समय के साथ कितनी बदली रामपुर की नगर पालिका

नगरीकरण- शहर व शक्ति
16-03-2024 09:28 AM
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समय के साथ कितनी बदली रामपुर की नगर पालिका

हमारे रामपुर शहर का अपना स्वतंत्र एवं समृद्ध इतिहास रहा है। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि हमारी नगर पालिका भी ऐतिहासिक रूप से संपन्न रही है, जिसकी स्थापना शाही शासन के दौरान हुई थी। तब से लेकर आज तक रामपुर की नगर पालिका हमारे शहर का एक मज़बूत स्तंभ साबित हुई है। रामपुर नगर पालिका का 89 वर्षों पुराना एक समृद्ध इतिहास रहा है। इसकी स्थापना पहली बार 1934 में नवाबों के शासनकाल के दौरान हुई थी। इसके प्रथम अध्यक्ष “सौलत अली खान” थे। नगर पालिका का शासन 1934 में नवाब रज़ा अली खान द्वारा अधिनियमित, रियासत रामपुर कानून द्वारा दिया जाता था। यह कानून 15 मई, 1949 को रामपुर राज्य के स्वतंत्र भारत में विलय होने तक प्रभावी रहा।
पुराने रामपुर नगर पालिका के अधीनस्थ शहर में 10 दरवाज़े थे और एक दरवाज़े से दूसरे दरवाज़े तक लगभग 80 फीट ऊँची बांस उगी हुई थी। इन द्वारों से लोग अंदर आते थे। यह क्षेत्र नगर पालिका के अंतर्गत आता था और हर द्वार पर टोल वसूला जाता था। इस ऐतिहासिक विवरण की पुष्टि वरिष्ठ अधिवक्ता सौलत अली खान की पुस्तक "रामपुर का इतिहास" में की गई है। 1 फरवरी, 1944 को रामपुर नगर पालिका की सीमा का विस्तार किया गया, जिसके तहत पूर्व में नाला बड़कुसिया, पश्चिम में बांदा स्वार रोड, उत्तर में स्वार रोड तक ठंडी सड़क और दक्षिण में अजीतपुर पुलिया तक विस्तार किया गया। 1934 में रामपुर नगर पालिका कानून की स्थापना के बाद, कई अध्यक्षों ने पालिका का कार्यभार संभाला। इनमें सौलत अली खान पहले अध्यक्ष थे, जिन्हें सौलत पाशा के नाम से भी जाना जाता है, जिन्होंने 29 अप्रैल, 1934 को पदभार संभाला था। उन्ही के नाम पर सौलत लाइब्रेरी अभी भी हमारे शहर में उपस्थित है। उनके बाद कई अध्यक्षों ने पदभार संभाला, जिनमें डॉ. इफान मोहम्मद खान, मौलवी नुरुल नबी खान, साहबज़ादा कर्नल हसन रज़ा खान, एम नासिर मसूद, कंवर लुत्फ़े अली खान, और महमूद अली खान उर्फ पुत्ती खान शामिल थे। सैयद फरीदुद्दीन, जिन्हें “अच्छे मियां” के नाम से भी जाना जाता है, स्वतंत्र भारत के पहले नगरपालिका अध्यक्ष बने, जिन्होंने 14 नवंबर, 1953 से 2 मई, 1956 तक रामपुर की सेवा की। आधुनिक भारत में नगर पालिकाओं की संरचना पहले के बजाय अब बहुत अलग है। आज भारत में नगर पालिकाओं को जनसंख्या आकार के आधार पर तीन प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है।
नगर निगम: जो 1 मिलियन से अधिक आबादी वाले क्षेत्रों की सेवा करता है।
नगर पालिका परिषदें (नगर पालिका): जो 25,000 से 10 लाख के बीच की आबादी वाले क्षेत्रों की देखभाल करती हैं।
नगर पालिकाएँ (नगर पंचायत): जो 10,000 और 25,000 के बीच की आबादी वाले क्षेत्रों की देखभाल करती हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में, पंचायती राज संस्थाएँ (Panchayati Raj Institutions (PRIs) तीन स्तरों पर कार्य करती हैं:
1. ग्राम स्तर पर ग्राम पंचायतें।
2. ब्लॉक स्तर पर पंचायत समिति।
3. ज़िला स्तर पर ज़िला पंचायतें।
पंचायतें भारत के 580,000 से अधिक गांवों में से लगभग 96% और लगभग 99.6% ग्रामीण आबादी को कवर करती हैं। 2020 तक, पंचायत के सभी स्तरों पर लगभग 3 मिलियन निर्वाचित प्रतिनिधि थे, जिनमें से लगभग 1.3 मिलियन महिलाएँ हैं।
हालांकि कई बार लोग नगर पालिका और निगम दोनों की कार्यशैली और भूमिका के बारे में संशय में रहते हैं, लेकिन इन दोनों में कई मूलभूत अंतर होते हैं, जिनके बारे में हम सभी को जानना चाहिए। वास्तव में नगर पालिका एक स्थानीय सरकारी निकाय की तरह होती है, जो किसी शहर, कस्बे या गाँव जैसे विशिष्ट क्षेत्र की देखभाल करती है। यह स्थानीय समूह की तरह सार्वजनिक सुरक्षा और स्थानीय करों से लेकर जल आपूर्ति और पार्क जैसी सेवाओं तक लगभग हर व्यवस्था को प्रबंधित करती है। वहीँ निगम का अलग-अलग संदर्भों में अलग-अलग अर्थ हो सकता है। व्यवसाय के संदर्भ में यह शेयरधारकों के स्वामित्व वाली एक अलग कानूनी इकाई होती है, जिसका मुख्य लक्ष्य लाभ कमाना होता है। लेकिन इसके अलावा निगम के तहत गैर-लाभकारी निगम या नगर निगम जैसे अन्य प्रकार के निगम आते हैं जो विशिष्ट कार्यों को करने के लिए नगर पालिका द्वारा स्थापित किए जाते हैं। इन दोनों के ऊपर “सरकार” शब्द व्यापक है और उस प्रणाली या संगठन को संदर्भित करता है जो पूरे देश, राज्य या क्षेत्र को नियंत्रित करता है। सरकार ‘बिग बॉस’ की तरह होती है, जो कानून बनाती है, सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करती है, सुरक्षा सुनिश्चित करती है और सार्वजनिक वित्त का प्रबंधन करती है। सरकार की आमतौर पर अलग-अलग शाखाएँ (जैसे कार्यकारी, विधायी और न्यायिक शाखा) होती हैं, जिनमे से प्रत्येक की अपनी भूमिकाएँ और ज़िम्मेदारियाँ होती हैं।
संक्षेप में समझें तो, एक नगर पालिका एक स्थानीय शासी निकाय है, एक निगम एक कानूनी इकाई है (आमतौर पर व्यवसाय-केंद्रित), और सरकार एक व्यापक प्रणाली है जो किसी देश, राज्य या क्षेत्र को नियंत्रित करती है।

संदर्भ
https://tinyurl.com/mv34fm6h
https://tinyurl.com/bdze7u95
https://tinyurl.com/4xj8ze52

चित्र संदर्भ

1. रामपुर के नगर पालिका परिषद् भवन को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube)
2. नवाब रज़ा अली को दर्शाता एक चित्रण (प्रारंग चित्र संग्रह)
3. रामपुर के नगर पालिका परिषद् भवन के परिसर को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube)
4. भारत की प्रशासनिक संरचना को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)

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