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भारतीय संस्कृति में एक कहावत प्रसिद्ध है की, "सांप और साधु का कोई एक ठिकाना नहीं
होता! " यह कहावत प्रायः ऐसे व्यक्ति के संदर्भ में कही जाती है, जो किसी एक स्थान पर
किसी एक परिस्थिति में नहीं टिकता हो। हालाँकि इसे जमीन पर रहने वाले ऐसे जीवों और
मनुष्यों के संदर्भ में कहा जाता है, जिसे भोजन, नौकरी अथवा किसी अन्य कारणों से अपने
घर बदलने पड़ते हैं। धरती पर हम इंसानों की ही भांति, समुद्र की दुनियां में भी हर्मिट केकड़ा
(hermit crab) नामक एक ऐसा शानदार जीव रहता है, जो कई कारणों से निरंतर अपने
घर बदलता रहता है। और यकीनन इसके घर हमारे घरों की तुलना में बेहद दिलचस्प और
शानदार होते हैं।
हर्मिट केकड़ा पगुरिड और कोएनोबिटिड (Paguridae and Coenobitidae) वर्ग के
परिवार का सदस्य होता है। इस केकड़े की सबसे बड़ी खसियत यह होती है, की यह अपने
आवास तथा सुरक्षा के लिए समुद्र में मिलने वाली खोखली आकृतियों जैसे घोंघे के बाहरी
खोल आदि का प्रयोग करते हैं।
चूँकि इनके शरीर में कुदरती तौर पर कोई बाहरी कवच नहीं
होता, जिस कारण बिना खोल के यह शिकारियों के लिए एक आसान शिकार होते हैं, अतः
उनसे बचने के लिए इन्हे अक्सर दूसरे समुद्री जीवों का खोल पहने देखा जा सकता है।
हर्मिट केकड़े पूरी दुनियाभर में फैले हैं, जो मुख्य रूप से रेतीली और मेले तल वाले समुद्री
जल में पाए जाते हैं। कभी-कभी इनकों जमीन और यहाँ तक की पेड़ों पर भी देखा जा सकता
है। इनका पेट उभरा हुआ होता है, सिर पर एंटीना के दो जोड़े और पांच जोड़ी पैर होते हैं। आगे
के पैरों की एक जोड़ी चिमटे का काम करती है। आगे के इन पैरों का आकार भी तुलनात्मक
रूप बड़ा होता है, ताकि दूसरे के खोल में घुसने के बाद उन पैरों को मोड़कर खोल को पूरी तरह
कवर किया जा सके। चलने के लिए यह अपने दूसरे और तीसरे जोड़े के पैरों का इस्तेमाल
करता है, और घोंघे के खोल पर पकड़ बनाए रखने के लिए यह अपने छोटे चौथे और पांचवें
जोड़े का उपयोग करता है।
इन केकड़ों में मंदायें अपने पेट के उदर उपांग (abdominal appendages) में ही बच्चों को
तब तक सेंकती हैं, जब तक की वे अंडे से बाहर निकलकर तैरने नहीं लग जाते। इनके बच्चे
तैरते हुए लार्वा के रूप में ही पानी में चले जाते हैं। जो अंततः नन्हे केकड़ों में बदल जाते हैं
और अपने शरीर के आकार के किसी खोल में घुस जाते हैं।
इन्हे इन खोल रुपी कवच को
स्वयं ही खोजना पड़ता है। जैसे जैसे इनके शरीर का आकार बढ़ता है, वैसे-वैसे यह एक खोल
से दूसरे बड़े खोल में स्थानांतरित होते रहते हैं। कई बार इनके उचित आकार में खोल
सीमित होते ,हैं जिस कारण किसी एक खोल को पाने के लिए इनके बीच तीव्र प्रतिस्पर्धा भी
होती है।
कुछ केकड़े पेड़ों के तनों के बीच में अपना निवास बनाते हैं, और सीपियों के अलावा, बांस के
तनों, टूटे नारियल के गोले और कई अन्य वस्तुओं को अपना कवच बना सकते हैं। पश्चिम
भारतीय समुद्री जल में 180 से 360 मीटर (600 से 1,200 फीट) की गहराई पर पाया जाने
वाला जाइलोपार्गस (Xylopargus) लकड़ी के खोखले सिलेंडरों में रहता है। अन्य प्रजातियां
मूंगा, स्पंज, या पॉलीचेट ट्यूबवर्म द्वारा बनाई गई खाली ट्यूबों में घर बनाती हैं। कई बार
यह हर्मिट केकड़े को समुद्री अनेमिनिस (sea anemones: एक्टिनियारिया क्रम के समुद्री,
शिकारी जानवर होते हैं। ) के खोल से जुड़ा हुआ भी पाया जा सकता है, जिसके साथ वह एक
स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा करता है। दरअसल यह जुड़ाव दोनों के लिए लाभदायक होता
है, क्यों की समुद्री अनेमिनिस हेर्मिट केकडे द्वारा खाये गए भोजन के अवशेषों को खाती है।
दूसरी ओर हेर्मिट केकड़ा समुद्री अनेमिनिस के सुरक्षा कवच में ऑक्टोपस जैसे शिकारियों
के से सुरक्षित रहता है। समुद्री केकड़े की यह प्रजाति पूरे विश्व में फैली हुई है। वहीं भारत में
2010 से 2016 के बीच नमूनों के आधार पर भारतीय जल में रहने वाले हर्मिट केकड़ों की
एक सूची संकलित की गई।
इस सूची में 26 प्रजातियों और पांच परिवारों से संबंधित 112
केकड़ों की प्रजातियों को रिकॉर्ड किया गया है। तमिलनाडु राज्य के तटीय क्षेत्रों 50
प्रजातियों से अधिक प्रजातियों की विविधता दर्ज की गई थी, जबकि महाराष्ट्र राज्य के
तटीय क्षेत्रों में 7 से भी कम से कम प्रजातियों को दर्ज किया गया । भारतीय समुद्र में हर्मिट
केकड़े की प्रजातियों पर पहला प्रकाशन वर्ष 1865 में हेलर (Heller) द्वारा किया गया था।
सन 1915 में चिल्का झील से भी हर्मिट केकडो के नमूने एकत्र किए गए हर्मिट केकड़े की
सात प्रजातियों सहित एक नई प्रजाति क्लिबानारियस ओलिवेसियस (Clibanarios
olivaceus) की पहचान की गई। सन 1927 में एक अन्य वैज्ञानिक सुंदरराज द्वारा भी
मन्नार की खाड़ी से हर्मिट केकड़े की कुछ प्रजातियों को रिकॉर्ड किया।
संदर्भ
https://bit.ly/3kkVYCP
https://bit.ly/3nJgQ8V
https://www.britannica.com/animal/hermit-crab
https://www.youtube.com/watch?v=CJp415GP97s
चित्र संदर्भ
1. घोंघे के बाहरी खोल में छिपे हर्मिट केकड़े का एक चित्रण (unsplash)
2. एक्वेरियम में चार हर्मिट केकड़ों का एक चित्रण (wikimedia)
3. बिना सुरक्षा कवच के हर्मिट केकड़े का एक चित्रण (wikimedia)
4. कैलियाक्टिस पैरासिटिका (Caliactis Parasitica) के साथ बड़े लाल हर्मिट केकड़े का एक चित्रण (wikimedia)
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