेनों में पैकेटों में गुड़ से बनी मिठाई की आपूर्ति करें। उस समय इसे किसी विशेष नाम से नहीं जाना जाता था। फिर उन्होंने इसके लिये एक नाम सोचा जो बच्चे सहित हर किसी की ज़ुबान पर आसानी से आ जाये, अंत में सभी के मन में एक नाम आया ‘चिक्की’। इस प्रकार चिक्की को दुनिया में मगनलाल कंपनी द्वारा पेश किया गया। इन सभी की कड़ी मेहनत और प्रयासों का नतीजा है जो आज चिक्की का मगनलाल ब्रांड पूरे भारत में एक ट्रेडमार्क (Trademark) बन गया है।

चिक्की सिर्फ खाने में ही स्वादिष्ट नहीं होती बल्कि पौष्टिकता से भी भरपूर होती है। इसमें डालने वाली मूंगफली सर्दी के मौसम में आसानी से उपलब्ध हो जाती है, जोकि प्रोटीन (Protein) तथा विटामिन (Vitamin) का एक सस्ता स्रोत हैं। मूंगफली फैबेशिए (Fabaceae) कुल से संबंधित है। यह एक प्रमुख तिलहन फसल है। मूंगफली वस्तुतः पोषक तत्वों की अप्रतिम खान है। इससे बने अन्‍य उत्‍पादों में मूंगफली का तेल, मूंगफली का आटा और उबली हुई मूंगफली, मूंगफली का मक्खन आदि शामिल हैं। मूंगफली शरीर के लिए आवश्यक कई तत्वों जैसे आयरन (Iron), मैग्नीशियम (Magnesium), पोटैशियम (Potassium), कैल्शियम (Calcium), मैंगनीज़ (Manganese), कॉपर (Copper), कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate), असंतृप्त वसा, संतृप्त वसा, आहार फाइबर (Fibre), पॉलीअनसेचुरेटेड (Polyunsaturated) वसा, मोनोअनसेचुरेटेड (Monounsaturated) वसा, प्रोटीन, ल्यूसीन, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन ई, जिंक आदि का बहुत अच्छा स्रोत होती है।

जैसा कि हम आपको उपरोक्त विवरण में बता चुके हैं कि मूंगफली में बहुत सारे पोषक तत्‍व होते हैं। आइए जानें मूंगफली के उन गुणों के बारे में जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं और हमें कई बीमारियों से बचाते हैं, जिन्‍हें जानकर शायद आप भी इसका नियमित रूप से सेवन करने लगेंगे।

1. कैंसर होने की सम्भावनाएं कम करती है:
मूंगफली में फाइटोस्टेरॉल (Phytosterols) होता है, जिसे बीटा-साइटोस्टेरॉल (Beta-sitosterol) भी कहा जाता है। फाइटोस्टेरॉल ट्यूमर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। इस प्रकार, ये कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। मूंगफली का कम से कम तीन बार सेवन करने से गॉलस्टोन (Gallstones) या पित्ताशय में पथरी होने का जोखिम भी कम हो जाता है।

2. यह कोलेस्ट्रॉल को संतुलन में रखती है:
मूंगफली में मोनो-अनसैचुरेटेड फैटी एसिड (Mono-Unsaturated Fatty Acid) होते हैं और ये हमारे शरीर में अच्छे और बुरे कोलेस्ट्रॉल के बीच संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह रक्त शर्करा के स्तर को भी संतुलन में बनाये रखता है। मूंगफली उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद हैं जो मधुमेह से पीड़ित हैं। मूंगफली उन लोगों के लिए भी अच्छी होती है जो वज़न कम करने की कोशिश कर रहे हैं।

3. हृदय रोगों के जोखिम कम करती है:
मूंगफली एंटीओक्सिडेंट (Antioxidant) और खनिजों में समृद्ध होती हैं जिससे हृदय रोगों की संभावना कम हो जाती है। मूंगफली में ट्रायप्टोफान (Tryptophan) नामक एमिनो एसिड (Amino Acid) होता है जोकि डिप्रेशन (Depression) से बचाता है।

4. जननक्षमता बढ़ाती है:
मूंगफली फोलिक एसिड (Folic Acid) से समृद्ध होती है जो बच्‍चों में गंभीर विकार या दोषों से पैदा होने का खतरा कम कर देती है। अगर गर्भवती महिला, गर्भावस्‍था के दौरान या इससे पहले मूंगफली को खाती है तो बच्‍चों के पैदा होने पर जोखिम कम हो जाता है।

5. त्वचा के लिये फायदेमंद:
मूंगफली में पाए जाने वाले विटामिन ई और मोनोअनसेचुरेटेड एसिड त्वचा में चमक लाते हैं और खुश्की को दूर रखते हैं।

6. मूंगफली से रहते हैं आपके बाल स्वस्थ:
मूंगफली में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो बालों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए फायदेमंद हैं। ये एल-आर्जिनीन (L-Arginine) का बहुत अच्छा स्रोत है। यह बालों के लिए बहुत उपयोगी है और स्वस्थ बालों के विकास को प्रोत्साहित करता है। मूंगफली खाने से बालों में चमक भी बढ़ती है।

संदर्भ:
1.http://maganlal.com/history.html
2.https://khoobsurati.com/8-health-benefits-of-eating-peanuts-in-winters.html
3.https://timesofindia.indiatimes.com/life-style/health-fitness/diet/The-health-benefits-that-peanuts-offer/articleshow/41785407.cms
4.https://en.wikipedia.org/wiki/Peanut

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