मेरठ शहर के विकास पर केंद्रित रहेगा, नया ‘मेरठ सिटी संग्रहालय और आर्ट गैलरी’

नगरीकरण- शहर व शक्ति
28-04-2023 09:24 AM
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मेरठ शहर के विकास पर केंद्रित रहेगा, नया ‘मेरठ सिटी संग्रहालय और आर्ट गैलरी’

किसी भी स्थान के विकास के लिए संग्रहालय और सांस्कृतिक विरासत एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। संग्रहालय पर्यटकों को आकर्षित करने, राजस्व बढ़ाने, स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को पुनर्जीवित करने, समावेश को बढ़ावा देने, सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय पहचान को पुन: स्थापित करने में मदद कर सकते हैं। हमारे लिए यह बहुत ही अच्छी बात है कि मेरठ विकास प्राधिकरण ने "चौपला आर्ट गैलरी" (Chaupala Art Gallery) नामक "मेरठ सिटी संग्रहालय और आर्ट गैलरी" के लिए अपने बेसमेंट में एक नई जगह बनाने की घोषणा की है। इस स्थान में पहले से ही मेरठ के कला छात्रों और कलाकारों द्वारा बनाई गई चित्रकला प्रदर्शित की जाती है। वास्तव में, शहर में ऐतिहासिक संग्रहालय बनाने का यह अनूठा अवसर भविष्य में मेरठ शहर के विकास पर केंद्रित है। शहरी संग्रहालय और शहरी विकास आपस में निकटता से जुड़े हुए हैं। दुनिया के कई शहर विकास के लिए ऐतिहासिक संग्रहालयों के ऐसे मॉडल को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। पुराने जमाने के ऐतिहासिक संग्रहालय, जिनमें मेरठ का स्वतंत्रता आंदोलन संग्रहालय भी शामिल है, पारंपरिक रूप से नागरिकों का ध्यान आकर्षित करने में विफल रहे हैं, जिससे शहरी विकास संदर्भ में इनकी भूमिका पर प्रश्न उठते रहते हैं । मेरठ शहर का यह संग्रहालय इस कमी को पूरा कर सकता है, तथा शहरी विकास में सहायक हो सकता है। मेरठ विकास प्राधिकरण के भवन के बेसमेंट में लंबे समय से जमा हो रहे कबाड़ को बेचकर कला संग्रहालय बनाया गया है। इस संग्रहालय का नाम 'चौपला' रखा गया है। यह कला संग्रहालय उन लोगों के लिए है जो अपनी कला को सामने लाना चाहते हैं। ऐसे लोग चौपला कला संग्रहालय में अपनी प्रदर्शनी लगा सकते हैं। यह जगह पहले पार्किंग और डंपिंग यार्ड के लिए इस्तेमाल की जाती थी तथा यहां काफी कबाड़ पड़ा हुआ था जिसको बेचकर प्राधिकरण को 25 लाख रुपये भी प्राप्त हुए । जबकि इस कला संग्रहालय को तैयार करने में लगभग 18 लाख रुपए खर्च किए गए। यहां युवाओं को एक ऐसा मंच मिलेगा, जहां वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकेंगे। यहां एक मंच भी बनाया गया है, जहां कोई भी कलाकार, चित्रकार अपनी पेंटिंग तैयार कर सकेगा और प्रदर्शनी भी लगा सकेगा। संग्रहालय में प्रदर्शित सभी पेंटिंग्स मेरठ के कलाकारों द्वारा दान की गई हैं। भारत की आजादी में मेरठ की क्रांति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मेरठ की धरती से ही 10 मई और 28 सितंबर को पहले स्वतंत्रता संग्राम की घोषणा की गई थी। इतना ही नहीं, रामायण और महाभारत काल से जुड़े ऐसे अनेकों तथ्य हैं, जो मेरठ के पौराणिक महत्व को भी उजागर करते हैं। ऐसे में अब आपको मेरठ का पूरा इतिहास एक ही जगह जानने का बेहतर अवसर मिलेगा। जब भी मेरठ की बात होती है तो खेलों का जिक्र भी अवश्य होता है। दरअसल, यहां क्रिकेट से लेकर विभिन्न खेलों के सभी सामान बनते हैं। इसके अलावा कैंची उद्योग के रूप में भी मेरठ की अपनी अलग पहचान है। मेरठ की कैंची न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरी दुनिया में बड़ी मात्रा में सप्लाई की जाती है। पिछले कई सालों से मेरठ की कैंची ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी खास पहचान बनाई है। और यदि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन की बात करें, तो इस संदर्भ में औघड़नाथ मंदिर भी विशेष रूप से उल्लेखनीय है। इस आर्ट गैलरी में आपको मंदिर से जुड़े विभिन्न चित्र देखने को मिलेंगे। जिसमें आप तस्वीरों के जरिए समझ सकते हैं कि किस तरह क्रांतिकारियों द्वारा आजादी का ऐलान किया गया। मेरठ किस प्रकार तीव्र गति से विकास की ओर आगे बढ़ रहा है, इसी को लेकर एक कलाकार द्वारा एक पेंटिंग भी बनाई गई है, जिसमें घंटाघर से लेकर औघड़नाथ मंदिर और रैपिड रेल सहित मेरठ की विकासशील पहचान को दर्शाया गया है। घर में जब भी शादी का कार्यक्रम होता है तो बैंड बाजे की धूम मच जाती है। इन बैंड वाद्यों को बनाने का काम भी मेरठ में किया जाता है। मेरठ में बने बैंड वाद्यों की देश भर के विभिन्न राज्यों में भारी मात्रा में आपूर्ति की जाती है। इन बैंड वाद्यों की झलकियां भी संग्रहालय में देखने को मिलती हैं। इतिहास से सम्बंधित आज के संग्रहालय अपने दर्शकों से जुड़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, रीच एडवाइजर्स (Reach Advisors) द्वारा 2007 में संग्रहालय जाने वाले 5,500 परिवारों पर एक अध्ययन किया गया । अध्ययन में पाया गया कि ये परिवार किसी भी अन्य प्रकार के संग्रहालय की तुलना में इतिहास से सम्बंधित संग्रहालयों और ऐतिहासिक स्थलों पर जाना कम पसंद करते हैं। कई इतिहास संग्रहालय आज भी 20वीं सदी के एक पुराने मॉडल के तहत काम कर रहे हैं जिससे ये संग्रहालय अपने सार्वजनिक मूल्य को व्यक्त नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि, ऐतिहासिक संग्रहालयों के जरिए बहुत कुछ सीखा जा सकता है, लेकिन शायद लोग उन तरीकों को पसंद नहीं कर रहे हैं, जिन्हें ऐतिहासिक संग्रहालय पेश कर रहे हैं। यूरोप (Europe) और उत्तरी अमेरिका (North America) के कुछ शहर ऐतिहासिक संग्रहालयों के लिए एक नया मॉडल खोजने का काम कर रहे हैं, ताकि लोग ऐतिहासिक संग्रहालयों में रूचि ले सकें। आज शहरों के संग्रहालयों द्वारा अधिक प्रभावी, औपचारिक संवाद के माध्यम से शहरी नियोजन और स्थान-निर्माण में अधिक दृश्यमान और रचनात्मक भूमिका विकसित की जाने की आवश्यकता है।

संदर्भ:
https://bit.ly/41M0zRd
https://bit.ly/41rfy3f
https://bit.ly/40sjVK3
https://bit.ly/3H3H4Mg
https://bit.ly/3KXb79p
https://bit.ly/3H3Kbnw

चित्र संदर्भ

1. चौपला आर्ट गैलरी को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube, wikimedia)
2. चौपला आर्ट गैलरी में मौजूद छवि को दर्शाता एक चित्रण (youtube)
3. शताब्दी नगर मेरठ परियोजना को दर्शाता एक चित्रण (youtube)

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