शोध भी कहते हैं मातृभाषा में पढ़कर, बच्चे बन सकते हैं गणित में विद्वान

ध्वनि 2- भाषायें
08-06-2023 09:23 AM
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शोध भी कहते हैं मातृभाषा में पढ़कर, बच्चे बन सकते हैं गणित में विद्वान

आमतौर पर भाषा को केवल संचार का एक माध्यम मान लिया जाता है। लेकिन शायद आपको जान कर हैरानी होगी कि भाषा हमारी जीवन शैली, ख़ान-पान और यहाँ तक कि हमारे सीखने की क्षमता को भी प्रभावित कर सकती है। उदाहरण के तौर पर, यदि आप खाना पकाना सीखने के लिए, अपनी मातृभाषा का प्रयोग करते हैं, तो संभव है कि आप अधिक तीव्र गति से, और अधिक स्वादिष्ट खाना पकाना सीख लें। इसी प्रकार यह बात गणित जैसे विषयों पर भी लागू होती है। संभव है यदि आप अपनी मातृभाषा में “गणित” सीखें तो शायद आप इस विषय में दूसरों से बेहतर प्रदर्शन करें। चलिए जानते हैं कि इस सन्दर्भ में शोध और विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
यह सच है कि आप जो भाषा बोलते हैं, वह आपके संख्याओं को गिनने और समझने की क्षमता के साथ, सीखने की गति को प्रभावित कर सकती हैं। शोधकर्ताओं ने पाया है कि विभिन्न भाषाओं में, संख्याओं के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शब्द, (जोड़-घटाना, या भिन्न आदि) हमारी गणितीय अवधारणाओं को समझने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। इसका मतलब यह है कि भाषा की बदौलत कुछ बच्चे आसानी से गणित को सीख और समझ सकते हैं, जबकि कई अन्य बच्चों को इस संदर्भ में चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। उदाहरण के तौर पर, अंग्रेजी भाषा में गिनना थोड़ा भ्रमित करने वाला हो सकता है, क्योंकि अंग्रेजी में संख्याओं के नामकरण के लिए कोई व्यवस्थित नियम नहीं है। जैसे अंग्रेजी भाषा में ‘टेन’ (दस) के बाद, हमारे पास ‘एलेवेन’ (ग्यारह) और ‘ट्वेल्व’ (बारह) तथा फिर ‘थर्टीन’ (तेरह), ‘फोर्टीन’ (चौदह) जैसे अंक होते हैं। बच्चों को इस प्रकार के शब्दों को सीखने और पैटर्न (Pattern) को समझने में समय लगता है। जिसके कारण कभी-कभी वे अंग्रेजी में फिफ्टीन को ‘फाइव-टीन’ या ‘ट्वेंटी-टेन’ जैसे अपने शब्द बनाकर, गिनती के क्रम को आसानी से समझने का प्रयास करते हैं।
अन्य भाषाओं में तो और भी जटिलताएँ हैं। जैसे फ्रेंच (French) में, संख्याओं को लगातार 60 तक नामित किया जाता है, लेकिन उसके बाद, यह 20 के गुणकों के आधार पर एक प्रणाली में बदल जाता है। उदाहरण के लिए, 71 ‘साठ-और-ग्यारह (60+11)’ और 99 ‘चार-बीस-उन्नीस (4*20+19)’ हो जाता है। अंग्रेजी बोलने वाले बच्चों की तुलना में फ्रेंच बोलने वाले बच्चे और अधिक संघर्ष करते हैं।
दूसरी ओर, चीनी (Chinese) भाषा इसके विपरीत, अधिक सटीक एवं आसान गिनती प्रणाली प्रदान करती है। यहां एक बार जब आप एक से दस तक के शब्द जान जाते हैं, तो आप आगे के अंको का अनुमान आसानी से लगा सकते हैं। भाषा में यह सरलता चीनी बच्चों को अंग्रेजी बोलने वाले बच्चों की तुलना में, गिनती प्रणाली के तर्क को, बेहतर ढंग से समझने में मदद करती है। अध्ययनों से पता चला है कि अमेरिकी (American) बच्चों की तुलना में चीनी बच्चे, संख्या गिनने की क्षमता में आगे होते हैं। चीनी बच्चों के लिए यह समझना आसान होता है कि ‘दो-दस’ का अर्थ 20 होता है, जबकि अंग्रेजी शब्द ‘ट्वेंटी’ स्पष्ट रूप से इस अर्थ को व्यक्त नहीं करता है। हालांकि यह भी सत्य है कि भाषा ही सब कुछ निर्धारित नहीं करती है। उदाहरण के लिए, वेल्श (Welsh), भाषा में भी चीनी भाषा के समान भाषाई पारदर्शिता मौजूद है, लेकिन यह समग्र गणितीय श्रेष्ठता की गारंटी नहीं देता है। जबकि वेल्श-भाषी बच्चे दो अंकों की संख्या पढ़ने में तेज़ होते हैं। कोरियाई (Korean) भाषा भी बच्चों को, अंग्रेजी बोलने वाले बच्चों की तुलना में, अंशों को समझना आसान बना देती है। इन भाषाई अंतरों को समझ कर, शिक्षक भी अपने छात्रों को बेहतर सहायता प्रदान कर सकते है।
प्राचीन भारतीय ग्रंथ ‘वेदांग ज्योतिष’ के अनुसार, “गणित एक सुंदर रत्न की तरह है जो सभी ज्ञान के शीर्ष पर विराजमान है।” लेकिन गणित सीखना चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है, खासकर तब जब इसे ऐसी भाषा में पढ़ाया जाय, जिसे हम नहीं समझते हो। इसलिए यह जरूरी है कि छात्र गणित को शुरुआत में, अपनी मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा में ही सीखें। जब हम भाषा को समझते हैं, तो हम उस भाषा में लिखे गए विषय पर बेहतर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं। शिक्षकों और छात्रों के बीच गणितीय ज्ञान को साझा करने में भी भाषा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भाषा , किसी भी स्तर की शिक्षा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। भाषा के माध्यम से शिक्षक यह आकलन कर सकते हैं कि छात्र पढाई जा रही अवधारणाओं को समझ रहे हैं या नहीं! 21वीं सदी की गणित की कक्षा में, आपसी समझ विकसित करने के लिए संचार और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। गणित की शिक्षा में सुधार करने के लिए, हमें चर्चाओं के दायरे का विस्तार करने, और अवधारणात्मक ज्ञान और प्रक्रियात्मक समझ दोनों को शामिल करने की आवश्यकता है।
जब हम गणितीय कौशल के बारे में बात करते हैं, तो हम अक्सर गिनती, बुनियादी संचालन, भिन्न तथा बीजगणित के बारे में सोचते हैं। हालांकि, गणित में सफलता के लिए ये सभी कौशल आवश्यक हैं। दुनिया भर के शिक्षक गणित की कक्षाओं में इन कौशलों को पढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। लेकिन गणित सीखना वास्तव में संख्याओं से शुरु नहीं होता है; बल्कि यह विषय मात्रा, आकार और तुलना को समझने के साथ शुरु होता है। भाषा हमें इन अवधारणाओं को भौतिक वस्तुओं से जोड़ने में मदद करती है। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, भाषा हमें उन प्रतीकों को समझने में मदद करती है जो संख्याओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। विशेष रूप से भारत के विविध समाजों में गणित पढ़ाना और सीखना भाषा पर निर्भर करता है, क्योंकि इसी की मदद से हम अवधारणाओं को प्रभावी ढंग से समझ सकते हैं। गणित की शिक्षा में, विशेष रूप से प्रारंभिक स्तर पर, क्षेत्रीय, स्थानीय, या घरेलू भाषाओं का उपयोग करके, छात्रों और आम लोगों को लाभ मिल सकता है।
भारत में छात्रों में गणित के प्रति रुचि उत्पन्न करने एवं गणित सीखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रसिद्ध गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन् के जन्मदिवस 22 दिसंबर को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने संख्या सिद्धांत में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इसके साथ ही भारत में गणित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए छात्रों को पाणिनि, आर्यभट्ट, भास्कर, ब्रह्मगुप्त और रामानुजन् जैसे महान भारतीय गणितज्ञों के बारे में पढ़ाना भी जरूरी है। साथ ही बच्चों को उनकी भाषा में संख्याओं के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित करने से, उनके लिए गणित सीखना अधिक स्वाभाविक और आरामदायक हो जाएगा। शिक्षकों को भी गणित शिक्षा में भाषा का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण लेने की आवश्यकता है। पाठ्यपुस्तक के लेखकों और प्रकाशकों की यह भी जिम्मेदारी है कि वे गणित की किताबों में इस्तेमाल होने वाली भाषा को सुधारें। आधुनिक दुनिया में गणित केवल एक विषय नहीं है; बल्कि यह एक शक्तिशाली उपकरण है जो डेटा एनालिटिक्स (Data Analytics), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence), मशीन लर्निंग (Machine Learning) और ब्लॉकचेन (Blockchain) जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिए छात्रों के दरवाजे खोल देता है। इसलिए हमे गणित सीखने के संदर्भ में, भाषा के उपयोग के प्रति हमेशा सचेत रहना चाहिए।

संदर्भ
https://shorturl.at/acGI0
https://shorturl.at/pquN9

 चित्र संदर्भ
1. गणित को रुचिकर विषय के तौर पर देखते बच्चों को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
2. कृत्रिम रौशनी में पढाई करते बच्चों को संदर्भित करता एक चित्रण ( Freerange Stock)
3. गणित का अभ्यास करते बच्चे को दर्शाता चित्रण (Wallpaper Flare)
4. क्षेत्रीय भाषा में गणित सीखते बच्चों को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
5. खेल-खेल में गणित सीखते बच्चों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
6. गणित के शिक्षक को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)

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