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शहरी अध्ययन सिद्धांतकार – रिचर्ड फ्लोरिडा(Richard Florida) एक अमेरिकी विद्वान हैं, जो सामाजिक और आर्थिक सिद्धांत में विशेषज्ञ हैं। आइए आज, उनकी दो मुख्य पुस्तकों “सिटीज़ एंड द क्रिएटिव क्लास(Cities and the Creative Class)” और “हूज़ योर सिटी? (Whos Your City)” के बारे में जानते हैं। इन पुस्तकों में वह चर्चा करते हैं कि, जहां हम रहते हैं, वहां रचनात्मक अर्थव्यवस्था कैसे हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण निर्णायक होती है।
रिचर्ड एल. फ्लोरिडा (जन्म 1957) टोरंटो विश्वविद्यालय(University of Toronto) के रोटमैन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट(Rotman School of Management) में प्राध्यापक हैं। साथ ही, वे न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज(NYU School of Professional Studies) में एक प्रतिष्ठित सदस्य भी हैं। रिचर्ड का प्रारंभिक कार्य, निर्माताओं द्वारा किए जाने वाले नवाचार पर केंद्रित था। इसमें टोयोटा(Toyota) जैसे वाहन निर्माताओं द्वारा कार्यान्वित निरंतर-सुधार प्रणालियां भी शामिल थीं।
फ्लोरिडा को रचनात्मक वर्ग की उनकी अवधारणा तथा शहरी उत्थान के लिए उसके आशय के लिए जाना जाता है। यह विचार फ्लोरिडा की सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तकों द ‘राइज़ ऑफ़ द क्रिएटिव क्लास(The Rise of the Creative Class)(2002)’, सिटीज़ एंड द क्रिएटिव क्लास, और द फ़्लाइट ऑफ़ द क्रिएटिव क्लास(The Flight of the Creative Class) में व्यक्त किया गया था। और बाद में, शहरी नवीनीकरण और प्रतिभा प्रवासन से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, उन्होंने एक पुस्तक प्रकाशित की थी, जिसका शीर्षक था– “हूज़ योर सिटी?”
फ्लोरिडा के सिद्धांत के अनुसार, प्रौद्योगिकी श्रमिकों, कलाकारों, संगीतकारों, समलैंगिक लोगों तथा, एक समूह जिसे वह “उच्च बोहेमियन(Bohemians)” के रूप में वर्णित करते हैं, आदि की उच्च सघनता वाले महानगरीय क्षेत्र, उच्च स्तर के आर्थिक विकास का प्रदर्शन करते हैं। फ्लोरिडा इन समूहों को सामूहिक रूप से “रचनात्मक वर्ग” के रूप में संदर्भित करते है। उनका मानना है कि, रचनात्मक वर्ग एक खुले, गतिशील, व्यक्तिगत और पेशेवर शहरी वातावरण को बढ़ावा देता है। यह वातावरण, बदले में, अधिक रचनात्मक लोगों के साथ-साथ व्यवसायों और पूंजी को भी आकर्षित करता है। उनका सुझाव है कि, खेल स्टेडियमों, प्रतिष्ठित इमारतों और शॉपिंग सेंटरों जैसी परियोजनाओं पर विशेष ध्यान देने के बजाय उच्च गुणवत्ता वाली प्रतिभा को आकर्षित करना और बनाए रखना, दीर्घकालिक समृद्धि के लिए शहर के संसाधनों के पुनर्जनन का बेहतर प्राथमिक उपयोग होगा। साथ ही, उन्होंने अपनी खुद की श्रेणी प्रणाली भी तैयार की है, जो शहरों को “बोहेमियन इंडेक्स(Bohemian index),” “गे इंडेक्स(Gay index),” “विविधता सूचकांक(Diversity index)” और इसी तरह के मानदंडों के आधार पर रेटिंग देती है।
दरअसल, शहरों और ऐसे क्षेत्रों ने लंबे समय से समाजशास्त्रियों, अर्थशास्त्रियों और शहरीवादियों की कल्पनाओं को आकर्षित किया है। अल्फ्रेड मार्शल(Alfred Marshall) से लेकर रॉबर्ट पार्क(Robert Park) और जेन जैकोब्स(Jane Jacobs) तक, शहरों को विविधता और अंतर के केंद्र एवं रचनात्मकता और नवीनता के स्रोत के रूप में देखा गया है। आपने, हमारे राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी के सबसे पहले शहर नियोजनकार पैट्रिक गेडेस(Patrick Geddes) का नाम सुना ही होगा। वे एक महान विद्वान थे, तथा कई विशेष सिद्धांतो के लिए जाने जाते है। फिर भी, हाल के समय तक, क्षेत्रीय वृद्धि और विकास से संबंधित सामाजिक वैज्ञानिकों ने मुख्य रूप से, शहरों में कंपनियों की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया है। और, विशेष रूप से इस बात पर ध्यान केंद्रित किया गया है कि, ये कंपनियां स्थान संबंधी निर्णय कैसे लेती हैं, और किस हद तक वे समूहों में एक साथ ध्यान केंद्रित करती हैं।
जबकि, “हूज़ योर सिटी?” पुस्तक, जहां आप रहते हैं, वहां रचनात्मक अर्थव्यवस्था आपके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय कैसे ले रही है, इस विषय पर आधारित रिचर्ड फ्लोरिडा द्वारा लिखित एक गैर-काल्पनिक पुस्तक है। यह पुस्तक लोगों और व्यवसायों की स्थानीय पसंद पर आधारित फ्लोरिडा के पिछले काम को आगे बढ़ाती है। वह वहां रहने वाले लोगों के प्रमुख व्यक्तित्व लक्षणों के अनुसार शहरी क्षेत्रों में मनोवैज्ञानिक रूपरेखा निर्दिष्ट करके, पर्यावरण मनोविज्ञान का एक आयाम जोड़ता है। जबकि, यह पुस्तक पाठक के व्यक्तित्व और जीवन की स्थिति के लिए, सबसे उपयुक्त स्थान चुनने के लिए दस चरणों वाली मार्गदर्शिका के साथ समाप्त होती है।
“हूज़ योर सिटी?” पुस्तक कुल 16 अध्यायों के साथ, चार भागों में विभाजित है। पहला भाग कुछ डेटा प्रस्तुत करता है, जो बताता है कि दुनिया की आबादी और अर्थव्यवस्था भौगोलिक रूप से तेजी से कुछ मेगा-क्षेत्रों में केंद्रित हो रही है। फ्लोरिडा के नक्शे इन मेगा-क्षेत्रों में अधिक जनसंख्या घनत्व दिखाते हैं। उनके नक्शों के हिसाब से भारतीय और पाकिस्तानी शहरों में जनसंख्या सघनता तो अधिक है, लेकिन आर्थिक गतिविधि कम है। फ्लोरिडा इन भौगोलिक तत्वों के अस्तित्व की व्याख्या इस बात पर जोर देकर करते है कि, प्रतिभाशाली व्यक्ति एक-दूसरे से जुड़ते हैं, जिससे एक गुणक प्रभाव पैदा होता है, जो उस भौगोलिक क्षेत्र में अतिरिक्त प्रतिभाशाली व्यक्तियों को आकर्षित करता है।
इस पुस्तक का दूसरा भाग इस बात का प्रमाण प्रस्तुत करता है कि, वैश्वीकरण एक नया वर्ग विभाजन पैदा कर रहा है। यह अवसर का लाभ उठाने में सक्षम तथा असक्षम लोगों में विभाजन पैदा कर रहा है। लोगों का यह गतिशील वर्ग शहरी क्षेत्रों को मूल्यों, संस्कृति, आर्थिक विशेषज्ञता और अन्य कारकों के आधार पर अलग हो रहा है, और व्यवसाय भूमि की ऊंची कीमतों और श्रम लागत के बावजूद इन शहरों में अन्य लोग सबसे प्रतिभाशाली लोगों का अनुसरण कर रहे हैं। फ्लोरिडा इस बात पर भी जोर देते है कि, उन शहरों में अनुपातहीन मात्रा में धन पैदा हो रहा है जो रचनात्मक वर्ग को आकर्षित करने में सफल रहा हैं।
पुस्तक का तीसरा भाग खुशी के कारक के रूप में, “जहां लोग रहते है” उस शहर की भूमिका की जांच करता है। फ्लोरिडा का एक सर्वेक्षण दर्शाता है कि, उच्च आय और शिक्षा का स्तर अधिक सामुदायिक संतुष्टि पैदा करता है। विवाहित लोग एकल लोगों की तुलना में अपने समुदाय से अधिक संतुष्ट होते हैं। इसके अलावा, घर के मालिकों की तुलना में किराएदार अपने रहने की व्यवस्था से थोड़े अधिक संतुष्ट हैं, और लोग आम तौर पर जहां वे रहते हैं उससे संतुष्ट हैं।
जबकि, पुस्तक का अंतिम भाग बताता है कि, अधिकांश लोगों के जीवन में तीन महत्वपूर्ण कदम होते हैं: अपने माता-पिता का घर छोड़ते समय, परिवार शुरू करते समय, और सेवानिवृत्त होते समय। तब लोग ऐसे क्षेत्रों को चुनते हैं, जिन्हें सुरक्षित और परिवार के अनुकूल माना जाता है।
संदर्भ
https://tinyurl.com/bdec78nm
https://tinyurl.com/59a2c4hj
https://tinyurl.com/58jpx9sr
चित्र संदर्भ
1. रिचर्ड फ्लोरिडा और उनकी पुस्तक, हूज़ योर सिटी को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia, amazon)
2. रिचर्ड फ्लोरिडा को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
3. द राइज़ ऑफ़ द क्रिएटिव क्लास को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. उत्तर प्रदेश की राजधानी के सबसे पहले शहर नियोजनकार पैट्रिक गेडेस को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. हूज़ योर सिटी नामक पुस्तक को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
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