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हमारी पृथ्वी पर पाए जाने वाली विभिन्न प्रकार की पक्षी प्रजातियां विभिन्न आकार, रंग एवं बनावट के होते हैं। वे सुंदर होते हैं, और उड़ान भरने में उनकी क्षमता के कारण उनके बारे में अध्ययन करना एक काफी दिलचस्प बात बन जाती है। अधिक से अधिक पक्षियों की प्रजातियों के बारे में जानने से, आप प्रकृति द्वारा प्रदान की जाने वाली चीज़ों की सराहना कर सकते हैं। प्रत्येक प्रकार के पक्षी में कुछ ऐसी विशेषताएं होती हैं, जो उन्हें मनुष्यों से अलग करती हैं। आइए, आज इस लेख के माध्यम से देखते हैं कि, हमारे रामपुर शहर में कठफोड़वा, सारस और उल्लू की बहुतायत क्यों है।
‘उल्लू’ पक्षियों की एक आकर्षक प्रजाति है। इसमें ऐसे अनुकूलन होते हैं, जो कई बार भौतिकी और जीव विज्ञान के नियमों को भी झुकाते प्रतीत होते हैं। अंटार्कटिका खंड को छोड़कर हर महाद्वीप पर पाए जाने वाले इस पक्षी की, दुनिया में लगभग 200 से अधिक प्रजातियां हैं। और, हमारा देश भारत उल्लुओं की 30 से अधिक प्रजातियों का घर है। हालांकि, कई उल्लू उड़ने, शिकार करने तथा भ्रमण करने के लिए अंधेरे की आड़ पसंद करते हैं। लेकिन, इनकी सभी प्रजातियां रात्रिचर नहीं होती हैं। कुछ उल्लू दिन के दौरान शिकार करना पसंद करते हैं, जबकि, अन्य प्रजातियां सांध्यकालीन होती हैं, अर्थात वे शाम और भोर के समय में सबसे अधिक सक्रिय होते हैं।
भारत में उल्लू लगभग हर तरह के परिदृश्य में निवास करते हैं। वे जंगलों, घास के मैदान, बंजर पहाड़, दलदली नदी के किनारों, द्वीप और यहां तक कि भीड़-भाड़ वाले शहरों में भी निवास करते हैं। वे उनके निवास स्थानों का पुनर्उपयोग भी करते हैं। प्रत्येक आवास में उल्लू की एक या अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।
दूसरी ओर, सारस क्रेन पक्षी लंबी गर्दन और लंबे पैर वाले, लंबे, उड़ने वाले पक्षी होते हैं, जो ग्रुइडे परिवार(Gruidae family) से संबंधित हैं। इन्हें दुनिया भर की आर्द्रभूमियों और घास के मैदानों में देखा जा सकता हैं, परंतु, वे केवल अंटार्कटिका और दक्षिण अमेरिका में ही अनुपस्थित हैं। सारस दिखने में बगुलों के समान होते है, परंतु, उनसे बड़े होते हैं और उनका सिर आंशिक रूप से अनावृत्त होता है। अपनी उड़ान के दौरान, सारस अपनी गर्दन सामने की ओर फैलाकर रखते हैं, और उनके शहतीर जैसे पैर पीछे की ओर होते हैं। सारस की कई प्रजातियां प्रवासी हैं, और उनके प्रजनन और सर्दियों के मैदान अक्सर हजारों किलोमीटर की दूरी पर होते हैं। विश्व की लगभग 15 क्रेन प्रजातियों में से, भारत दो निवासी प्रजातियों और तीन अन्य शीतकालीन सारस आबादी का घर है।
अफसोस की बात यह है कि, 15 मौजूदा क्रेन प्रजातियों में से 11 विलुप्त होने की कगार पर हैं। उनके निवास स्थान की हानि और गिरावट इन पक्षियों के लिए प्राथमिक खतरा बनी है। साइबेरियन क्रेन(Siberian Crane), सबसे बड़े खतरे में है। रूस(Russia) में उनके प्रजनन स्थलों से लेकर, चीन(China) तक उनके संकीर्ण प्रवास गलियारे में बदलते जल विज्ञान ने, उन्हें भारत जैसे अपने पूर्व मुख्य केंद्र से भी गायब होते देखा गया है। इसलिए, राजस्थान के खीचन गांव में डेमोइसेल क्रेन(Demoiselle Cranes) को अभयारण्य मिलने की उत्साहवर्धक कहानी हमें आशा प्रदान करती है।
जबकि, कठफोड़वा पेड़ों पर रहने वाले पिसिडे परिवार(Picidae family) के पक्षी हैं। उनकी लंबी, नुकीली चोंचें जिनका उपयोग वे पेड़ों पर चोंच मारने और फलतः ड्रिलिंग(Drilling) के लिए करते हैं, उन्हें अन्य पक्षी प्रजातियों से अलग करने में मदद करती हैं। वे आम तौर पर उन छिद्रों में घोंसला बनाते हैं, जो वे शाखाओं और पेड़ के तनों में बनाते हैं। पिसिडे परिवार में कठफोड़वा की कुल 236 मान्यता प्राप्त प्रजातियां शामिल हैं, जिन्हें 35 जेनरा(Genera) के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है।
कठफोड़वा का आकार अलग- होता है, जिसमें 7 सेंटीमीटर (2.8 इंच) लंबाई के छोटे पिक्यूलेट(Piculets) से लेकर 48-58 सेंटीमीटर (19-23 इंच) लंबाई के बड़े स्लेटी कठफोड़वा शामिल हैं। उनके पंखों का रंग फीके से लेकर ध्यानाकर्षी तक भिन्न हो सकता है। कुछ प्रजातियों के शरीर का आधार जैतून और भूरे रंग का होता है, जबकि कुछ प्रजातियों के शरीर का आधार चितकबरा होता है। कई प्रजातियों में सफेद, काले और लाल रंग का पैटर्न होता है, जबकि, अन्य के सिर पर गुच्छेदार पंख या कलगी होती है। उनके पास मजबूत, खंखरी और संपीड़ित हड्डियां होती हैं, जो उनकी खोपड़ी के पीछे और माथे में केंद्रित होती हैं।
उनकी चोंचे नुकीली और मजबूत होती हैं, जिनमें छेनी जैसी नोक होती है, जो लकड़ी पर चोंच मारने की क्रिया के लिए उपयुक्त होती है। कठफोड़वा के वितरण का दायरा दुनिया भर में फैला हुआ है, हालांकि वे अंटार्कटिका, आस्ट्रेलिया(Australia ) और मेडागास्कर(Madagascar) में नहीं पाए जाते हैं।
संदर्भ
https://tinyurl.com/2bkmnx85
https://tinyurl.com/sx6y7n2v
https://tinyurl.com/3pre9suw
चित्र संदर्भ
1. कठफोड़वा और उल्लूओं को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
2. पेड़ में बैठे उल्लू को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
3. सारस क्रेन को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. आद्र्भूमि में सारस क्रेन को दर्शाता एक चित्रण (Animalia)
5. पेड़ में बैठे कठफोड़वा को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
6. चौकन्ने कठफोड़वा को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
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