कैसे एक चक्रीय अर्थव्यवस्था, वैश्विक प्लास्टिक व्यापार को और बेहतर बना सकती है ?

नगरीकरण- शहर व शक्ति
07-01-2025 09:39 AM
Post Viewership from Post Date to 12- Jan-2025 (5th) Day
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2498 66 2564
कैसे एक चक्रीय अर्थव्यवस्था, वैश्विक प्लास्टिक व्यापार को और बेहतर बना सकती है ?
प्लास्टिक, रामपुर वासियों के दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है, जो शहर के विकास और अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। पैकेजिंग सामग्री से लेकर घरेलू वस्तुओं तक, दैनिक जीवन के लगभग हर पहलू में, प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है। प्लास्टिक के सामान के उत्पादन सहित, स्थानीय विनिर्माण क्षेत्र, शहर की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लोगों को नौकरियां प्रदान करता है और व्यापार का समर्थन करता है। कपड़ा, कृषि और निर्माण जैसे उद्योगों में भी, प्लास्टिक का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। हालांकि, प्लास्टिक की सुविधा और बहुमुखी प्रतिभा के बावजूद, कई अन्य शहरों की तरह, रामपुर को भी प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन की चुनौती का सामना करना पड़ता है। जैसे-जैसे शहर का विकास जारी है, प्लास्टिक के उपयोग और निपटान के लिए स्थायी समाधान ढूंढना, पर्यावरणीय कल्याण सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण होगा। आज, हम अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक व्यापार पर चर्चा करेंगे। पहले हम प्लास्टिक उद्योग को देखेंगे, तथा इसके विकास और विभिन्न क्षेत्रों पर इसके प्रभाव की खोज करेंगे। इसके बाद, हम वैश्विक प्लास्टिक व्यापार पर नज़र डालेंगे, जिसमें प्लास्टिक कचरे का व्यापार और इसके पर्यावरणीय निहितार्थ शामिल हैं। अंत में, हम प्लास्टिक के लिए एक चक्रीय अर्थव्यवस्था की अवधारणा का पता लगाएंगे, जिसमें पुनर्चक्रण और कचरे को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
प्लास्टिक के पीछे का उद्योग-

क्या आप जानते हैं कि, 99% प्लास्टिक, जीवाश्म मूल के रसायनों से निर्मित होता है। इसलिए, प्लास्टिक का उत्पादन, पेट्रोकेमिकल उद्योग(Petrochemical industry) से जुड़ा हुआ है। प्लास्टिक उद्योग की तीव्र वैश्विक वृद्धि, काफ़ी हद तक सस्ती शेल गैस(Shale gas) की उपलब्धता और जीवाश्म उद्योगों से बढ़ते निवेश से प्रेरित है। पेट्रोकेमिकल उद्योग वास्तव में, वर्तमान से 2040 तक, वैश्विक तेल मांग में वृद्धि का सबसे बड़ा चालक होने की उम्मीद है। प्लास्टिक और जीवाश्म ईंधन के बीच मज़बूत संबंध का मतलब यह भी है कि, प्लास्टिक जलवायु परिवर्तन का एक बड़ा चालक है। प्लास्टिक उत्पादन वायु और जल प्रदूषण से जुड़े, वैश्विक उत्सर्जन में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता है। साथ ही, तेल रिसाव से विषाक्त प्रदूषण होता है। बेसल कन्वेंशन(Basel Convention), रॉटरडैम कन्वेंशन (Rotterdam Convention) और स्टॉकहोम कन्वेंशन(Stockholm Conventions) द्वारा नियुक्त, तथा अप्रैल 2023 में प्रकाशित एक स्वतंत्र रिपोर्ट में पाया गया है कि, प्लास्टिक में लगभग 13,000 रसायनों का उपयोग किया जाता है। यह उपयोग संभवतः मोनोमर्स(Monomers), एडिटिव्स(Additives), प्रसंस्करण सहायता और एन आई ए एस(NIAS) के रूप में होता है। इनमें से 3,200 रसायनों को, संभावित चिंता वाले रसायनों के रूप में सत्यापित किया गया है। लेकिन यह देखते हुए कि, इनमें से 6,000 रसायनों के खतरे का अध्ययन नहीं हुआ है, यह आंकड़ा बड़ा हो सकता है। इसके अलावा, प्लास्टिक में उपयोग किए जाने वाले चिंताजनक रसायनों में से, केवल 1% को स्टॉकहोम कन्वेंशन, मिनामाटा कन्वेंशन(Minamata Convention) और मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल(Montreal Protocol) जैसे बहुपक्षीय(बहुदेशीय) पर्यावरण समझौतों के तहत विनियमित किया जाता है। ये सकल स्वास्थ्य और मानवाधिकार खतरों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिन्हें विषाक्त पदार्थों के सुरक्षा भंडारण और निपटान प्रक्रियाओं को अपनाने से रोका जा सकता है।
प्लास्टिक में वैश्विक व्यापार-
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रवाह प्लास्टिक उत्पादों के उत्पादन, उपभोग और निपटान के लिए केंद्रीय है। इसलिए, व्यापार नीति वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण संकट से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। कई देश इसके खिलाफ़ पहले से ही कार्रवाई कर रहे हैं, जैसे कि – प्लास्टिक कचरे के आयात या निर्यात को प्रतिबंधित करना, एकल-उपयोग प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाना, या प्लास्टिक व्यापार को प्रभावित करने के लिए इकोलेबल(Ecolabels) का उपयोग करना।
वैश्विक प्लास्टिक अर्थव्यवस्था में, व्यापार एक केंद्रीय भूमिका निभाता है। प्लास्टिक के पूरे जीवन चक्र में, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्लास्टिक को सीमाओं के पार फ़ैलाने का एक माध्यम है; चाहे वह वर्जिन प्लास्टिक(Virgin plastic) के रूप में हो, उत्पादों में अंतर्निहित हो, या अपशिष्ट के रूप में हो। व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन(UNCTAD) के अनुसार, प्लास्टिक का व्यापार हर साल 1 ट्रिलियन डॉलर मूल्य का होता है, जो माल व्यापार के कुल मूल्य का लगभग 5% है। 2021 में, प्लास्टिक व्यापार. 1.2 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर के रिकॉर्ड-उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह चुनौती प्लास्टिक उत्पादों की विशाल विविधता से आती है, जिसमें पैकेजिंग और अन्य उत्पादों में प्लास्टिक का अंतर्निहित होना भी शामिल है। इनका विश्व स्तर पर व्यापार किया जाता है और वे अपशिष्ट प्रवाह का हिस्सा बन जाते हैं। इन्हें प्रबंधित करने में देशों को अक्सर ही असफ़लता का सामना करना पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप, पर्यावरण में इनका रिसाव होता है।
प्लास्टिक अपशिष्ट व्यापार-

2018 में, लगभग 8 मिलियन मेट्रिक टन प्लास्टिक कचरे का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार किया गया, जिसकी कीमत, लगभग 3.3 बिलियन अमरिकी डॉलर थी। प्लास्टिक अपशिष्ट व्यापार, एक चुनौती है। यह चुनौती, विशेष रूप से आयातित विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के लिए है, जहां पर्यावरणीय रूप से सुदृढ़ तरीके से अपशिष्ट प्रबंधन के लिए, बुनियादी ढांचे की कमी हो सकती है। 2021 से, प्लास्टिक अपशिष्ट व्यापार को बेसल कन्वेंशन के तहत विनियमित किया गया है।
प्लास्टिक के लिए एक चक्रीय अर्थव्यवस्था-
सर्कुलर इकॉनमी (Circular economy) या चक्रीय अर्थव्यवस्था, किसी उत्पाद की यात्रा के हर चरण पर विचार करती है। इसमें उत्पाद के ग्राहक तक पहुंचने से पहले, और बाद में होने वाली क्रियाओं का विचार किया जाता है। यह दृष्टिकोण न केवल प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि, यह मज़बूती आर्थिक, सामाजिक और जलवायु लाभ भी प्रदान करता है।
2040 तक एक चक्रीय अर्थव्यवस्था में निम्नलिखित चीज़ों की संभावना है:
१.हमारे महासागरों में प्रवेश करने वाले प्लास्टिक की वार्षिक मात्रा को 80% तक कम करना;
२.ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 25% की कमी;
३.प्रति वर्ष 200 बिलियन अमरीकी डॉलर की बचत उत्पन्न करना; और
४.7,00,000 शुद्ध अतिरिक्त नौकरियों का सृजन करना।
प्लास्टिक के लिए, एक चक्रीय अर्थव्यवस्था बनाने हेतु हमें निम्नलिखित तीन कदम उठाने होंगे–
१.सभी समस्याग्रस्त और अनावश्यक प्लास्टिक वस्तुओं को हटाना;
२ यह सुनिश्चित करने के लिए, नवप्रवर्तन करना कि, हमें जिस प्लास्टिक की आवश्यकता है, वह पुन: प्रयोज्य, पुनर्चक्रण योग्य या खाद बनाने योग्य हो; एवं
३.हमारे द्वारा उपयोग की जाने वाली सभी प्लास्टिक वस्तुओं को अर्थव्यवस्था में और पर्यावरण से बाहर रखने के लिए, परिचालित करना।

संदर्भ
https://tinyurl.com/yp69hejp
https://tinyurl.com/5cc9sa6m
https://tinyurl.com/2c9vvbtu

चित्र संदर्भ

1. एक रीसाइक्लिंग सेंटर में प्लास्टिक के कचरे को जमा करते श्रमिकों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. स्लोवाकिया में स्थित, स्लोवनाफ्ट नामक एक तेल शोधन कंपनी के नए पॉलीप्रोपाइलीन संयंत्र (polypropylene plant) को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. एक पुनर्चक्रण सुविधा में कुचले हुए पी.ई.टी. (PET) पेय बोतलों के बंडल को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. प्लास्टिक के पुनर्चक्रण को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)


पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.