आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स के कारण अर्थव्यवस्था भी है अलग राह पर

वास्तुकला 2 कार्यालय व कार्यप्रणाली
21-01-2023 12:38 PM
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स के कारण अर्थव्यवस्था भी है अलग राह  पर

जैसे जैसे हम प्रौद्योगिकी तथा तकनीकी को अपना रहे है, वैसे वैसे ही कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) (Artificial Intelligence (AI) तथा मशीनें एवं रोबोट्स (Robots) हमारे जीवन तथा क्रियाकलापों का भाग बनते जा रहे है। यह चिंता का कारण है कि मानवों के काम पूरी तरह से प्रौद्योगिकी तथा तकनीकी की गिरफ्त में आते जा रहे हैं । किंतु इस सिक्के के दो पहलू हैं: एक तरफ जहां रोबोट और एआई मनुष्यों से कुछ नौकरियां छीन लेंगे, वहीं दूसरी तरफ वे कुछ नई नौकरियां भी पैदा करेंगे। 2000 के बाद से, रोबोट और स्वचालन (Automation)प्रणाली ने धीरे-धीरे कई निर्माण कार्यों को (लगभग 1.7 दशलक्ष) समाप्त कर दिया है, । दूसरी तरफ, यह तर्क दिया गया है कि एआई 2025 तक 97 दशलक्ष नई नौकरियां पैदा करेगा। कहा गया है कि 2040 तक, 63 दशलक्ष नौकरियां स्वचालन के कारण खो जाने की उम्मीद है, 247 दशलक्ष से अधिक नौकरियों के उन उद्योगों में खतरे में होने की उम्मीद है जो स्वचालन के लिए अतिसंवेदनशील हैं, जैसे कि निर्माण और कृषि। कई विशेषज्ञों के बीच आम सहमति यह है कि अगले पांच से दस वर्षों में कई उद्योग पूरी तरह से स्वचालित हो जाएंगे। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) की “द फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2020” (The Future of Jobs Report 2020) के अनुसार, एआई द्वारा 2025 तक दुनिया भर में लगभग 85 दशलक्ष नौकरियों का स्थान लेने की उम्मीद है। किंतु हम इस बात से तसल्ली कर सकते हैं कि कुछ नौकरियां एआई द्वारा कभी नहीं बदली जाएंगी। एआई रचनात्मक क्षेत्रों से लेकर सहानुभूति वाली नौकरियों के साथ-साथ जटिल राजनीतिक और रणनीतिक क्षेत्र की नौकरियों का स्थान लेने में कभी भी पूरी तरह से सक्षम नहीं हो पाएगा । कई विशेषज्ञों का यह भी मानना ​​है कि एआई मनुष्यों को थकाऊ दोहराव वाले ऐसे कार्यों को करने से बचाने की क्षमता रखता है, जो उनके समग्र कर्तव्यों का हिस्सा हैं।
एआई की सहायता से वे अधिक जटिल और पुरस्कृत परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए स्वतंत्र रह सकते हैं। कुछ उद्योग, जिनको मानव श्रमिकों की सदैव आवश्यकता रहेगी, उनमें लेखन कार्य, सामाजिक कार्य, आपराधिक रक्षा कानून, शिक्षण और एआई प्रशिक्षण इंजीनियर शामिल हैं। भविष्य में एआई की उन्नति से इन क्षेत्रों को सहायता तो मिल सकती है, लेकिन एआई और रोबोट उस सहानुभूति और सामाजिक बुद्धिमत्ता को नहीं दोहरा सकते हैं जिसकी इन क्षेत्रों को आवश्यकता है।
एक अध्ययन में बताया गया है कि भारत में लगभग 69 प्रतिशत नौकरियां स्वचालन से खतरे में हैं, क्योंकि देश अपने अपेक्षाकृत युवा कार्यबल के साथ अगले 20 वर्षों में 160 दशलक्ष नए श्रमिकों को जोड़ने के लिए तैयार है। एशिया पैसिफिक (Asia–Pacific) की पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं– भारत, चीन (China), दक्षिण कोरिया (South Korea), ऑस्ट्रेलिया ( Australia)और जापान (Japan)– में कामकाजी आबादी यूरोप (Europe) और उत्तरी अमेरिका (North America) की तुलना में भौतिक रोबोट स्वचालन के कारण अधिक जोखिम में है। विशेषज्ञों के अनुसार ऑटोमेशन द्वारा लाए गए परिवर्तनों से निपटने के लिए अर्थव्यवस्थाओं को अपनी कार्यबल रणनीतियों पर मौलिक रूप से पुनर्विचार करना होगा। जबकि प्रत्येक अर्थव्यवस्था को अपनी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, आमतौर पर विशेष ध्यान देने लायक कुछ क्षेत्र है,जैसे कि अधिक महिला श्रमिकों को काम पर रखने से काम करने वाली आबादी में गिरावट को दूर करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, सरकारों द्वारा STEM ( science, technology, engineering and mathematics) शिक्षा में निवेश, प्रौद्योगिकी कार्यबल प्रशिक्षण, और स्वतंत्र श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाएगा।
हालांकि, 2040 तक नवीकरणीय ऊर्जा, हरित भवनों, स्मार्ट शहरों और स्मार्ट बुनियादी ढांचे, और पेशेवर सेवाओं में 28.5 दश्लक्ष नए रोजगार सृजित होंगे, लेकिन हरित अर्थव्यवस्था और सूचना तथा संचार प्रौद्योगिकी उद्योगों जैसे क्षेत्रों में नई नौकरियों के निर्माण के बावजूद, थोक, खुदरा, परिवहन, आवास और अवकाश क्षेत्रों में स्वचालन के कारण 13.7 दशलक्ष नौकरियां खो जाएंगी। सूचना और संचार प्रौद्योगिकी उद्योग में 2040 तक 3.8 दशलक्ष अतिरिक्त नई नौकरियों की वृद्धि स्वचालन के कारण हुए नौकरियों के नुकसान को दूर करने में मदद करेगी। एक अन्य ध्यान देने योग्य बात यह है कि मशीनें वास्तव में मनुष्यों को कभी भी प्रतिस्थापित नहीं कर सकती हैं । मशीनें मनुष्यों की पूरक हैं और उन्हें अधिक उत्पादक, अधिक मूल्यवान और अंततः अधिक सुरक्षित बनाती हैं। अकेले काम करने वाली मशीनें कभी-कभी पूर्व निर्धारित आंकड़ों के अनुसार कार्य करती हैं, जिससे कि वे किसी ऐसे कार्य को बिगाड़ भी सकती है जहां मानव बुद्धिमत्ता की आवश्यकता हो । यहीं पर मानवीय निर्णय काम आता है।अतः हम कह सकते है की मनुष्यों के बिना मशीनें वस्‍तुतःकुछ नहीं है।
यह एक सर्वमान्य तथ्य है कि जो काम मनुष्य कर सकते है वे प्रौद्योगिकी चाहे कर भी ले,परंतु उनको पूरा करने के लिए मानवों की जरूरत तो होती ही है। और ऐसी कई नौकरियां है जिनको प्रौद्योगिकी एआई या तकनीकी द्वारा बदला नहीं जा सकता तथा उन्हें करने के लिए मनुष्यों की आवश्यकता तो होगी ही ।अतः यह कहा जा सकता है कि स्वचालन अकुशल श्रमिकों को पूरी तरह से समाप्त नहीं कर सकता है। औद्योगिक और डिजिटल क्रांतियों में, जैसे-जैसे मशीनें स्मार्ट होती गईं, गायब होने वाली पहली नौकरियों में ऐसे कार्य शामिल थे जो या तो खतरनाक थे या सांसारिक थे। कोयला खनिकों को अब जहरीले धुएं में सांस लेने की जरूरत नहीं है। कारखाने के कर्मचारियों को अब कन्वेयर बेल्ट को घूरने की जरूरत नहीं है,और ऐसे कई अन्य उदाहरण भी है।
विश्व बैंक का अनुमान है कि प्रौद्योगिकी के कारण आधे से अधिक मानवता के पास अब डिजिटल मुद्रा तक पहुंच है, जिसने अरबों लोगों को खुद को गरीबी से बाहर निकालने में मदद की है।यदि समाज पूर्व-स्वचालन के दिनों में वापस जाने की कोशिश करता है, तो वैश्विक बाजार रातों-रात ढह जाएंगे। अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका को अपने श्रम बल के बड़े हिस्से की आवश्यकता होगी ताकि दैनिक वित्तीय लेनदेन के साथ तालमेल बिठाया जा सके। मोबाइल मनी और इलेक्ट्रॉनिक भुगतान विकल्पों के बिना उत्पादकता का मौजूदा स्तर संभव नहीं होगा। आर्थिक विकास प्रौद्योगिकी पर निर्भर करता है। लेकिन साथ ही, यह लोगों पर निर्भर करता है। दोनों को एक दूसरे की जरूरत है। जब लोग मशीनों को वह करने देते हैं जो वे सबसे अच्छा करते हैं, तो लोग खुद को वह करने के लिए स्वतंत्र करते हैं जो वे सबसे अच्छा करते हैं। प्रौद्योगिकी मनुष्यों को संबंध प्रबंधन, निर्णय और मूल्यांकन जैसे उच्च-क्रम के कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सबसे कीमती वस्तु ‘समय’ देती है। जब रोबोट, रोबोट की तरह काम करते हैं, तो इंसानों के पास इंसानों की तरह काम करने के अवसर बढ़ जाते हैं।
हमने जाना कि कैसे एआई तथा रोबोट्स की वजह से हमारी अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है। जहां तक सवाल स्वचालन की वजह से नौकरियों को उत्पन्न होने वाले खतरे का है,यह मुद्दा चिंतित करने वाला है। साथ ही यह अपेक्षा है कि स्वचालन श्रमिकों को पूरी तरह से समाप्त नहीं कर सकता है।

संदर्भ
https://bit.ly/3XP79Vp
https://bit.ly/3ZDCsnv
https://bit.ly/3XemNtc

चित्र संदर्भ
1. रोबोट के विभिन्न अनुप्रयोगों को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
2. यंत्र को ठीक करते रोबोट को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. सर्जरी रोबोट को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. खुले क्षेत्र में रोबोट को संदर्भित करता एक चित्रण (Needpix)
5. रोबोट के साथ काम करती महिला को संदर्भित करता एक चित्रण (Needpix)

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