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पक्षी दुनिया के सबसे सुंदर जीवों में से एक माने जाते हैं तथा प्राचीन समय से ही आसमान
में उड़ते पक्षी हमें प्रेरित करते आये है। विश्व भर में सबसे शक्तिशाली राजवंशों ने इनकी छवि का
उपयोग विभिन्न प्रकार के प्रतीकों के रूप में किया है। पक्षी चार्ज (Bird charge), वंशावली
विज्ञान या हेराल्डी (Heraldy) और प्रतीकात्मकता में एक बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका निभाते
हैं। पक्षी की जो भी प्रजातियां ज्ञात हैं, उनमें से लगभग हर प्रजाति को किसी न किसी रूप में
अलंकृत किया गया है। उपयोग में आने वाली प्रजातियों में कबूतर और उल्लू से लेकर मोर और
हंस तक शामिल होते हैं। कुल मिलाकर, सबसे अधिक बार देखा जाने वाला चार्ज, शक्तिशाली
बाज़ का होता है, तथा इसके बाद शिकरा का उपयोग किया जाता है।
पक्षियों की प्रजातियाँ जितनी महत्वपूर्ण हैं, उतनी ही उनकी मुद्राएँ भी हैं,इसलिए वे अनेकों
मुद्राओं में भी दिखाई देते हैं।
विभिन्न संस्कृतियों में प्रत्येक पक्षी का अपना-अपना महत्व है।
हालांकि विभिन्न संस्कृतियों में पक्षी प्रजातियों की धारणाएं व्यापक रूप से भिन्न-भिन्न होती हैं।
कुछ पक्षियों की कुछ क्षेत्रों में सकारात्मक छवि होती है, तो कुछ की नकारात्मक छवि। उदाहरण
के लिए:
1. अफ्रीका (Africa) के कुछ हिस्सों में उल्लू दुर्भाग्य, जादू टोने और मौत से सम्बंधित
माना जाता है, लेकिन यूरोप (Europe) के अधिकांश हिस्सों में उन्हें बुद्धिमान माना
जाता है।
2. प्राचीन मिस्र (Egypt) में हूपो (Hoopoes) को पवित्र माना जाता था और यह फारस
(Persia) में सद्गुण का प्रतीक माना जाता था, किंतु यूरोप के अधिकांश हिस्सों में
उन्हें चोर और स्कैंडिनेविया (Scandinavia) में युद्ध के अग्रदूत के रूप में माना जाता
था।
हेरलड्री में पक्षी, विशेष रूप से चील अक्सर एक ऐसे प्रतीक के रूप में दिखाई देते हैं, जो किसी
परिवार, शहर, विश्वविद्यालय आदि का प्रतिनिधित्व करता है। ब्रिटेन (Britain) में, 3000 से
भी अधिक सरायों के नाम पक्षी के नाम पर होते हैं। ऐसे अनेकों सराय हैं, जिनका नाम क्राउस
नेस्ट (Crow's Nest), डॉग एंड डक (Dog & Duck), ईगल एंड चाइल्ड (Eagle & Child),
और फाल्कन (Falcon) होता है। जबकि 600 से भी अधिक सरायों के नाम हंसों के नाम पर
हैं।
पक्षी मानवीय गुणों जैसे मूर्खता या बातूनीपन का प्रतीक भी हो सकते हैं। कई अन्य जानवरों
के विशेषणों के बीच लोगों को "बर्डब्रेन" (Birdbrain) या "कोयल" भी कहा गया है। पौराणिक
कथाओं और धर्मों में पक्षी विभिन्न रूपों में प्रकट हुए हैं। पक्षियों को प्राचीन मिस्र के समय से
देवताओं के रूप में चित्रित किया गया है, जहां पवित्र इबिस (Ibis) को भगवान थॉथ (Thoth)
के प्रतीक के रूप में सम्मानित किया गया था।
भारत में, द्रविड़ लोगों के बीच मोर को धरती माता के रूप में माना जाता है, जबकि मुगल
और फारसी बादशाहों ने मयूर सिंहासन पर बैठकर अपने ईश्वरीय अधिकार का प्रदर्शन किया।
तितली के आकार के एक हाथीदांत के बर्तन में सूर्य के सामने मौजूद दो पक्षियों का पैटर्न
हेमुडु (Hemudu) लोगों के पवित्र आदिम विश्वास को प्रदर्शित करता है। हिंदू धर्म की बात करें
तो कई एवियन (Avian) संबंधित विषय पूरे हिंदू धर्म, साहित्य और कला में प्रकट होते
हैं।लटकते फल में लिप्त पक्षी की तरह पंख वाले जीव अक्सर कामुक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व
करते हैं।इसके अलावा वे आध्यात्मिक आनंद, स्वतंत्रता, अंतर्दृष्टि और स्वस्थता से भी जुड़े होते
हैं।हिंदू संस्कृति एवियन प्रतीकवाद के पर्याप्त उदाहरण प्रदान करती है। ये प्रतिनिधित्व या तो
आत्मा या परमात्मा या फिर शारीरिक इच्छाओं या आध्यात्मिक मुक्ति से संबंधित हैं। इनका
उल्लेख प्राचीन दंतकथाओं जैसे पंचतंत्र में प्राप्त होता है। रामायण जैसे विभिन्न ग्रंथों के पात्र
भी विभिन्न पक्षियों से सम्बंधित हैं, जिन्हें पवित्रता और ज्ञान का प्रतीक भी माना जाता
है।
अधिकांश के लिए एक ब्लैकबर्ड (Blackbird) देखना एक अच्छे शगुन का संकेत है। एक
अच्छा शगुन होने के अलावा यह आध्यात्मिक रूप से या आपके व्यक्तिगत जीवन में एक बढ़ी
हुई जागरूकता का भी उल्लेख कर सकता है।काला रंग, जैसा कि हम जानते हैं,अलौकिक
कौशल से जुड़ा है, इसलिए जो व्यक्ति अपने सपनों में अक्सर एक ब्लैकबर्ड देखता है, उसे एक
रहस्यमय और जादुई अनुभव प्राप्त होता है।इसी प्रकार ब्लूबर्ड आध्यात्मिक आनंद और संतोष
से जुड़े हैं, जो अक्सर आपके रास्ते या जीवन में आने वाली एक सुखद स्थिति या अच्छी खबर
की घटना की भविष्यवाणी करते हैं। यह एक परिवर्तन काल या आध्यात्मिक जागृति का प्रतीक
है। कैनरी (Canary) को एक हंसमुख पक्षी माना जाता है,जो खुशी और कल्याण की भावना का
प्रसार करते हैं। एक उड़ने वाली कैनरी को स्वतंत्रता का संकेत माना जाता है,जबकि कुछ के
लिए यह अवांछित जानकारी के प्रसार का संकेत भी है।
लाल कार्डिनल (Cardinal) को प्यार
और गर्मजोशी का प्रतीक माना जाता है।चिकडी (Chickadee) पक्षी उच्च विचार क्षमता का
प्रतीक है, जिसका अर्थ है स्वयं के साथ-साथ दुनिया की बेहतर समझ। यह स्वयं को व्यक्त
करने के संबंध में निडरता को भी संदर्भित करता है। इसी प्रकार सारस व्याख्या के लिए
असंख्य प्रतीक प्रदान करते हैं,मूल रूप से यह शरीर और आत्मा के नवीकरण और कायाकल्प
के साथ जुड़ा हुआ है। यह शांति का प्रतीक है तथा साथ ही आघात का विरोध करने की क्षमता
का भी प्रतिनिधित्व करता है।कौवे रहस्यवाद और 'दूसरी दुनिया' के प्रतीक हैं। अधिकांश
संस्कृतियों का मानना है कि कौवा पुश्तैनी आत्माओं का प्रतीक है। एक कौवे को देखने की
व्याख्या सीधे बात करने वाले या अभिमानी वक्ता के रूप में भी की जाती है। पवित्रता और
मासूमियत कबूतर को सबसे अच्छी तरह परिभाषित करते हैं। एक ईसाई के लिए, यह आशा
का प्रतीक है और पवित्र आत्मा का अवतरण है। यह शुद्ध प्रेम और करुणा की निशानी है।
इस प्रकार विभिन्न संस्कृतियों में पक्षियों के भिन्न-भिन्न प्रतीक देखने को मिलते हैं।
संदर्भ:
https://bit.ly/3t3uggp
https://bit.ly/3t5f2aP
https://bit.ly/3jtSoWl
https://bit.ly/38pzLNh
चित्र संदर्भ
1. भारत में, द्रविड़ लोगों के बीच मोर को धरती माता के रूप में माना जाता है, जिसका एक चित्रण (flickr)
2. रामायण में, जटायु को अरुण का पुत्र और गरुड़ का भतीजा माना जाता था जिसका एक चित्रण जिसका एक चित्रण (Flickr)
3. ब्लैकबर्ड (Blackbird) चिड़िया का एक चित्रण (wikimedia)
4. लाल कार्डिनल (Cardinal) को प्यार और गर्मजोशी का प्रतीक माना जाता जिसका एक चित्रण (wikimedia)
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