भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में है लंबित अदालतीं मामलों की समस्या

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08-01-2025 09:21 AM
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भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में है लंबित अदालतीं मामलों की समस्या
क्या आप जानते हैं कि, इस वर्ष तक, भारत में लंबित अदालती मामलों की कुल संख्या 51 मिलियन से अधिक है, जिसमें से 180,000 से अधिक मामले ऐसे हैं जो 30 वर्षों से लंबित हैं। भारत के सर्वोच्च न्यायालय में मौजूदा लंबित मामले लगभग 83,000 हैं, जो अब तक का सबसे अधिक रिकॉर्ड है। यहां एक दिलचस्प तथ्य यह है कि केवल भारत में ही अदालतों में रिकॉर्ड स्तर पर मामले लंबित नहीं हैं, बल्कि यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) जैसे देश में भी इस सूची का हिस्सा हैं। इंग्लैंड और वेल्स में प्रथम स्तर पर आपराधिक अदालत के तौर पर क्राउन कोर्ट (Crown Court) होते हैं। हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर 2024 तक, इनमें 73,105 मामले लंबित थे, जो एक रिकॉर्ड है। तो आइए, आज यूनाइटेड किंगडम में लंबित अदालती मामलों की वर्तमान स्थिति, विशेष रूप से क्राउन कोर्ट में, पर नजर डालते हैं। इसके साथ ही, हम क्रोएशिया और यूरोपीय संघ में लंबित अदालती मामलों के बारे में जानेंगे। यूरोपीय संघ के ये मामले अधिकतर कॉमन यूरोपियन असाइलम सिस्टम (Common European Asylum System (CEAS)) से संबंधित हैं। अंत में, हम कुछ ऐसे देशों के बारे में जानेंगे, जहां दुनिया में अपराध दर सबसे अधिक है।
यूनाइटेड किंगडम में लंबित अदालती मामलों की वर्तमान स्थिति:
यूनाइटेड किंगडम में जब अदालत में लंबित मामलों के आंकड़े जारी किए गए, तो पता चला कि क्राउन कोर्ट में लंबित मामलों की संख्या 73,105 की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है, जो 2019 के अंत तक 38,000 के स्तर से लगभग दोगुनी है। हाल ही में जारी इन आंकड़ों से पता चलता है कि इंग्लैंड और वेल्स में क्राउन कोर्ट में लंबित मामलों की संख्या सितंबर के अंत में 73,105 था, जो पिछले साल की तुलना में दस प्रतिशत बढ़ गई है। नए आँकड़े दर्शाते हैं कि अपराध होने और आपराधिक अदालतों में मामले ख़त्म होने के बीच का औसत समय इस वर्ष 735 दिनों तक पहुँच गया है, जो एक दशक में सबसे लंबा समय है।
क्रोएशिया में लंबित अदालती मामलों की वर्तमान स्थिति:
आंकड़ों के अनुसार, क्रोएशिया में अनसुलझे अदालती मामलों की संख्या में 11% की कमी आई है, वर्तमान में यहां लंबित अदालती मामलों की संख्या संख्या 450,000 और 460,000 के बीच है। क्रोएशिया में लंबित अदालती मामलों की संख्या में यह कमी एक सकारात्मक संकेत दर्शाती है। हालांकि, वहां सरकार को कोविड-19 महामारी और अदालतों के लिए चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के चलते मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, इसका एक प्रमुख कारण यह है कि वहां अदालती कार्यवाही की अवधि कम हो रही है। इन आंकड़ों में और सुधार करने के लिए नए कर्मियों की आवश्यकता भी महसूस की जा रही है, जिसके चलते हबीजन न्यायपालिका में नए लोगों की नियुक्ति को मंज़ूरी देने का कार्य निरंतर जारी है। एक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि वहां दस संवैधानिक न्यायालय के न्यायाधीशों के कार्यकाल की समाप्ति के संबंध में, समय से पूर्व ही नीति निर्धारित की जा चुकी है जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि संवैधानिक न्यायालय उचित प्रकार कार्य करते रहें। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि संवैधानिक न्यायालय शब्द के सही अर्थों में एक अदालत नहीं है, यह सरकार की चौथी शाखा है और अदालतों के अर्थ में न्यायिक निकाय नहीं है। इसके साथ ही, वहां न्यायिक बुनियादी ढांचे में सुधार, डिजिटलीकरण और मानव संसाधनों को मज़बूत करके, न्यायिक प्रक्रिया को तेज़ किया गया है।
सामान्य यूरोपीय शरण प्रणाली (Common European Asylum System (CEAS)) से संबंधित लंबित कानूनी मामले:
यूरोपीय संघ में के देशों में लंबित अदालती मामले अधिकतर कॉमन यूरोपियन असाइलम सिस्टम (Common European Asylum System (CEAS)) से संबंधित होते हैं। 'सामान्य यूरोपीय शरण प्रणाली' नियमों और प्रक्रियाओं का एक समूह है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शरण चाहने वालों के साथ पूरे यूरोपीय संघ में उचित और कुशलतापूर्वक व्यवहार किया जाए। 2022 के अंत में, यूरोपीय संघ के देशों में लगभग 899,000 शरण आवेदन लंबित थे, जिनमें एक साल पहले की तुलना में लगभग 5% की वृद्धि देखी गई। 2022 के अंत में, प्रथम प्रयास वाले लगभग 636,000 मामले लंबित थे, जो कुल मामलों का 71% था। प्रथम दृष्टया निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे मामलों में से अधिकांश 6 महीने तक लंबित थे, जो 2022 की दूसरी छमाही में दर्ज किए गए आवेदनों की बढ़ती संख्या का प्रत्यक्ष परिणाम है।
जर्मनी में सभी लंबित मामलों में से लगभग एक-तिहाई (30%) अभी भी लंबित हैं। बड़ी संख्या में लंबित मामलों वाले अन्य यूरोपीय देशों में फ़्रांस (143,000), स्पेन (135,000), इटली (80,000) और ऑस्ट्रिया (54,000) शामिल हैं। 2021 के अंत की तुलना में, ऑस्ट्रिया और इटली में मामलों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई। सबसे अधिक वृद्धि इटली, स्पेन, ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड और बेल्जियम में दर्ज की गईं । इन सभी देशों में, 2022 की दूसरी छमाही में निर्धारण के तहत मामलों की संख्या बढ़ गई। 2022 के अंत में, बेल्जियम (42,000), आयरलैंड (15,000), नीदरलैंड (38,000) और आइसलैंड (1,200) में सबसे अधिक लंबित मामले थे। ग्रीस एकमात्र ऐसा देश था जहां लंबित मामलों में काफ़ी कमी आई थी, और यह कमी विशेष रूप से 2022 की पहली छमाही में हुई थी। बहुत छोटे पैमाने पर, वहां माल्टा और पोलैंड सहित अन्य देशों में भी गिरावट देखी गई। शरण आवेदनों में अभूतपूर्व स्तर तक वृद्धि के बाद, तुर्की में 2022 के अंत में 58,000 मामले लंबित थे, जो कम से कम 2008 के बाद से रिकॉर्ड पर सबसे अधिक हैं। कोलंबिया (47,000), बांग्लादेश (29,000), जॉर्जिया (23,000), मोरक्को (16,000), डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (15,000), मिस्र (13,000) और अल्जीरिया (8,200) के नागरिकों के लिए भी लंबित मामले रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। कई शीर्ष राष्ट्रीयताओं के लिए अधिकांश आवेदन जर्मनी में लंबित थे। स्पेन में कोलंबियाई और वेनेज़ुएला के सबसे अधिक लंबित मामले थे, जबकि इटली में बांग्लादेशियों और पाकिस्तानियों के सबसे अधिक मामले लंबित थे।
उच्चतम अपराध दर वाले शीर्ष 5 देश:
दुनिया भर में अपराध दर में काफ़ी भिन्नता है, जो कई सामाजिक-आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक कारकों से प्रभावित है। विभिन्न देशों में अपराध की व्यापकता को समझना नीति निर्माताओं, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और नागरिकों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है। अपराध दर पर आंकड़ों की जांच करके, हम सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने में महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करने वाले क्षेत्रों की पहचान कर सकते हैं और संभावित अंतर्निहित कारणों का पता लगा सकते हैं। यहां, उच्चतम अपराध दर वाले 5 देशों के नाम निम्न प्रकार हैं:
वेनेज़ुएला: वेनेज़ुएला का अपराध सूचकांक लगभग 83.76 है, जो दुनिया के किसी भी देश से सबसे अधिक है। अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी किया गया है कि इस देश की यात्रा करना असुरक्षित है। वेनेज़ुएला की उच्च अपराध दर के लिए सरकारी भ्रष्टाचार, दोषपूर्ण न्यायिक प्रणाली, कानूनी शासन की कमी और आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता जैसे कारक ज़िम्मेदार हैं। राजधानी कराकस को डकैती, अपहरण और सड़क हिंसा जैसी समस्याएं आम हैं। हालांकि यहां कानून प्रवर्तन और सामुदायिक सुरक्षा में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं।
पापुआ न्यू गिनी: पापुआ न्यू गिनी में हिंसक अपराध मुख्य रूप से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तनों के कारण होता है। पापुआ न्यू गिनी में सबसे आम अपराध यौन उत्पीड़न, कारजैकिंग और हत्या जैसे हिंसक अपराध हैं। आपराधिक गतिविधियों में भाग लेने वाले व्यक्तियों में मुख्य रूप से कम शिक्षा और कम रोज़गार के अवसर प्राप्त करने वाले लोग शामिल होते हैं। भ्रष्टाचार जैसा संगठित अपराध भी प्रमुख शहरों में आम है और उच्च अपराध दर में बड़े पैमाने पर योगदान देता है। अपराधिक दर के उच्च होने का एक अन्य कारक पापुआ न्यू गिनी का भूगोल है। पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea) में बड़े पहाड़ हैं और यह कई उष्णकटिबंधीय वर्षावनों से ढका हुआ है। ये भौगोलिक परिस्थितियाँ नशीली दवाओं और मानव तस्करी अपराधों के लिए अनुकूल हैं।
अफ़ग़ानिस्तान: अफ़ग़ानिस्तान में अपराध दर दुनिया में तीसरे स्थान पर है। 2023 विश्व जनसंख्या समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में अफ़ग़ानिस्तान में प्रत्येक 100,000 लोगों पर 76 से अधिक अपराध होते हैं। यहां अपराध विभिन्न रूपों में होते हैं, जिनमें भ्रष्टाचार, हत्याएं, मादक पदार्थों की तस्करी, अपहरण और धन शोधन शामिल हैं। बेरोज़गारी देश के कई अपराधों, जैसे डकैती और हमले के लिए प्रमुख कारकों में से एक है। अलावा यहां चल रहे राजनीतिक संघर्ष और अस्थिरता अफ़ग़ानिस्तान में उच्च अपराध दर में अत्यधिक योगदान करते हैं। हालांकि यहां अपराध से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एक स्थिर सरकार स्थापित करने और कानून प्रवर्तन को मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
हैती: अपराधिक दर के मामले में हैती दुनिया भर में चौथे स्थान पर है। गरीबी की उच्च दर, राजनीतिक अस्थिरता और प्राकृतिक आपदाएँ आदि समस्याओं ने यहां अपराध चुनौतियों में योगदान दिया है। हैती में रिपोर्ट किए जाने वाले सामान्य अपराधों में छोटी-मोटी चोरी, सशस्त्र डकैती और कभी-कभी अपहरण शामिल हैं। राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस सहित शहरी क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अपराध दर अधिक है। 2021 में, हैती में हत्या के मामलों में 1,489 लोगों की मौत दर्ज़ की गई। अगले वर्ष, 2022 में, इसी अपराध में पीड़ितों की संख्या 2,088 तक पहुंच गई। इसके अलावा, हैती में सरकार के सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार एक गंभीर समस्या है।
दक्षिण अफ़्रीका: दक्षिण अफ़्रीका में अपराध की दर दुनिया में पांचवें स्थान पर है। दक्षिण अफ़्रीका में हमलों, बलात्कार, हत्याओं और अन्य हिंसक अपराधों की दर बहुत अधिक है। इसके पीछे कई कारक ज़िम्मेदार हैं, जिनमें उच्च स्तर की गरीबी, असमानता, बेरोजगारी, सामाजिक बहिष्कार और हिंसात्मक व्यवहार शामिल हैं। दक्षिण अफ़्रीका में बलात्कार की दर दुनिया में सबसे ज़्यादा है। फ़रवरी 2023 तक दक्षिण अफ़्रीका में 27,494 हत्याएँ हुईं, जबकि 2012-2013 में यह संख्या 16,213 थी। 2022-2023 में दक्षिण अफ़्रीका में हत्या की दर प्रति 100,000 लोगों पर 45 थी, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका में यह दर 6.3 और अधिकांश यूरोपीय देशों में लगभग 1 थी। दक्षिण अफ़्रीकी मेडिकल रिसर्च काउंसिल द्वारा सर्वेक्षण में दक्षिण अफ्रीका में बड़ी संख्या में पुरुषों ने बलात्कार करना स्वीकार किया।

संदर्भ

https://tinyurl.com/4wdbx8xr
https://tinyurl.com/2mzex7v4
https://tinyurl.com/pjyxudza
https://tinyurl.com/3y67wxp2

चित्र संदर्भ

1. विश्व मानचित्र और न्यायाधीश के हथौड़े को संदर्भित करता एक चित्रण (needpix, pxhere)
2. यूनाइटेड किंगडम के उच्च न्यायालय को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. एक दुखी कैदी को संदर्भित करता एक चित्रण (Pexels)
4. इंसाफ़ के तराज़ू को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. अपराध स्थल पर जांच की तैयारी करते शोधकर्ता को संदर्भित करता एक चित्रण (Pexels)


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