आइए, आनंद लें, बैले नृत्य कला से संबंधित चलचित्रों का

द्रिश्य 2- अभिनय कला
10-11-2024 09:31 AM
Post Viewership from Post Date to 11- Dec-2024 (31st) Day
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2201 78 2279
विश्व में नृत्य कला के  अनेक रूप हैं, जिनमें से बैले (Ballet) भी एक है। बैले, एक प्रकार का प्रदर्शन नृत्य है, जिसकी उत्पत्ति, 15वीं शताब्दी में इतालवी  पुनर्जागरण (Italian Renaissance) के दौरान हुई |  आगे चलकर, फ़्रांस (France) और रूस (Russia) में इसे एक समारोह नृत्य शैली के तौर पर  विकसित किया गया। बैले की चार अलग-अलग नृत्य शैलियाँ हैं, जिनमें रोमांटिक, शास्त्रीय, समकालीन और नवशास्त्रीय बैले शामिल हैं। इन नृत्य शैलियों ने, इस कला रूप के प्रक्षेप पथ और विकास को आकार दिया।  जब भी बैले की बात आती है, तो  नर्तकों को, उनकी मुद्राओं को कोमल और सुंदर दिखने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है | लेकिन, बैले के लिए, केवल सुंदर मुद्राओं का प्रदर्शन ही  काफ़ी नहीं है। इसके लिए, अत्यधिक शक्ति, संतुलन, तकनीकी कौशल और लचीलेपन की आवश्यकता होती है।  एराबेस्क(arabesques),  पलीये (pliés) और पिरूएट्स (pirouettes) जैसी नृत्य मुदाएं, बैले की बुनियादी शब्दावली का हिस्सा हैं। परंपरागत रूप से, बैले  नर्तक, एन पॉइंट (en pointe) पर प्रदर्शन करती हैं, जिसका अर्थ है, कि उन्हें अपने पंजों के बल पर नृत्य करना होता है। कुछ सर्वाधिक प्रसिद्ध बैले  के उदाहरण, ‘स्वान लेक’ (Swan Lake), ‘द नटक्रैकर’ (The Nutcracker), तथा ‘रोमियो एंड जूलियट’ (Romeo and Juliet) शामिल हैं। तो आज, आइए, इस नृत्य रूप से  संबंधित चलचित्र देखें और समझने की कोशिश करें कि यह इतना लोकप्रिय क्यों है। हम बैले नृत्य के इतिहास और इस नृत्य में    इस्तेमाल किए जाने वाले जूतों के बारे में भी जानेंगे।



संदर्भ: 
https://tinyurl.com/3kn72z5r
https://tinyurl.com/ebwzwm72
https://tinyurl.com/43477ebd
https://tinyurl.com/449y6zmt   


पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.