बड़े वैश्विक निवेशक व कंपनियां, भारत को बनाना चाहते हैं व्यापार व निवेश गंतव्य

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16-08-2023 09:32 AM
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बड़े वैश्विक निवेशक व कंपनियां, भारत को बनाना चाहते हैं व्यापार व निवेश गंतव्य

पिछले कुछ दशकों में, चीन(China), विश्व में एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरा है। अतः चीन में विश्व के कई प्रमुख एवं बड़े निवेशकों तथा देशों द्वारा निवेश किया गया हैं। हालांकि, अब व्यापार और निवेश क्षेत्र के कुछ सबसे बड़े दिग्गज अपने अगले बड़े निवेश गंतव्य के रूप में, हमारे भारत की ओर रुख कर रहे हैं। पिछले दो–तीन वर्षों में आए व्यवधानों के कारण, कई वैश्विक कंपनियां भी चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए, भारत पर भरोसा कर रही हैं। आइए जानते हैं कि, भारत की कौन सी विशेषताएं ऐसे निवेशों को आकर्षित करती हैं?
दूसरी ओर, कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, अगले कुछ वर्षों में, भारत की बड़ी युवा आबादी, जीवंत शेयर बाजार(Share Market) तथा देश के मजबूत तकनीकी उद्योग, भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई पर खड़ा कर देंगे। भारत हाल ही में,चीन को पीछे छोड़कर दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है।जबकि, भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी एक आर्थिक महाशक्ति बनता जा रहा है। अनुमान है कि, 2075 तक भारत की अर्थव्यवस्था अमेरिका की अर्थव्यवस्था से आगे निकल जाएगी, तथा चीन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। हमारे देश का सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी–Gross Domestic Product) 2014 से प्रति वर्ष 6.5–7% के दायरे में बढ़ रहा है, जिससे हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गए है।
ऐसे परिदृश्य में, 2021 में एलॉन मस्क(Elon Musk)ने कहा था कि,वह हमारे देश में एक इलेक्ट्रिक-वाहन(Electric-vehicle)कारखाना बनाने पर योजना बना रहे है। उन्होंने यह भी कहा था कि,“जितनी जल्दी संभव होगा,उनकी टेस्ला(Tesla) कंपनी भारत देश में अपनी उपस्थिति दर्ज करेगी।” एक अन्य बड़े निवेशक रे डालियो(Ray Dalio)के अनुसार, भारत एक बड़ा वैश्विक निवेश गंतव्य बन सकता है, क्योंकि आज भारत दुनिया में सबसे तेज विकास दर और सबसे बड़े परिवर्तनों की कगार पर है।मार्क मोबियस(Mark Mobius) जो कि, एक अन्य बड़े निवेशक है, ने हाल ही में, भारत को ‘वास्तविक भविष्य’ कहकर संबोधित किया था।
वैश्विक निवेश बैंक गोल्डमैन सैकस् (Goldman Sachs) के अनुसार, भारत का जीडीपी 2022 के अंत में रहे 3.4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर(Dollar) से बढ़कर, 2075 तक 52.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर हो जाएगा।देश में यह परिवर्तन एवं विकास, तेजी से बढ़ते तकनीकी परिदृश्य, बढ़ते पूंजी निवेश और बढ़ती आबादी के कारण होगा। ऐप्पल(Apple)के मुख्य कार्यकारी अधिकारी(सीईओ–Chief Executive Officer)टिम कुक(Tim Cook) ने 2017 में निवेशकों से कहा था कि, वह भारत के बारे में बहुत, बहुत आशावादी हैं। भारत के प्रति उनकी उदारता के कारण,ऐप्पल ने उस साल की शुरुआत में देश में अपने पहले दो स्टोर(Store) खोले थे।इस कंपनी ने यह कदम, वर्षों तक चीन पर निर्भर रहने के बाद, भारत को एक बड़ा विनिर्माण आधार बनाने के लक्ष्य में उठाया है।
अमेरिकी नेटवर्किंग उपकरण(Networking equipment) निर्माता कंपनी सिस्को सिस्टम्स(Cisco Systems) एक और कंपनी है,जो अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में विविधता लाने हेतु भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।ताइवान(Taiwan) की एक बड़ी कंपनी फॉक्सकॉन(Foxconn) तेलंगाना में एक विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए 500 मिलियन डॉलर तथा कर्नाटक में लगभग 968 मिलियन डॉलर का निवेश कर रही है। अमेज़ॅन वेब सर्विसेज(Amazon Web Services) ने अपने क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर (Cloud infrastructure) के निर्माण और हजारों नौकरियां प्रदान करने के लिए, 2030 तक भारत में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक निवेश करने की योजना बनाई है। दरअसल, भारत को निवेश चुंबक बनाने में हमारी सरकार का भी महत्त्वपूर्ण योगदान है। हमारे देश का ‘केंद्रीय बजट 2023-24’ एक व्यापक बजट बन गया है, जो बुनियादी ढांचे एवं विकास को बढ़ावा देने का प्रयास करता है। साथ ही, यह बजट अचल संपत्ति, औद्योगिक क्रांति तथा अधिक सार्वजनिक खर्च जैसे आवश्यक तत्वों पर भी ध्यान केंद्रित करता है। बजट में पहली बार बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 10 ट्रिलियन रुपये आवंटित किए गए हैं।
इस वर्ष के बजट में जिम्मेदार और प्रभावी नीतियों के कार्यान्वयन, बजटीय आवंटन के विस्तार, सामाजिक–आर्थिक विकास चालकों तथा भारत में व्यापार हेतु आसानी पर भी जोर दिया गया है। यह दृष्टिकोण देश में उच्च निवेश का मार्ग प्रशस्त करेगा, रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करेगा और बेहतर ग्रामीण–शहरी संयोजकता को बढ़ावा देगा। साथ ही, इस बजट से उत्कृष्ट आवास और सामाजिक-आर्थिक सेवाओं तक हमारी पहुंच बढ़ेगी। इसके साथ ही, शहरी बुनियादी ढांचा विकास कोष, देश में शहरी बुनियादी ढांचे के निर्माण में तेजी लाने में योगदान देगा। भारत में औद्योगिक विकास के आधार– टियर 2 शहर(Tier-2 City)भी भविष्य में आर्थिक और अचल संपत्ति केंद्र बन जाएंगे। भारत में लॉजिस्टिक्स पार्क(Logistics parks) और वेयरहाउसिंग(Warehousing) सुविधाओं की मांग में भी वृद्धि हुई है। इन सुविधाओं का विकास प्रमुख शहरों तक ही सीमित न होकर, कई टियर–2 और टियर–3 शहरों में भी हुआ हैं। इसने कई औद्योगिक एवं उपभोक्ता केंद्रों को विकसित किया है, जिससे औद्योगिक क्रांति हो रही है।
दुनिया भर के सॉवरेन वेल्थ फंड(Sovereign Wealth Fund) और पेंशन फंड(Pension Fund) भारत में निवेश कर रहे हैं। परिसंपत्ति प्रबंधक इनवेस्को(Invesco) के एक अध्ययन में कहा गया है कि, 2022 में सॉवरेन वेल्थफंड और सार्वजनिक पेंशन फंड के लिए भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका(United States of America) के बाद दूसरा सबसे प्रतिष्ठित निवेश बाजार है। भारत की आर्थिक शक्ति बढ़ रही है, और दुनिया भर के सॉवरेन वेल्थफंड ने इन रुझानों पर ध्यान दिया है। सॉवरेन वेल्थफंड सरकारों या उनकी संस्थाओं के स्वामित्व वाले निवेश कोष होते हैं। ऐसे फंड आम तौर पर किसी देश के अधिशेष कोष का प्रबंधन करने के लिए बनाए जाते हैं। हमारे भारत में भी एक सॉवरेन वेल्थफंड है, जिसे राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष या एनआईआईएफ (National Investment and Infrastructure Fund) कहा जाता है।
भारत सरकार आज आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए बड़े एवं महत्त्वपूर्ण कदम उठा रही है। भारत रणनीतिक रूप से दक्षिण एशिया में स्थित है। इसका अर्थ यह है कि, देश की प्रमुख जहाज पोतों तक पहुंच और दक्षिण पूर्व एशिया और मध्य पूर्व के महत्वपूर्ण बाजारों से निकटता हैं। शिक्षित एवं प्रशिक्षित पेशेवरों के एक बड़े समूह के साथ, भारत के अत्यधिक कुशल कार्यबल ने विदेशी कंपनियों को हमारे देश में उनके कार्यालय खोलने और यहां से अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है।
विनिर्माण क्षेत्र की दक्षता और उत्पादकता को बढ़ावा देने के अलावा, बुनियादी ढांचे का विकास गरीबी उन्मूलन में सहायक है। भारत में मजबूत देशज खपत तथा बढ़ता हुआ विनिर्माण क्षेत्र है। देश के भीतर उत्पादन और विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए किए गए हाल के सुधारों से भी निवेश की मांग में वृद्धि हुई है।
अतः उम्मीद है कि, विभिन्न क्षेत्रों की कई अन्य कंपनियां भी भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा हासिल करने के अपना प्रयास जारी रखेंगी।

संदर्भ
https://tinyurl.com/bdz8bmtu
https://tinyurl.com/2p9cefx2
https://tinyurl.com/y5zpkcf3
https://tinyurl.com/2xxt74bf

चित्र संदर्भ
1. फोर्ड इंडिया न्यू ओवरहेड कन्वेयर को दर्शाता चित्रण (flickr)
2. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज बिल्डिंग को दर्शाता चित्रण (wikipedia)
3. एप्पल इंडिया को दर्शाता चित्रण (wikipedia)
4. अमेरिकी नेटवर्किंग उपकरण निर्माता कंपनी सिस्को सिस्टम्स की ईमारत को दर्शाता चित्रण (flickr)

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