प्लास्टिक प्रदूषण से बिगड़ता समुद्री पारिस्थितिक तंत्र

समुद्र
02-05-2021 06:37 PM
प्लास्टिक प्रदूषण से बिगड़ता समुद्री पारिस्थितिक तंत्र

मेरठ बड़ी संख्या में कॉलेजों और विश्वविद्यालयों का घर है, जिनमें से कई समुद्र विज्ञान और महासागरों के संरक्षण को अहमियत देते हैं। प्लास्टिक प्रदूषण समुद्री पारिस्थितिक तंत्र में पारिस्थितिक संतुलन के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है। प्लास्टिक के छोटे टुकड़े विभिन्न समुद्री जीवों के माध्यम से खाद्य पदार्थों में प्रवेश कर सकते हैं, जो उनके शरीर विज्ञान और स्वास्थ्य को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं। हमारे महासागरों और समुद्र तटों पर जमा होने वाला प्लास्टिक एक वैश्विक संकट बन गया है। प्लास्टिक प्रदूषण का वन्यजीवों पर सीधा और घातक प्रभाव पड़ता है। हर साल हजारों समुद्री पक्षी और समुद्री कछुए, मछलियां और अन्य समुद्री स्तनधारी प्लास्टिक में उलझ जाने या निगलने के कारण मर जाते हैं, इससे कई सारी प्रजातियां हैं जो अब लुप्तप्राय हो रही हैं।छोटे जानवरों से लेकर ब्लू व्हेल (blue whale) तक, हजारों जानवर खाने में प्लास्टिक को खाने से मर रहे हैं। उत्तरी प्रशांत में मछलियां हर साल 12,000 से 24,000 टन प्लास्टिक निगल जाती है, जो आंतों की चोट और मौत का कारण बन जाता है और ये खाद्य श्रृंखला के माध्यम से बड़ी मछली, समुद्री स्तनधारियों और मानव भोजन तक पहुंच जाता है।


एक हालिया अध्ययन के अनुसार कैलिफ़ोर्निया (California) के बाज़ार की एक चौथाई मछलियों के कण्ठों में प्लास्टिक पाया गया था जिसमें ज्यादातर प्लास्टिक माइक्रोफाइबर (Microfiber) के रूप में था। अध्ययनों का अनुमान है कि दुनिया के महासागरों में अब लगभग 15 खरब प्लास्टिक के टुकड़े हैं। यह क्षेत्र भूमध्य रेखा से ध्रुवों तक तथा आर्कटिक से लेकर समुद्र तल तक फैला हुआ है और समुद्र की सतह का लगभग 40% हिस्सा प्लास्टिक से भर गया है। वर्तमान में हालात इतने बुरे हैं कि हमारे महासागरों में कुछ क्षेत्रों को कूड़ेदान जैसा बना दिया है। प्रशांत महासागर के एक क्षेत्र को अब द ग्रेट पैसिफिक गारबेज पैच या महान प्रशांत कूड़ेदान (Great Pacific garbage patch) कहा जाता है। द ग्रेट पैसिफिक गारबेज पैच उत्तर-मध्य प्रशांत महासागर में प्लास्टिक के मलबे का एक समूह है। यहां दुनिया में प्लास्टिक का सबसे बड़ा संचय है।कोविड-19 महामारी के दौरान भी प्लास्टिक प्रदूषण काफी बढ़ा है। लाखों एकल-उपयोग (Single-Use) वाले प्लास्टिक (मास्क, दस्ताने, सैनिटाइज़र (Sanitizer) की बोतलें आदि) को ऐसे ही फेंक दिया जाता है जो समुद्र में पहुंच कर उसका प्लास्टिक स्तर बढ़ा रहे हैं। महामारी के दौरान उत्पन्न प्लास्टिक द्वारा पर्यावरणीय प्रदूषण पर काफी प्रभाव पड़ा है। एक अनुमान है कि महामारी के परिणामस्वरूप लगभग 3.4 बिलियन एकल-उपयोग फेसमास्क/फेस शील्ड (facemasks/face shield) को रोज उपयोग कर के फेंक दिया जाता है। इन घटनाओं के कारण जैव प्लास्टिक के कचरे का असहनीय स्तर हो गया है, और यदि ये ऐसा ही चलता रहा तो पर्यावरणीय प्रदूषण को कम नहीं किया जा सकेगा।धीरे-धीरे ये प्लास्टिक समुद्र में पहुंच कर उसे नुकसान पहुंचा रहा है। यह प्लास्टिक केवल समुद्र के किनारों पर ही नहीं बल्कि इनके गहरे तल पर भी पाया गया है। समुद्र तल के 35,849 फीट नीचे भी गोताखोरों ने प्लास्टिक का कचरा पाया है। मैरियाना ट्रेंच (Mariana Trench) के निचले हिस्से में एक गोताखोर को गोता लगाने के दौरान एक प्लास्टिक बैग मिला है। और यह पहली बार भी नहीं है जब इतनी गहराई में प्लास्टिक मिला हो, पहले भी तीन बार प्लास्टिक समुद्र के सबसे गहरे वाले भागों में देखा जा चुका है। समुद्रों में प्लास्टिक कचरे के तीन प्रमुख कारण या ज़रिये हैं।पहला, समुद्री किनारों पर जाने वाले लोग वहां प्लास्टिक कचरा फेंक जाते हैं, दूसरा, समुद्र पर तैरने वाले जहाज़ या नाव समुद्र में बड़ी मात्रा में प्लास्टिक कूड़ा डंप करते हैं, और तीसरा, नदियां अपने साथ भारी मात्रा में कचरा लेकर समुद्र में मिलती हैं। इसकी निगरानी के लिये भारत महासागरीय प्रदूषण के स्वतः अवलोकन की प्रणाली स्थापित कर रहा है। यह प्रणाली भारत के आसपास के समुद्री निकायों में प्रदूषण के स्तर की स्वचालित रीडिंग (reading) प्रदान करेगी। यह स्वचालित प्रणाली समय-समय पर आंकड़े प्रदान करेगी जिसका उपयोग पानी की गुणवत्ता को मापने और डेटा (data) का उपयोग करके पानी में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए किया जा सकता है।परंतु ये तो एक छोटा सा कदम है और अगर वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या को खत्म करना है तो हमें तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है जिसके लिए व्यक्तिगत रूप से उठाए गये कदम लाभकारी हो सकते हैं।

निम्नलिखित कुछ बातों का अनुसरण करके इस समस्या का समाधान किया जा सकता है:
1. सिंगल यूस (Single-Use) प्लास्टिक उपयोग को कम करें: सिंगल यूस वाले प्लास्टिक में प्लास्टिक की थैलियाँ, पानी की बोतलें, कप, बर्तन, ड्राई क्लीनिंग बैग (dry cleaning bag), कंटेनर (container) आदि शामिल होते हैं जिन्हें एक बार इस्तेमाल किया जाता है और फिर फेंक दिया जाता है। अतः ऐसे सामान का उपयोग कम किया जाना चाहिए और जिसे बार-बार प्रयोग में लाया जा सके इन्हें ही उपयोग करें।
2. प्लास्टिक का पुनर्चक्रण: वर्तमान में, दुनिया भर में सिर्फ 9% प्लास्टिक का पुनर्नवीनीकरण किया जाता है। यह एक प्रभावी उपाय हो सकता है जिसमें फेंकी गयी प्लास्टिक का पुनर्नवीनीकरण किया जा सकता है।
3. समुद्र तट या नदी की सफाई में भाग लें: समुद्र तटों या नदियों की सफाई में भाग लेने से यहां इकठ्ठा कचरे को साफ किया जा सकता है। यह समुद्र के प्लास्टिक प्रदूषण से लड़ने का सबसे प्रत्यक्ष और पुरस्कृत तरीकों में से एक है। आप बस समुद्र तट या जलमार्ग पर जाएं और अपने दोस्तों या परिवार के साथ प्लास्टिक कचरे को एकत्र करें। आप इससे जुड़े स्थानीय संगठन या अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भी शामिल हो सकते हैं।
4. प्लास्टिक प्रतिबंध का समर्थन: दुनिया भर में कई नगर पालिकाओं ने एकल उपयोग प्लास्टिक बैग, कंटेनर और बोतलों पर प्रतिबंध लगाया है। आप अपने समुदाय में ऐसी नीतियों को अपनाने का समर्थन कर सकते हैं।
5. माइक्रोबीड्स युक्त उत्पादों से बचें: छोटे प्लास्टिक के कण (Tiny plastic particles), जिन्हें माइक्रोबीड्स (Microbeads) कहा जाता है, समुद्र के प्लास्टिक प्रदूषण का एक बड़ा स्रोत बन गए हैं। ये प्रायः चेहरे के स्क्रब (Scrub), टूथपेस्ट (toothpastes), बॉडीवॉश (Bodywash) इत्यादि में पाए जाते हैं तथा हमारे जल निकास मार्ग के माध्यम से आसानी से महासागरों और जलमार्गों में पहुंच जाते हैं और सैकड़ों समुद्री प्रजातियों को प्रभावित करते हैं। इसलिए ऐसे उत्पादों को खरीदने से बचें जिनमें माइक्रोबीड्स पाए जाते हैं।
6. सूचनाओं के प्रति जागरूक रहें: प्लास्टिक प्रदूषण से संबंधित मुद्दों पर अवगत रहें और दूसरों को समस्या से अवगत कराने में मदद करें। अपने दोस्तों और परिवार को बताएं कि वे इस समाधान का हिस्सा कैसे बन सकते हैं।
7. प्लास्टिक प्रदूषण को संबोधित करने वाले संगठनों का समर्थन: समुद्र के प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने और खत्म करने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन काम कर रहे हैं जैसे कि ओशिअनिक सोसाइटी (Oceanic Society), प्लास्टिक प्रदूषण गठबंधन (Plastic Pollution Coalition), प्लास्टिक सूप फाउंडेशन (Plastic Soup Foundation) आदि। ये संगठन अपने महत्वपूर्ण कार्यों को जारी रखने के लिए आप जैसे लोगों के दान पर निर्भर हैं। इसलिए आपके द्वारा दिया गया छोटा सा दान भी बहुत बड़ा बदलाव ला सकता है।

संदर्भ:
https://bit.ly/3vrriT4
https://bit.ly/3e4nYHu
https://bit.ly/2RaFYXK
https://bit.ly/3xACFtS
https://on.natgeo.com/3gOJZfp

चित्र सन्दर्भ:-
1.मृत मछली का एक चित्रण (pexels)
2.प्लास्टिक में फंसी सील का एक चित्रण (Freepik)
3.प्लास्टिक के निवारण का एक चित्रण(pexels)
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