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हमारा बचपन भले ही चला गया हो, भले ही हमारे सभी खेल खिलोने पीछे छूट गए हों, परंतु
“कुछ चीजें कभी नहीं बदलती”। उदाहरण के लिए आम की वह मिठास आज भी ज्यों की त्यों
है। आज भी हम लोगों में से अधिकांश को आम के मौसम का उतना ही इंतज़ार रहता है,
जितना की बचपन में रहता था। अच्छी खबर यह है की ऐसे कई तरीके विकसित कर लिए
गए हैं, जिनकी सहायता से आप अपने पसंदीदा फलों को साल के किसी भी समय खा सकते
हैं।
आम तौर पर गर्मी के मौसम में खाया जाने वाले फल का मज़ा आप सर्दियों में भी ले सकते
हैं। दरसल पश्चिम बंगाल में किसानों ने आम की नई किस्मों की खेती की है, जो सर्दियों में
भी फल देगी। हालंकि सर्दियों में फल देने वाले आम के वृक्ष, पहले भी उगाये जाते थे, किंतु
पहले उनकी मात्रा कम होने के कारण बाजार में अच्छे भाव ही नहीं मिलते थे। लेकिन आज
राज्य के किसानों को आम की बहुत अच्छी उपज मिलने के बाद बारामसिया, डोफला,
टोपाला, वस्त्रा और चीन वस्त्रा जैसी किस्मों को बढ़ावा दिया जा रहा है। ये पेड़ जून-जुलाई
में खिलते हैं और फल सर्दियों में पकते हैं।
दुनियाभर में फैले आम के प्रेमियों के कारण सर्दियों में आम की कीमत बहुत अधिक होती
है। इसलिए किसानों को अच्छा आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है। पश्चिम बंगाल का
मालदा जिला अपने आम के लिए प्रसिद्ध है, और जिले भर में 26,000 हेक्टेयर से अधिक
भूमि पर आम की खेती की जाती है। पश्चिम बंगाल के अलावा मुंबई में भी बेमौसमी सर्दियों
के आमों का उत्पादन बढ़ रहा है । भारत में देवगढ़ और 40 से अधिक अन्य किस्मों के
आमों का उत्पादन किया जाता है।
सर्दियों में उगने वाले आमों के लिए के लिए गर्म मिट्टी उपयुक्त होती है। फलों की खेती से
देश में कई किसानों को रोजगार मिलता है, ऐसे में सर्दियों के आमों का प्रचलन और भी
अधिक उद्यम शुरू करा सकता है। आम के व्यापारी मानते हैं की, हालांकि आम की हर
जगह अलग-अलग किस्में उगाई जा सकती हैं , लेकिन मुंबई में उपलब्ध स्थितियां, जैसे
मिट्टी, पानी और समुद्र से निकटता, अद्वितीय हैं। कुछ फल फाइबर, विटामिन और
खनिजों जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
भारत के अलावा दूसरे देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया (Australia) में सर्दियों के आमों का प्रतिष्ठित
व्यवसाय है। यहाँ के आम उत्पादक भी गर्मियों की फसल को सर्दियों में फल देने के लिए
राजी कर लेते हैं। यहां के किसानों के अनुसार मीठे, रसदार आमों को सर्दियों के दौरान उगाने
के लिए अधिक मेहनत की आवश्यता नहीं पड़ती। उदाहरण के तौर पर एक ऑस्ट्रेलियाई
किसान स्किलीरोस (Skileiros) अपने खेतों में सर्दियों के आम की एक किस्म केंसिंग्टन
प्राइड आम (Kensington Pride mangoes) उगाते हैं।
स्किलीरोस बताते इसकी खेती के
लिए आपको सही समय पर सही जगह पर थोड़ा और गहरा खोदना पड़ता है। साथ ही
उर्वरकों और छंटाई का समय भी महत्वपूर्ण है, कुछ उर्वरकों का उपयोग नाइट्रोजन को कम
करने और कैल्शियम के स्तर को बढ़ाने के लिए किया जाता है, एक अन्य किसान टिम
इलियट (Tim Elliott) का कहना है कि, उर्वरकों का समय भी चंद्रमा चक्र, वायुमंडलीय
दबाव और तापमान प्रवाह से प्रभावित होता है, जो फूलने या पत्ती में निस्तब्धता के बीच
अंतर कर सकता है। कुछ पेड़ चट्टानी क्षेत्रों में प्रचुर मात्रा में भी उत्पादन करते हैं।
कुछ फल जैसे केला, सेब और पपीता साल भर उपलब्ध रहते हैं। और लीची, तरबूज और
जामुन जैसे अन्य फल केवल एक विशेष मौसम के दौरान ही उपलब्ध होते हैं। जहां गर्मियों
में हमें आम खाने में मजा आता है, वहीं मानसून के दौरान हम कस्टर्ड सेब और चेरी पसंद
करते हैं और सर्दियों में स्ट्रॉबेरी, अंगूर और संतरे खाने का समय होता है।
वैज्ञानिक मानते हैं
की मौसमी फल खाना कई मायनों में फायदेमंद साबित हो सकता है। मौसमी फल में वे सभी
पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो मौसमी बदलाव के असंतुलन को दूर करते हैं। वैज्ञानिक हेनरी
डेविड थोरो (Henry David Thoreau) ने कहा था, "हर मौसम को वैसे ही जियो जैसे वह
बीतता है; उसकी हवा में साँस ले, जल पीएं, फलों का स्वाद लें, और प्रत्येक के प्रभाव के लिए
खुद को त्याग दें।" अतः ग्रीष्मकालीन स्वादिष्ट फलों में प्रचुर मात्रा में मौजूद अति-पोषक
तत्वों का उपभोग गर्मियों में ही करना बेहतर रहता है। गर्मियों में उगने वाले आम कैरोटीन
से भरपूर होते हैं, जिससे आँखों की रोशनी तेज़ होती है इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को
आवश्यक ऊर्जा प्रदान करती है, जो निर्जलीकरण और गर्मी की थकावट के साथ अधिक
काम करती है। तरबूज फाइबर और पोटेशियम से भरपूर होता है और उसमें 92% पानी
होता है, जो प्यास बुझाने और निर्जलीकरण से बचने में मदद करता है। लीची में पाया जाने
वाला पॉलीफेनोल ओलिगोनॉल polyphenol oligonol) एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट
है जो रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचाता
है। यह स्पष्ट है की मौसमी फल कई मायनों में खास होते हैं, लेकिन बेमौसम उगने वाले
फल (विशेषतौर पर आम ) भी स्वाद में बेमिसाल होते हैं जिस कारण बाज़ारों में इनकी बेहद
मांग भी है।
संदर्भ
https://bit.ly/3El36qS
https://bit.ly/3tACih5
https://bit.ly/2XfJWRS
https://bit.ly/3E7LxdD
चित्र संदर्भ
1. मालदीव में आमों की खेती का एक चित्रण (flickr)
2. विभिन्न प्रकार के आम बेचते विक्रेता का एक चित्रण (youtube)
3. केंसिंग्टन प्राइड आम (Kensington Pride mangoes) का एक चित्रण (stockfood)
4. तरबूज के टुकड़ों का एक चित्रण (flickr)
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