मेरठ के सामाजिक मीडिया पर वायरल हो रहे आपराधिक दर पत्र

सिद्धान्त 2 व्यक्ति की पहचान
13-01-2021 12:10 PM
Post Viewership from Post Date to 18- Jan-2021 (5th day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
1321 0 0 0 1321
मेरठ के सामाजिक मीडिया पर वायरल हो रहे आपराधिक दर पत्र

दशकों से ही जब भी किसी व्यक्ति द्वारा कोई भी संजीदा अपराध किया जाता है तो लगभग सभी देशों में उसे कारागार की सजा दी जाती है। विश्व भर में न जाने ऐसे कितने कारागार हैं जहां हर दिन किसी न किसी अपराधी को बंदी बनाया जाता है। कुछ इसी प्रकार की सूचनाएं विश्व कारागार संक्षिप्त प्रदान करता है। PrisonStudies.org पर विश्व कारागार संक्षिप्त एक ऑनलाइन डेटाबेस (Online database) है जो दुनिया भर की कारागार प्रणालियों की जानकारी तक मुफ्त पहुंच प्रदान करता है। अब इसकी मेजबानी लंदन (London) के इंस्टीट्यूट फॉर क्रिमिनल पॉलिसी रिसर्च (Institute for Criminal Policy Research), बिर्कबेक कॉलेज (Birkbeck College) करता है। हालांकि इसकी मेजबानी पहले कारागार अध्ययन के लिए अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (International Centre for Prison Studies-ICPS) द्वारा की जाती थी। जुलाई 2010 में कारागार अध्ययन के लिए अंतर्राष्ट्रीय केंद्र को इंग्लैंड (England) और वेल्स (Wales) के धर्मार्थ आयोग के साथ एक दानार्थ संस्था के रूप में शामिल और पंजीकृत किया गया।
यह केंद्र स्व-वित्त पोषित है और कई धर्मार्थ संगठन के उदार अनुदान की मदद से ही केंद्र द्वारा यह कार्य शुरू किया गया। यह कारागार और बंदी-करण के उपयोग पर उचित नीतियां विकसित करने के लिए सरकारों और अन्य संबंधित संस्थाओं की मदद करना चाहता है। यह अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के लिए एक परियोजना या परामर्श आधार पर अपना कार्य करता है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समूहों और व्यक्तियों के लिए व्यापक रूप से उपलब्ध अपने अकादमिक अनुसंधान और परियोजनाओं के परिणामों को बनाना है, जो आमतौर पर इस तरह के कार्य का उपयोग नहीं कर सकते हैं। इनमें नीति निर्माता, चिकित्सक और प्रशासक, मीडिया (Media) और आम जनता शामिल हैं। इसके संस्थापक निदेशक एंड्रयू कोयल (Andrew Coyle) हैं। वर्तमान निदेशक डॉ. जेसिका जैकबसन (Dr Jessica Jacobson) हैं। विश्व कारागार संक्षिप्त विवरण के आधार पर अमेरीका (America) ने शीर्ष स्थान हासिल किया है और विश्व भर में 223 देशों में से भारत बन्दीकरण दर में 212 वें स्थान पर है। सरकारी आंकड़ों के आधार पर भारत में कुल 1339 जेल हैं (जिसमें 144 केंद्रीय जेल, 404 जिला जेल, 628 उप जेल, 24 महिला जेल, 77 खुली जेल, 19 बोरस्टल (Borstal) स्कूल, 41 विशेष जेल, 2 जेल) जिनकी क्षमता लगभग 4 लाख हैं। विश्व कारागार संक्षिप्त के अनुसार, भारत के कारागार की आबादी 31 दिसंबर, 2016 तक 433,003 थी। राष्ट्रीय कारागार पोर्टल (Portal) की वेबसाइट (Website) के अनुसार जब 22 अक्टूबर 2019 को देखा गया, तो भारत की कारगार की आबादी लगभग 473,000 है। इसके अतिरिक्त, कैदियों की संख्या और बंदी-करण दर प्रत्येक राज्य और क्षेत्र के लिए भिन्न है। वहीं यूरोप (Europe) की जेल की आबादी कुल 743 मिलियन आबादी का लगभग 1.2 मिलियन है। विश्व कारागार संक्षिप्त के अनुसार, चीन में 2015 के मध्य तक प्रति 100,000 के हिसाब से बंदी-करण दर 118 थी। जबकि उत्तर प्रदेश में अपराध की दर मेरठ जिले के साथ सबसे उच्च है और अपराध दर में शीर्ष पर गौतम बौद्ध नगर तीसरे स्थान पर है। हम में से अधिकांश लोगों ने सामाजिक मीडिया (Media) पर विभिन्न उत्पादों के दर पत्र देखे होंगे, लेकिन मेरठ में एक अलग तरह का दर पत्र, जिसमें अलग-अलग अपराध करने के आरोप थे, सामाजिक मीडिया पर वायरल (Viral) हो रहा है। इस दर पत्र की पेशकश सेवाओं का लाभ उठाने के इच्छुक लोगों को आकर्षित करने के लिए की गई थी, उसमें रिवॉल्वर (Revolvers) के चित्र, एक आकर्षक युवा की तस्वीर और एक संपर्क नंबर भी था। जबकि महज धमकी देने के अपराध की दर 1,000 रुपये थी, किसी की हत्या करना सबसे महंगा था। सेवा का लाभ उठाने के लिए 55,000 रुपये का भुगतान करना होता है। वहीं पुलिस के सूत्रों के अनुसार, यह संदेश मेरठ शहर के व्यापारियों के एक समूह में साझा किया गया था। इससे पहले भी अलग-अलग तरह के अपराधों के लिए 'रिश्वत दरों' वाले कमोबेश इसी तरह के दर पत्र जिले में वायरल हुए थे।

संदर्भ :-
https://en.wikipedia.org/wiki/World_Prison_Brief
https://en.wikipedia.org/wiki/List_of_countries_by_incarceration_rate
https://prisonstudies.org/country/india
https://bit.ly/3qcmxKx
चित्र संदर्भ:
मुख्य तस्वीर जेल दिखाती है। (unsplash)
दूसरी तस्वीर WPB और ICPR logo दिखाती है। (prarang)
पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.